सब्जियों के बढ़ते दामों से जनता बेहाल

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सब्जियों के बढ़ते दामों से जनता बेहाल
सब्जियों के बढ़ते दामों से जनता बेहाल

सब्जियों के बढ़ रहे दामों से जनता बेहाल कुछ दिनों में सब्जियां हो जाएंगी थालियों से दूर।सब्जियों के दामों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी साग सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल होता जा रहा है। सब्जियों के बढ़ते दामों से जनता बेहाल

पंकज कुमार

अयोध्या। इन दिनों क्षेत्र में सब्जियों के दामों ने रसोई का बजट ही बिगाड़ कर रख दिया है एक माह से लगातार सब्जियों के दामों में लगातार उछाल देखा जा रहा है। अगर बारिश नहीं होती है तो आगामी दिनों में सब्जियों के भावों में और बढ़ोतरी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।सब्जियों के दामों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी साग सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल होता जा रहा है।

क्षेत्र की बाज़ारों में पहले टमाटर का दाम 50 रुपए प्रति किलो था जो अब 100 से 120 रुपए किलो बिक रहा है।प्याज 50 से बढ़कर 60 रुपए किलो हो गया है और भिंडी अस्सी रुपए प्रति किलो थी जो अब 100 किलो में बिक रही है। वहीं करेला पहले 30 रुपये में था जो इस समय 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बैंगन पहले 50 रुपए किलो बिक रहा था जो बुधवार को 80 रुपए किलो में बिक रहा है।परवल पहले 15 रुपए थी बुधवार को 60 रुपए किलो बिक रही है। जबकि कद्दू का दाम 30 से बढ़कर 40 रुपए किलो हो गया है, गोभी 30 रुपए किलो थी जो बुधवार को 40 रुपए में बिक रही थी यही नहीं आलू के दाम तो 20 रुपए से बढ़कर 30 से 40 हो गया है और तोरई 30 से बढ़कर 40 रुपए किलो मिल रही है.इतना ही नहीं, नींबू और मिर्ची के दामों में भी बढोत्तरी हुई है।

सब्जियों के दाम बढ़ने से जनता बेहाल

क्षेत्र के कई लोगों ने बताया कि सब्जियों के दाम इस समय इतने महंगे हो गए हैं कि सब्जियां खरीदना उनके लिए बहुत मुश्किल होता जा रहा है।वह कहते हैं कि ऐसे में हम लोग अपने बच्चों की पढ़ाई कराएं या इतनी महंगी सब्जियां ही खा लें। एक ग्रहणी ने बताया कि सब्जियों के इतने महंगे दामों ने घर का बजट ही बिगाड़ कर रख दिया है ग्रहणी ने बताया कि सब्जियां महंगी हो जाने की वजह से पहले 200 रुपये की सब्जियों में एक हफ्ता निकल जाता था लेकिन अब 500 रुपए में इस समय केवल तीन दिन की ही सब्जी आ रही है।वहीं शाहनेवाज ने कहते हैं कि उनके घर में प्लेट से सब्जियां गायब हो गई हैं वह दाल से ही काम चला रहे हैं। वहीं मोहम्मद आसिफ, कुलदीप गुप्ता व रामबरन कहते हैं कि सब्जियां महंगी होने से घर का सारा बजट बिगड़ गया है।

सब्जी विक्रेता जमाल ने बताया दाम बढ़ने कारण

क्षेत्र के बड़े सब्जी विक्रेता मोहम्मद जमाल ने बताया कि पहले जुलाई की तपिश व लू और अब इस समय हुई बारिश की वजह से हरी सब्जियों के खेतों में ही खराब होने से सब्जियों की आवक बहुत कम हो गई है।जमाल ने बताया की सब्जियों की डिमांड और सप्लाई में अंतर से कीमतों में यह बढ़ोतरी आई है वहीं सब्जियां लाने वाली बड़ी मंडियों में भी सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं। वहीं बारिश की वजह से कुछ सब्जियां पालक, भिंडी, लौकी, धनियां और शिमला मिर्च जल्दी खराब हो जाते हैं। सब्जियों के बढ़ते दामों से जनता बेहाल