
लखनऊ में कल हुई लड़की से छेड़छाड़ का मामला विधानसभा में गूंजा। छेड़छाड़ घटना पर कांग्रेस नें सदन में सरकार पर उठाए सवाल। औद्योगिक विकास में उद्योग धंधे नहीं लग रहे हैं सिर्फ इवेंट हो रहे हैं। दर्दनाक छेड़छाड़ का मामला विधानसभा में गूंजा
लखनऊ। कांग्रेस विधानमंडल नेता आराधना मिश्रा मोना ने जनहित के सवाल उठाये और भाजपा सरकार को घेरा कल लखनऊ गोमती नगर में एक लड़की के साथ हुई छेड़छाड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर विधानसभा में उनका पक्ष रखा और सख्त कार्यवाही की मांग की और सरकार की कानून व्यवस्था & पुलिस मशीनरी पर भी सवाल उठाए। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि जब मूल बजट ही खर्च नहीं हो पाया है जिसको सबसे बड़ा बजट बताया गया था तो अनुपूरक बजट की लाने की क्या आवश्यकता हो गई, हमारे औद्योगिक विकास को 7500 करोड़ अनुपूरक बजट दिया गया है लेकिन औद्योगिक विकास में मूल बजट का सिर्फ 30 प्रतिशत ही खर्च हो पाया, तो जब मूल बजट ही खर्च नहीं हो पाया तो उसमें अनुपूरक बजट में वित्तीय प्रबंध की जरूरत क्यों पड़ी।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में उद्योग लगे लोगों को रोजगार मिले लेकिन सरकार कुछ भी नहीं बता पा रही है कि 9 साल में उद्योग कहां लगे रोजगार कितने मिले कितने नौजवानों को रोजगार मिला ? सरकार उद्योगों के उद्घाटन नही बता रही,यही बता दें कि उन्होंने कहां पर उद्योगों के शिलान्यास किया और इस औद्योगिक विकास के लिए जो सबसे मूल आवश्यक है बिजली, उस पर सरकार का अभी तक कोई ध्यान नहीं है, इस बार घरेलू उपभोक्ता बिजली की कटौती, लो वोल्टेज, ट्रांसफॉर्मर पकाने से कितना पीड़ित है तो ऐसे में औद्योगिक उद्योग धंधे लगने के लिए बिजली की और आवश्यकता है, क्या कोई नया विद्युत उत्पादन केंद्र बनाने का सरकार का प्लान है, इसके लिए प्रबंध होना चाहिए।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह सरकार सिर्फ औद्योगिक विकास के नाम पर इवेंट कर रही है रेड कारपेट बिछाई जा रहे हैं, अच्छे-अच्छे आयोजन हो रहे हैं जमीन पर कुछ नहीं हो रहा।कल गोमती नगर में हुई दुखद दर्दनाक छेड़खानी की घटना पर विधानसभा में सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की और पुलिस मशीनरी पर भी सवाल उठाया ? मोना ने कहा कि विधानसभा सत्र चल रहा है प्रदेश की राजधानी में मुख्यमंत्री आवास से कुछ दूरी पर अपराधियों के इतने बड़े हौसले बुलंद है, इस तरीके से छेड़खानी घटनाएं दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में अपराध का जंगलराज है कानून का पालन नहीं हो रहा है।
अनुपूरक बजट पर बोलते हुए आराधना मिश्रा मोना मांग की कि सूखा और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए और उन्हें विशेष आर्थिक सहायता पैकेज भी सरकार दे, किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए जिनकी फसलें बिजली न होने की वजह से सिंचाई नहीं हो पाई, खराब बीज की वजह से पूरा उत्पादन नहीं हो पाया, उनको मुआवजा देने की बहुत जरूरत है, और उनका बिजली का बकाया भी माफ होना चाहिए, लेकिन इस मांग पर उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री जवाब नहीं दे पाए।
आराधना मिश्रा मोना ने सभी विधानसभा & विधान परिषद के सदस्यों के चिकित्सीय चेकप की मानसून सत्र में सदन मांग की थी जिस पर सरकार के द्वारा मांग मान लेने पर आभार व्यक्त किया गया, उसके साथ ही मिलने वाली विधायक निधि पर लगने वाली जी.एस.टी पर सरकार से विचार करने को कहा निधि का 18% लगभग 90 लाख रुपए जी.एस.टी में चला जाता है जिससे क्षेत्र का पूरा विकास नहीं हो पाता, इसके साथ ही आराधना मिश्रा मोना ने प्रत्येक विधानसभा सदस्य को 100 हैंडपंप देने की मांग की। आराधना मिश्रा मोना ने नेता प्रतिपक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय के द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 6 करोड़ के सड़क के प्रस्ताव की मांग का समर्थन किया। दर्दनाक छेड़छाड़ का मामला विधानसभा में गूंजा