

एक्शन मोड में आए प्रदेश के नवनियुक्त डीजी जेल। एक पखवारे में लापरवाही पर तीन जेलर समेत कई कर्मियों पर हुई कार्यवाही। प्रयागराज में डीआईजी की छापेमारी में भारी मात्रा में हुई नगद बरामदगी।
लखनऊ। प्रदेश कारागार विभाग के नवनियुक्त महानिदेशक कारागार प्रभार संभालने के दो माह बाद ही एक्शन मोड में आ गए। जेलों में शिथिल नियंत्रण और लापवाही के चलते हुई फरारी, नगद बरामदगी की घटनाओं के बाद तीन जेलरों पर सख्त कार्यवाही की गई। आरोपी जेलरों को जेलों से हटाकर अन्यत्र भेज दिया गया। डीजी जेल की एक पखवारे के दौरान की गई कार्यवाही से विभागीय अधिकारियों और कर्मियों में दहशत मची हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीती 18 अगस्त को प्रयागराज जिला जेल पर एक नेता बंदी से मुलाकात करने जेल पहुंचा। जेल मुलाकातघर में प्रिटिशन रायटर ने पर्ची लिखने के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग की। इस पर दोनों के कहासुनी हो गई। आगंतुक मुलाकाती ने इस वसूली की शिकायत प्रयागराज जेल परिक्षेत्र के डीआईजी से की। सूत्र बताते है शिकायत मिलने पर परिक्षेत्र डीआईजी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रिटिशन रायटर की तलाशी कराई। इस तलाशी में डीआईजी को मौके से 16 हजार रुपए की नगद धनराशि बरामद हुई। इसके बाद परिक्षेत्र डीआईजी दल बल के साथ जेल के अंदर तलाशी कराई।
सूत्रों का कहना है कि डीआईजी के तलाशी अभियान पूरा करके वापस हो रहे थे इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि एमएसके (विविध वस्तुओं) के गोदाम की छत पर मोटी धनराशि (20 लाख रुपए) छिपाई गई है। सूत्रों की माने तो डीआईजी ने जब तलाशी कराई तो उन्हें यह धनराशि बरामद हो गई। यह अलग बात है कि डीआईजी ने किसी प्रकार की धनराशि बरामद होने से इनकार कर दिया। परिक्षेत्र डीआईजी की रिपोर्ट पर डीजी जेल ने आनन फानन में प्रयागराज जेल के जेलर शैलेन्द्र प्रताप सिंह को हटाकर केंद्रीय कारागार इटावा भेज दिया।
इससे पूर्व 28 जुलाई को प्रतापगढ़ जिला जेल में सुरक्षाकारियों से अभद्रता और गाली गलौज करने वाले जेलर अजय कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। इसी प्रकार नौ अगस्त को जिला जेल कानपुर नगर में सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर एक बंदी फरार हो गया। इस मामले में डीजी जेल पीसी मीणा ने जेलर मनीष कुमार, डिप्टी जेलर और हेड वार्डर नवीन मिश्रा को निलंबित कर विभागीय कार्यवाही किए जाने की संस्तुति की है। नवनियुक्त डीजी जेल पीसी मीणा की एकाएक हुई इन कार्यवाहियों से जेल अधिकारियों और कर्मियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एक्शन मोड में नवनियुक्त डीजी जेल























