जिस भव्यता के साथ पीएम का स्वागत हुआ, वह नए भारत की नई अयोध्या का दर्शन कराता है। सबसे अधिक बार अयोध्या आने वाले प्रधानमंत्री का रिकॉर्ड मोदी जी के नाम। महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण भारत की परंपरा पर गौरव कराने वाला क्षण। अयोध्या को दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित करना प्रधानमंत्री का सपना था। नए भारत की नई अयोध्या
निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो
अयोध्या। अवधपुरी प्रभु आवत जानी, भई सकल शोभा के खानी… 22 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी जी के करकमलों से प्रभु अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। 500 वर्षों का इंतजार समाप्त होने जा रहा है। प्रभु के आगमन से पहले प्रधानमंत्री का सपना था कि अयोध्या को दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित करेंगे। जिस भव्यता के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत अयोध्यावासियों ने किया है, यह नए भारत की नई अयोध्या का दर्शन कराता है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। उन्होंने शनिवार को अयोध्या में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने उप्र व अयोध्या के विकास के लिए हजारों करोड़ की परियोजना के लिए यूपीवासियों की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए आभार जताया। सीएम ने बाल रामलला की मूर्ति प्रधानमंत्री को भेंट की।
प्रधानमंत्री ने अयोध्यावासियों को दिया इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उपहार
योगी ने कहा कि अयोध्या बेहतरीन फोरलेन, सिक्स लेन व आठ लेन के रोड मार्ग से जुड़ा है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री के करकमलों से होने जा रहा है। रेल की बेहतरीन सुविधा, नए रेलवे स्टेशन के साथ-साथ वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ और अमृत भारत के नाम पर दो नई ट्रेन प्रधानमंत्री ने प्रभु राम की जन्मभूमि अयोध्या से माता सीता के प्रकटीकरण स्थल सीतामढ़ी से जोड़ने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। भगवान राम त्रेता में पुष्पक विमान से अयोध्या आए होंगे, आज प्रधानमंत्री जी ने उद्घाटन कर अयोध्या को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उपहार अयोध्वासियों को दे दिया।
सबसे अधिक बार आने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री मोदी जी के नाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही अयोध्या है, जहां आने की बात तो दूर, नाम लेने में भी लोग संकोच करते थे। सबसे अधिक बार अयोध्या आने वाले प्रधानमंत्री का रिकॉर्ड मोदी जी के नाम पर बन गया है। उत्तर प्रदेश व अयोध्या जैसे विरासत से जुड़ी नगरियों को नई पहचान मोदी जी के कारण संभव हो पाया है। आज प्रधानमंत्री जी 22 जनवरी से पहले विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी से जुड़ी अयोध्या को बेहतरीन सुविधाओं से संपन्न कर रहे हैं।
महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण भारत की परंपरा पर गौरव कराने वाला क्षण
मुख्यमंत्री ने आभार जताते हुए कहा कि प्रभु राम से इस लोक का मिलन कराने वाले त्रिकालदर्शी ऋषि महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर इस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम प्रधानमंत्री ने किया है। रामायण को लौकिक रूप से हम सब तक पहुंचाने वाले पहले ऋषि महर्षि वाल्मीकि हैं। उनके नाम से अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नामकरण भारत के अंदर भारत की परंपरा व विरासत पर गौरव की अनुभूति कराने वाला क्षण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी समय में हम सब अपने दायित्वों का निर्वहन कर पाएंगे। अयोध्या में 22 जनवरी के बाद अतिथि देवो भव का नया अनुभव देश-दुनिया को कराना है। उन्होंने विश्वास जताया कि हम सब पूरी तैयारी के साथ 22 जनवरी के कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत उसी तत्परता व जोश-खरोस से कर पाएंगे।
विकास के क्षितिज पर नई अयोध्या का उदय।प्रधानमंत्री मोदी ने 15,700 करोड़ की 46 बड़ी परियोजनाएं कीं समर्पित। राम की नगरी से पीएम ने देश को दिया विकास का नया संदेश।
विकास के क्षितिज पर शनिवार से नई अयोध्या का उदय हुआ, जब प्रधानमंत्री ने राम नगरी से 15,700 करोड़ की 46 बड़ी परियोजनाएं अयोध्या- प्रदेश व देश को समर्पित की। इसी के साथ विकास के नए युग का प्रारंभ हो गया। त्रेता युग में पुष्पक विमान वाली अयोध्या को कलियुग में शंखनाद व राजा राजा के उद्घोष संग महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात मिल गई। अयोध्या से बड़ा कोई धाम नहीं, राम से बड़ा कोई नाम नहीं। यहां लघु फिल्म के जरिए अयोध्या की विकास यात्रा दिखाई गई।
लोकार्पित होने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाएं
- अमेठी के त्रिसुंडी रिफाइनरी की 11 टीएमटीपीए से 60 टीएमटीपीए तक क्षमता उच्चीकरण
- जाजमऊ टेनरी कलस्टर के लिए 20 एमएलडी सीईटीपी की स्थापना
- कानपुर के पनखा में 30 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का विकास
- जाजमऊ जोन में 130 एमएलडी एसटीपी तथा सीवेज ट्रीटमेंट अवस्थापना सुविधाओं का पुनर्विकास
- एनएच-330 ए का जगदीशपुर-फैजाबाद खंड
- एनएच-730 के खुटार-लखीमपुर खंड के किमी 82 से किमी 140 तक का सुदृढीकरण एवं उच्चीकरण • एनएच- 233 के गोसाई का बाज़ार बाईपास (किमी 240.340) से वाराणसी (किमी 299.350) तक फोर लेन
- जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत चार खंडों का दोहरीकरण
- मल्हौर-डालीगंज रेलखंड का विद्युतीकरण के साथ दोहरीकरण
- राम पथ (सहादतगंज से नया घाट तक)
- भक्ति पथ (अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुमान गढ़ी होते हुए श्री राम जन्मभूमि तक)
- धर्म पथ (एनएच-27 से नया घाट पुराने पुल तक)
- राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय
- एनएच-27 बाईपास महोबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्रीराम जन्मभूमि तक 4 लेन सड़क
- महर्षि अरुंधति पार्किंग एवं व्यावसायिक संकुल (पूर्वी एवं पश्चिमी)
- सहादतगंज- नया मार्ग घाट-श्री राम जन्मभूमि तक सड़क
- कलेक्ट्रेट में लक्ष्मण कुंज स्मार्ट वाहन बहुमंजिला पार्किंग
- सोहावल क्षेत्र के ग्रामसभा-पिखरौली में सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट
- अमानीगंज में वाहन पार्किंग एवं व्यावसायिक कॉम्लेक्स
- बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर उपरिगामी सेतु
- अयोध्या-सुलतानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-330 से एयरपोर्ट तक 4 लेन सड़क
शिलान्यास होने वाली प्रमुख परियोजनाएं
- एनएच-27 के लखनऊ-अयोध्या खंड में किमी 8.000 से किमी 121.600 तक का ईपीसी मोड में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण
- एनएच-27 पर अयोध्या बाईपास के किमी 121.600 से किमी 144.020 तक ईपीसी मोड में चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण
- ग्रीनफील्ड टाउनशिप परियोजना
- वशिष्ठ कुंज आवासीय परियोजना
- नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन
- सीपेट केंद्र
- गुप्तार घाट एवं राजघाट के मध्य नए पक्के घाटों एवं पूर्व निर्मित घाटों का पुनरुद्धार
- राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा
- राम की पैड़ी से रामघाट तक, राजघाट से श्री राम जन्मभूमि मंदिर तक श्रद्धालु
भ्रमण पथ का सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार - 4 ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण
रत की नई अयोध्या