शिक्षा जगत में भारत के पुरातन गौरव को पुनः स्थापित करेगा नालंदा विश्वविद्यालय का आधुनिक स्वरूप। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का लोकार्पण करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार। देशवासियों को बधाई देते हुए सीएम योगी ने इसे भारतीय शिक्षा और संस्कृति के उद्भव का ‘अमृतकाल’ करार दिया। नया परिसर प्रधानमंत्री की भारत के सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण और शैक्षिक उन्नयन के प्रति प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण। पुरातन गौरव को पुनः स्थापित करेगा नालंदा विश्वविद्यालय
ब्यूरो निष्पक्ष दस्तक
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के इस आधुनिक स्वरूप को शिक्षा जगत में भारत के पुरातन गौरव को पुनः स्थापित करने वाला और भारतीय शिक्षा और संस्कृति के उद्भव का ‘अमृतकाल’करार दिया है।
योगी ने एक्स पर की गई अपनी पोस्ट में लिखा,”बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन प्रधानमंत्री जी की भारत के सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण और शैक्षिक उन्नयन के प्रति प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है। भारत की अतुल्य मेधा, अपरिमित ज्ञान, उत्कृष्ट शिक्षा और समृद्ध संस्कृति के गौरवशाली अतीत और विरासत को संजोए नालंदा विश्वविद्यालय का यह आधुनिक स्वरूप शिक्षा जगत के मानचित्र पर भारत के पुरातन गौरव को पुनर्स्थापित करेगा। यह भारतीय शिक्षा और संस्कृति के उद्भव का ‘अमृतकाल’ है। देश वासियों को बधाई एवं आपका हार्दिक आभार प्रधानमंत्री जी।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने 17 देशों के सहयोग से राजगीर के पास नालंदा विश्वविद्यालय का नया कैंपस बनाया है। नालंदा यूनिवर्सिटी का नया कैंपस कई मायनों में खास है। इसमें परंपरा को बनाए रखते हुए छात्र-छात्राओं को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा उद्घोष है इस सत्य का कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं।’ पुरातन गौरव को पुनः स्थापित करेगा नालंदा विश्वविद्यालय