18,350 करोड़ का हुआ MOU
जापान-दक्षिण कोरिया से हुआ 18,350 करोड़ का एमओयू। प्रदेश के 16700 युवाओं को मैन्युफैक्चरिंग, अपशिष्ट प्रबंधन और कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग में मिलेगा रोजगार। जीआईएस-23 से पहले नौ निवेश प्रस्तावों में से चार प्रस्ताव एमओयू में हुए तब्दील।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नई औद्योगिक नीति और कानून व्यवस्था जापान और दक्षिण कोरिया के निवेशकों को भी पसंद आ रहा है। यही वजह है कि इन देशों की कम्पनियां यूपी में 18,350 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही हैं। इसके लिए हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार और दोनों देशों की चार कम्पनियों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ है। इससे प्रदेश के 16700 युवाओं को मैन्युफैक्चरिंग, अपशिष्ट प्रबंधन और कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग में नौकरी एवं रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पिछले महीने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के नेतृत्व में यूपी सरकार की एक टीम ग्लोबल इन्वेटर्स समिट (जीआईएस-23) का आमंत्रण देने के लिए जापान और दक्षिण कोरिया गई थी। इस दौरान टीम ने 22 गवर्नमेंट टू बिजनेस (जी टू बी) और गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (जी टू जी) बैठकें की थीं। इन बैठकों से टीम को 25, 456 करोड़ रुपये के नौ निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनसे 17 हजार रोजगार सृजित होने की संभावना है। इनमें से चार प्रस्तावों पर एमओयू हो गया है।
यह भी पढ़ें-भारत बनेगा आयुष पद्धति का हेल्थ टूरिज्म हब
इन कम्पनियों के साथ हुई बी टू जी बैठकें
दक्षिण कोरिया में टीम योगी ने कोरिया ओवरसीज इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (केआईएनडी), सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और कूपांग के साथ बी टू जी बैठकें कीं। वहीं जापान में एनटीटी ग्लोबल, सीको एडवांस लिमिटेड, मित्सुई एंड कंपनी और चुबू इलेक्ट्रिक पावर के साथ बी टू जी मुलाकात हुईं। इसके अलावा टीम योगी की प्रमुख निवेशक जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन, निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर टोक्यो लेबोरेटरी, वन वर्ल्ड कॉर्पोरेशन और मित्सुई एंड कंपनी ग्लोबल लॉजिस्टिक्स साथ निवेश को लेकर सार्थक बातचीत हुई थी।
ये कम्पनियां करेंगी निवेश
जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन और निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर टोक्यो लेबोरेटरी यूपी में कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग में क्रमशः 2500 और 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इससे यूपी में क्रमशः पांच हजार और 10 हजार नौकरी एवं रोजगार के अवसर सृजित होंगे। अपशिष्ट प्रबंधन में वन वर्ल्ड कॉर्पोरेशन पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे प्रदेश में 1500 नौकरी और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। वहीं सीको एडवांस लिमिटेड जैसी कंपनी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 850 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे प्रदेश में 200 नौकरी और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।