जानें सनातन क्या है…

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जानें सनातन क्या है…
जानें सनातन क्या है…

सनातन धर्म का अर्थ है, जो हमेशा से है और हमेशा रहेगा। यह दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है। सनातन धर्म एक जीवनशैली है जो कर्म, धर्म, और मोक्ष पर केंद्रित है। सनातन धर्म प्रकृति और मनुष्य के बीच संबंध को महत्व देता है। सनातन सत्य है, सत्य रहेगा। यह सिर्फ एक पंक्ति नहीं, हमारी सभ्यता, संस्कृति और आत्मा का सार है। सनातन न तो किसी समय से बंधा है, न किसी सीमा से — यह शाश्वत है, निरंतर है, और अडिग है। जानें सनातन क्या है…

सनातन की महिमा:-
ना आदि, ना अंत – सनातन धर्म का कोई आरंभ या अंत नहीं।

सत्य, अहिंसा, करुणा, सहिष्णुता – इसके मूल स्तंभ हैं।

ज्ञान और विवेक – केवल श्रद्धा नहीं, तर्क और अनुभव पर आधारित मार्ग।

जब लोग धर्म के नाम पर अपमान करते हैं…
तब सनातन का नाम लेकर अधर्म फैलाना,
सनातन की आत्मा का सबसे बड़ा अपमान होता है।

सनातन कोई मंच पर गालियाँ देने वाला धर्म नहीं है,
बल्कि वह शक्ति है जो सबका सम्मान करना सिखाता है।

आज झूठ चीखता है, और सत्य मौन है।
लेकिन सनातन… वो कभी नहीं डगमगाता।”

सनातन का अर्थ

सनातन… यानी शाश्वत, जो कभी न शुरू हुआ, न कभी खत्म होगा।
यह धर्म नहीं, धारण करने योग्य सत्य है –
सत्य, करुणा, सहिष्णुता, और आत्मचिंतन का मार्ग।

“सत्यमेव जयते न अनृतम्” – यही तो कहा गया है!
झूठ चाहे कितना भी शोर करे, सत्य की गूंज अनंत होती है।

राम ने सत्य निभाया… वनवास में भी।
युधिष्ठिर ने सत्य पर चला… युद्ध में भी।

आज का समाज और सनातन]
लेकिन आज क्या हो रहा है?
धर्म की आड़ में झूठ फैलाया जा रहा है,
मंचों से महिलाओं को अपमानित किया जा रहा है,
और फिर कहा जाता है – “यह तो सनातन है!”

नहीं..!
सनातन कभी किसी का अपमान नहीं करता।
सनातन सत्य की रक्षा करता है – सत्ता की नहीं।

अगर आप सच में सनातनी हैं, तो सत्य के साथ खड़े होइए –
फिर चाहे वो किसी भी ‘बाबा’ के खिलाफ क्यों न हो।

सनातन धर्म, जिसे हिन्दू धर्म भी कहा जाता है, एक प्राचीन और शाश्वत धर्म है जिसका कोई आदि या अंत नहीं है। यह एक जीवनशैली है जो प्रकृति और मनुष्य के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर जोर देती है। सनातन धर्म में, ‘सनातन’ शब्द का अर्थ है ‘शाश्वत’ या ‘हमेशा बना रहने वाला’, और यह जीवन के शाश्वत सत्यों को दर्शाता है। सनातन धर्म सत्य, अहिंसा, और प्रेम जैसे शाश्वत मूल्यों पर आधारित है। सनातन धर्म में, ॐ को प्रतीक माना जाता है। यह धर्म विभिन्न संप्रदायों और परंपराओं को समाहित करता है।भारतीय उपमहाद्वीप से उत्पन्न हुआ एक धर्म है, जिसका अर्थ है – शाश्वत या ‘सदा बना रहने वाला’, अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त।

क्योंकि सनातन है – सत्य, शांति और सम्मान। जानें सनातन क्या है…