झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड 10 बच्चो की दर्दनाक मौत

78
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड 10 बच्चो की दर्दनाक मौत
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड 10 बच्चो की दर्दनाक मौत

उत्तर प्रदेश झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वॉर्ड में शुक्रवार रात भीषण आग लगने से 10 नवजात की मौत हो गई. इस हादसे ने कई लोगों से उनकी ख़ुशियां छीन लीं. झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर योगी सरकार ने आर्थिक मदद का ऐलान किया है. मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद करेगी सरकार. झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड 10 बच्चो की दर्दनाक मौत

ये आग अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में लगी. झांसी के ज़िलाधिकारी अविनाश कुमार ने 10 नवजात की मौत की पुष्टि की है. वहीं शनिवार की तड़के यूपी के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट करके बताया है कि मृत नवजात बच्चों के परिजनों को पांच लाख रुपये और गंभीर घायलों को पचास हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.वहीं यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निंदा की है.

ब्रजेश पाठक ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद कहा, “हम परिजनों के साथ मिलकर बच्चों की पहचान कर रहे हैं. घटना के उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. पहली जांच शासन स्तर पर होगी, जो कि स्वास्थ्य विभाग करेगा. दूसरी जांच पुलिस प्रशासन की तरफ से की जाएगी. जिसमें फायर विभाग की टीम भी शामिल होगी. तीसरी जांच मजिस्ट्रेट के स्तर पर होगी. हर हाल में घटना की जांच की जाएगी. जो भी कारण होंगे वे प्रदेश की जनता के सामने रखे जाएंगे.”

झांसी के चीफ़ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सचिन महोर ने बताया है कि ये घटना ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगने से हुई है. उन्होंने बताया, “एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे और अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई जिसको बुझाने की कोशिशें की गईं. लेकिन कमरा हाइली ऑक्सिजिनेटेड रहता है तो आग तुरंत फैल गई. इसलिए हमने जितनी कोशिश की जा सकती थी बच्चों को बाहर निकाला. ज़्यादातर बच्चों को सकुशल बाहर निकाला गया है. फ़िलहाल 10 बच्चों की मौत हुई है.”

 झांसी ज़िले के डीएम अविनाश कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए देर रात बताया था, “मौके पर मौजूद स्टाफ़ से प्राप्त प्राथमिक जानकारी के अनुसार, 10:30 से 10:45 बजे के बीच संभवत: शॉर्ट सर्किट की वजह से एनआईसीयू के अंदर की यूनिट में आग लगी.”“10 बच्चों की मौत की सूचना मिली है. समय पर टीम पहुंच गई थी और कई बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है. कमिश्नर और डीआईजी की निगरानी में जांच समिति बनाई गई है जिसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी.”

चश्मदीदों ने क्या बताया

एक चश्मदीद ने बताया है कि आग लगने के बाद जाली को तोड़कर कई नवजात को बाहर निकाला गया. उनका कहना है कि उनका बच्चा नहीं मिल रहा है. वहीं एक और चश्मदीद कृपाल सिंह राजपूत ने कहा, “वो बच्चे को दूध पिलाने अंदर गए थे उसी दौरान एक मैडम भागते हुए आईं और उनके पैर में आग लगी हुई थी. वो चिल्ला रही थीं. हमने करीब 20 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला और मैडमों को बच्चों को पकड़ाया.”

“किसी बच्चे को ऑक्सीजन लगी थी और कोई गंभीर हालत में था. हमने उठाकर बच्चों को अस्पताल प्रशासन को सुरक्षित पकड़ाया ताकि जिसका भी बच्चा हो वो सुरक्षित बच जाए. आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है लेकिन मशीनें ज़्यादा हीट हो गई थीं. जिससे बच्चों की मौत हो गई. ऋषभ नाम के एक चश्मदीद ने बताया कि यहां काफ़ी अफ़रा-तफ़री मची हुई थी, आग जब लगी तो लगभग 50 बच्चे रहे होंगे और लोग अपने बच्चों को इमरजेंसी की ओर लेकर भागे. उन्होंने बताया कि कुछ परिवारों को तो ये भी पता नहीं है कि उनके बच्चे कहां हैं, प्रशासन को इसकी जानकारी देनी चाहिए.

लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी-विधायक रश्मि आर्य

झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड घटना पर मऊरानीपुर विधायक रश्मि आर्य ने बताया, “यह बहुत दुखद घटना है और निश्चित ही इसमें जो भी लापरवाही हुई है उस पर वर्तमान सरकार ध्यान दे रही है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी. मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि जिन नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई है, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिजनों को शक्ति दे. 10 बच्चों की मृत्यु हुई है और बाकी घायलों का इलाज जारी है. वर्तमान सरकार ने मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है और घायल बच्चों को 50 हजार देने का निर्णय लिया गया है.”

यह वही वार्ड है जिसको वर्ल्ड क्लास बोला था- आप सांसद संजय सिंह

झांसी हादसे पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने  कहा UP के झांसी में दर्दनाक घटना हुई है 10 बच्चों की जान चली गई और कई बच्चे ऐसे हैं जो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. यह वही वार्ड है जिसका कुछ महीने पहले यह कह कर उद्घाटन किया गया कि ये वर्ल्ड क्लास वार्ड तैयार किया गया है. पता चला है कि आग बुझाने वाले यंत्र भी पिछले कुछ सालों से बंद पड़े थे काम नहीं कर रहे थे ये एक बहुत बड़ी लापरवाही है और इससे यह साफ हो जाता है कि UP में लोगों की जान के साथ कैसे खिलवाड़ किया जा रहा है. UP सरकार को इस पूरी घटना की जाँच करवानी चाहिए हाईकोर्ट की मॉनीटरिंग में यह जाँच होनी चाहिए ताकि निष्पक्ष जाँच हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.

 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत की घटना बहुत पीड़ादायक-अरविंद केजरीवाल

आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत पर दुख जताया. केजरीवाल ने एक्स पर लिखा-“झाँसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत की घटना बहुत पीड़ादायक है. इस मुश्किल वक्त में पूरा देश शोकाकुल परिवारों के साथ खड़ा है.”

घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो- राहुल गांधी

झांसी हादसे को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा-“झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की खबर से बेहद दुखी हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं. सरकार सुनिश्चित करे कि घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो. साथ ही इस दुखद घटना की तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कानूनी कार्रवाई हो.” झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड 10 बच्चो की दर्दनाक मौत