मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने महाकुंभ 2025 आयोजन की हो रही तैयारियों विशेषताओं सुविधाओं और सुरक्षा के इंतजामों की गुजरातवासियों को दी जानकारी। महाकुंभ का संगम भारत के सभी हिस्सों से जुड़ने का प्रतीक है। उन्होंने गुजरातवासियों से निवेदन किया कि वे प्रयागराज आकर इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाएं। महाकुंभ की गुजरातवासियों को दी जानकारी
समर्थ कुमार सक्सेना
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित होने वाले महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इसी क्रम में सोमवार को अहमदाबाद में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस, रोड शो एवं संवाद कार्यक्रम के माध्यम से गुजरातवासियों को महाकुंभ में आने का आमंत्रण दिया। मंत्रीगण गुजरात के अहमदाबाद में स्थित हयात होटल में मीडिया बंधुओं, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, गणमान्य जनों से संवाद एवं रोड शो कर उन्हें महाकुम्भ- 2025 के भव्य आयोजन की हो रही तैयारियों, विशेषताओं और सुरक्षा के विशेष इंतजामों की जानकारी देते हुए उन्हें महाकुम्भ में आने का आमंत्रण दिया। मंत्रियों ने गुजरातवासियों से महाकुंभ में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने महाकुम्भ को भारतीय संस्कृति, विरासत, अध्यात्म, सनातन परंपराओं, आधुनिकता और विकास का अनोखा और अद्वितीय संगम बताते हुए इसके आयोजन की तैयारियों की जानकारी दी।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और परंपराओं को विश्व पटल पर प्रस्तुत करने का अवसर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार इसे दिव्य और भव्य रूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर आयोजित होने वाला महाकुम्भ देश विदेश से आए करोड़ों श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति, भारतीय चेतना , संस्कृति व अध्यात्म का अनुभव प्रदान करेगा। उन्होंने गुजरातवासियों से आग्रह किया कि इस महायज्ञ का हिस्सा बनें और इसे ऐतिहासिक बनाने में सहयोग प्रदान करें।
व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि महाकुंभ 2025 केवल भारत का आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति का परिचायक है। गुजरात की भूमि ने सदैव धर्म, अध्यात्म और परंपराओं के प्रति आस्था का परिचय दिया है। महाकुंभ का संगम भारत के सभी हिस्सों से जुड़ने का प्रतीक है। उन्होंने गुजरातवासियों से निवेदन किया कि वे प्रयागराज आकर इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाएं। मंत्रीगण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु और सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय आयोजन बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चेतना का केंद्र होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का वैश्विक मंच भी बनेगा।
मंत्रीगण ने संवाद कार्यक्रम में बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भेजा गया महाकुम्भ 2025 का आमंत्रण पत्र लेकर रविवार को गुजरात आए। गांधीनगर में रविवार को माननीय राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलकर उनको गंगाजल युक्त कुंभ कलश, महाकुंभ का लोगो, आमंत्रण पत्र, कुम्भ साहित्य तथा उत्तर प्रदेश का गुड़ भेंट किया गया और उन्हें महाकुम्भ में आने के लिए अनुरोध किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दिव्य और भव्य रूप से आयोजित होने वाले महाकुम्भ पर प्रसन्नता व्यक्त की और महाकुम्भ में आने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुम्भ 2025 के आयोजन को लेकर सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। महाकुम्भ 2025 को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के सभी प्रयास किए जा रहे। उत्तर प्रदेश सरकार इस ऐतिहासिक आयोजन को दिव्य और भव्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए देश-विदेश में व्यापक प्रचार अभियान चला रही है। इसी क्रम में विभिन्न राज्यों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की ओर से प्रदेश सरकार के मंत्रियों को भेजकर वहां के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख व्यक्तियों से भेंटकर उस प्रदेश के निवासियों को महाकुम्भ में आने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। महाकुंभ की गुजरातवासियों को दी जानकारी