UP में फार्मा क्षेत्र की अपार सम्भावनाएं

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UP में फार्मा के क्षेत्र की अपार सम्भावनाएं

भारत ने फार्मा क्षेत्र में बहुत विस्तृत बेहतरीन कार्य किया है। फार्मा के क्षेत्र में संस्थाओं के स्तर पर प्रयास करने होंगे, इन प्रयासों में डाॅक्युमेंटेशन और पब्लिकेशन के लिए स्वयं को तैयार करना, रिसर्च की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाना और अपनी रिसर्च को पेटेण्ट कराने के लिए समय पर तत्पर होना शामिल। उ0प्र0 में फार्मा के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं, लखनऊ और पटना के बीच फार्मा के 02 बड़े मार्केट, एक वाराणसी और दूसरा गोरखपुर है। मुख्यमंत्री ने फार्मा क्षेत्र के स्टेक होल्डर्स को प्रदेश में योगदान के लिए आमंत्रित किया, प्रदेश में फार्मा, मेडिकल डिवाइस और बायो टेक्नोलाॅजी सेक्टर में उद्योग स्थापित करने का अनुकूल वातवरण निर्मित हो रहा। जेवर में ड्रग फाॅम्र्युलेशन पार्क व लखनऊ में बायो फार्मा, डायग्नाॅस्टिक और बायोटेक पार्क की स्थापना का प्रस्ताव विचाराधीन,उ0प्र0 देश का सबसे बड़ा मार्केट, जहां बेहतरीन कनेक्टिविटी, पर्याप्त लैण्ड बैंक, फील्ड पाॅलिसी और सुरक्षित वातावरण दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत वैश्विक मंच पर उ0प्र0 में जी-20 के 11 कार्यक्रम होने जा रहे।कोविड-19 की दुनिया की सबसे प्रभावी,वैक्सीन का निर्माण करने में भारत ने सफलता प्राप्त की,मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन किया।

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वाराणसी/लखनऊ। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय महामना मदन मोहन मालवीय की कर्म साधना की वह स्थली है, जिसने फार्मा के क्षेत्र में कार्य करने की प्रेरणा आज से 100 वर्ष पूर्व ही प्रदान कर दी थी। वाराणसी में आयोजित ‘नेशनल काॅन्फ्रेंस आन अपाॅच्र्युनिटी एण्ड ग्रोथ इन फार्मा’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के बाद फार्मा के क्षेत्र में कार्य करने की अपार सम्भावनाएं थीं। उन सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए गए। विगत 09 वर्षों में अपार सम्भावनाओं वाले इस क्षेत्र में देश के अंदर बहुत कुछ नया हो रहा है। दुनिया के बाजार पर न केवल भारत की पकड़ मजबूत हो रही है, बल्कि भारत अपने आप में दुनिया का एक बहुत बड़ा मार्केट भी है। पूरी दुनिया की कुल आबादी का प्रत्येक पांचवां या छठवां व्यक्ति भारत में निवास करता है और भारत की कुल आबादी का हर छठा व्यक्ति उत्तर प्रदेश में निवास करता है। इसलिए जो सम्भावना पूरी दुनिया की दृष्टि से भारत में है, वही सम्भावना भारत के अंदर उत्तर प्रदेश में है। उन्होंने कहा कि फार्मा के क्षेत्र में कार्य करने वाले विशेषज्ञों, रिसर्च फेलो, छात्र-छात्राओं सहित सभी स्टेक होल्डर्स को अपने उज्ज्वल भविष्य के प्रति पूरी तरह आश्वस्त होकर ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ इस क्षेत्र में कार्य करना चाहिए।

एक ओर जी-20 समिट से जुड़ने का अवसर हम सभी को प्राप्त होगा। दूसरी ओर प्रदेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भी आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए लगभग 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्ट फोन वितरण करने का कार्य किया जा रहा है। बिना भेदभाव के लगभग 20 लाख युवाओं को इससे जोड़ा जा चुका है। जनपद वाराणसी भ्रमण के दौरान श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन भी किया। इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधायक डाॅ0 अवधेश सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, फार्मेसी काउन्सिल ऑफ इण्डिया के प्रेसीडेण्ट डाॅ0 मोन्टू कुमार एम0 पटेल व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

UP में फार्मा क्षेत्र की अपार सम्भावनाएं