जेल सुरक्षाकर्मियों से अधिकारियों का उत्पीड़न

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गाली गलौज पर उतारू हुई बुलंदशहर जेल अधीक्षक
गाली गलौज पर उतारू हुई बुलंदशहर जेल अधीक्षक

महिला अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई से डर रहे प्रमुख सचिव कारागार! मैनपुरी के बाद बुलंदशहर जेल में अधीक्षक की दबंगई।गाली देकर कार्यालय से भगाए जा रहे अवकाश मांगने गए सुरक्षाकर्मी।जेल सुरक्षाकर्मियों के साथ अधिकारियों का हो रहा जमकर उत्पीड़न।

राकेश यदव

लखनऊ। बुलंदशहर जेल में अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों का उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है। शादी विवाह के लिए अवकाश मांगने गए सिपाहियों को गालियां देकर कार्यालय से भगा दिया जा रहा है। यही नहीं महिला जेल अधीक्षक अधिकारियों को प्रतिमाह मिलने वाली हिस्सेदारी (पूल का पैसा) तक हजम कर ले रही है। अधीक्षक की अवैध वसूली उत्पीड़न से जेल के बंदियों के साथ अधिकारी और वार्डर काफी त्रस्त है।

मामला अनुशासन से जुड़ा होने के कारण आक्रोशित जेलकर्मियों और अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। उधर विभाग के प्रमुख सचिव को अधीक्षक का उत्पीड़नात्मक रवैया नजर ही नहीं आ रहा है। इससे इस जेल में कभी भी बवाल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

मैनपुरी जेल में हेड वार्डर और वार्डरो की उत्पीड़न को लेकर सुर्खियों में रहने वाली महिला जेल अधीक्षक की कार्यशैली में कोई बदलाव दिखाई नहीं पड़ रहा है। मैनपुरी जेल की तर्ज पर बुलंदशहर जेल में भी बंदियों के साथ सुरक्षाकर्मियों का उत्पीड़न बदस्तूर जारी है। सूत्रों का कहना है कि मोटी रकम देकर मैनपुरी से बुलंदशहर जेल पहुंची अधीक्षक से अवकाश स्वीकृत कराना आसान नहीं है। शादी विवाह का सीजन होने की वजह से जो सुरक्षाकर्मी अवकाश मांगने जाता है उसे गाली देकर कार्यालय से भगा दिया जा रहा है।

सूत्रों का कहना है कि बुलंदशहर जेल में प्रभार संभालते ही नई महिला जेल अधीक्षक ने हाता, मशक्कत, कैंटीन, गिनती कटवाने और मुलाकात के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर हर मद में वसूली को बढ़ा दिया। पूर्व में गिनती कटवाने के लिया 4 से 5 हजार रुपए लिए जाते थे उसको बढ़ाकर 10 से 15 और 20 से 25 हजार तक कर दिया गया है। यही नहीं अवैध वसूली के बंदियों के लिए बनाए गए हेयर सैलून को मसाज पार्लर में तब्दील कर दिया गया है। बंदियों की मसाज करवाकर जमकर वसूली की जा रही है।

मोटी रकम देकर मैनपुरी से बुलंदशहर जेल पहुंची महिला अधीक्षक मातहत अधिकारियों की हिस्सेदारी तक को हजम कर ले रही है। इससे मातहतों में खासा आक्रोश व्याप्त है। जेल में अवैध वसूली और अनियमिताओं की तमाम शिकायतों के बाद भी अधीक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

कार्रवाई नहीं होने से बेखौफ अधीक्षक!

बंदियों के साथ हो रहे उत्पीड़न और अवैध वसूली की तमाम शिकायतें होने के बाद दोषी अधीक्षक के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से अधीक्षक बेखौफ और बेलगाम हो गईं है। बुलंदशहर जेल में बंदियों के साथ अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों का खुलेआम उत्पीड़न किया जा रहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव कारागार से की गई। इन शिकायतों के बाद कोई कार्यवाही करना तो दूर इन अधिकारियों को चेतावनी तक नहीं दी गई। यह जरूर है कि इन शिकायतों के बाद निरीक्षण करने वाले अधिकारियों की वसूली जरूर बढ़ गई है। उधर इस संबंध में जब प्रमुख सचिव कारागार अनिल गर्ग से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो कई प्रयासों के बाद भी इनसे बात नहीं हो पाई।