2027 में सपा सरकार बनाना सिख समाज कि इज्ज़त का सवाल

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2027 में सपा सरकार बनाना सिख समाज कि इज्ज़त का सवाल
2027 में सपा सरकार बनाना सिख समाज कि इज्ज़त का सवाल

साप कार्यालय मे आज बड़ी संख्या में आए सिखों का सम्मेलन जोशखरोश के साथ सम्पन्न हुआ। सभागार ‘‘बोले सो निहाल, सतश्री अकाल‘‘ और ‘‘वाहे गुरू जी का खालसा, वाहे गुरू जी की फतेह‘‘ के नारों से गूंजता रहा। सिख समाज ने अखिलेश यादव पर भरोसा जताते हुए आगामी विधानसभा चुनावों में समाजवादी सरकार और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने को अपनी इज्जत का सवाल बताया। कार्यक्रम का आयोजन तेजिंदर सिंह विर्क रामपुर और सरदार कुलदीप सिंह भुल्लर पीलीभीत ने किया। सिख सम्मेलन में मुख्य अखिलेश यादव ने सिख साहेबान का आभार जताते हुए कहा कि सिख बहादुर कौम है। उन्होंने अपने परिश्रम से जोखिम उठाकर दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है। भारत की मिट्टी के लिए उनके बलिदान कभी भुलाये नहीं जा सकेंगे। कारोबार और कृषि के क्षेत्र में सिख समाज ने बहुत काम किए है। उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में सिख समाज ने खेत में पसीना बहाकर कृषि का रिकॉर्ड विकास किया है। सिख समाज के सेवाभाव की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में लंगर की परम्परा उन्हीं की देन है। गुरु नानक देव जी का रास्ता जात पात की बुराई से अलग है। सिख समाज में नफरत का भाव नहीं है। भाजपा बुराइयों से भरी पड़ी हैं, उसकी पराजय तय है। इन दिनों सर्वत्र पीडीए की हवा बह रही है। भाजपा ने किसानों को अपमानित किया है। भाजपा मुनाफाखोर पार्टी है। समाजवादी सरकार में गन्ना किसानों की चिंता होती है। समाजवादी सरकार बनने पर किसान फंड बनाया जाएगा। किसान को परेशान नहीं होने देंगे। सिख समाज भरोसेमंद है। 2027 में सपा सरकार बनाना सिख समाज कि इज्ज़त का सवाल


    अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में ऐसी व्यवस्था होगी जिसमें किसान सीधा बाजार से जुड़ जाएगा। इसके लिए सरकार के सहयोग से मंडिया स्थापित होगी। जिनका संचालन स्वयं किसान करेंगे। विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बनेगा। किसानों के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित होगा। समाजवादी मानते है कि जब किसान खुशहाल होगा तभी भारत तरक्की कर सकेगा। सिख समाज के प्रतिनिधि वक्ताओं ने कहा कि समाजवादी सरकार में सिख समाज के साथ न्याय होता है, वे लोग हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। वक्ताओं ने डीएपी खाद की कालाबाजारी की चर्चा की और कहा कि किसान परेशान है। इस अवसर पर सिख समाज की ओर से कुछ प्रमुख मुद्दों एवं सुझावों से अवगत कराया गया। इसके अनुसार किसान आंदोलन में शहीद किसान परिवारों को न्याय व सम्मान, प्रदेश के किसानों को जमीनों का मालिकाना हक एवं एमएसपी की गारंटी मिले। सरकार बनने पर सिख धर्म के साथ धार्मिक भेदभाव व सामाजिक सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाया जाये एवं वर्तमान में समाज के विशेष धार्मिक पर्वो एवं आयोजनों पर अखिलेश जी की उपस्थिति का अनुरोध है।


    इस अवसर पर अखिलेश यादव को सिमरनजीत लाडी ने सिखों की शान पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। अखिलेश यादव ने शाल ओढ़ाकर तेजेन्द्र सिंह बिर्क, दलजीत सिंह, लवप्रीत सिंह, रमन कश्यप, साहब सिंह दुबदल तथा नानकमता कमेटी के निर्मल सिंह, गुरबाग सिंह आजाद, परविंदर सिंह तथा हरजिंदर सिंह को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल शामिल रहे।सिख समाज के आज के कार्यक्रम में गुर दयाल सिंह, चरनजीत सिंह, अमर सिंह, जितेन्द्र सिंह, हरभजन सिंह दुआ, जितेन्द्र सिंह, जसप्रीत सिंह, विकास सिद्धू, कश्मीर सिंह, बलवीर सिंह, तेजेन्द्र सिंह सिन्धू, सरदूल सिंह, दिलबाग सिंह, दिलजीत सिंह, पिन्दर सिंह, मनजीत सिंह, तजिंदर सिंह विर्क, गुरप्रीत सिंह जार्जी, देवेन्द्र सिंह खालसा, गुरेन्द्र सिंह फुलौदिया, कुलदीप सिंह भुल्लर, इकबाल सिंह चीमा, टीकू अरोरा, तजिंदर सिंह बग्गा, गरदयाल सिंह, निर्मल सिंह, विक्रम जीत सिंह हुन्दल, गुरवंत सिंह चीमा, अमर सिंह बल, संदूल सिंह, गुरप्रीत सिंह नन्ना, राजवीर बाठ, हरभजन सिंह दुआ, नवाब सिंह, मंजीत सिंह, जगदेव सिंह बग्गा, दिलप्रीत सिंह, राजेन्द्र सिंह खैरा आदि प्रमुख नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। 2027 में सपा सरकार बनाना सिख समाज कि इज्ज़त का सवाल