आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा

181
आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा
आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत 120 कुम्हारों को विद्युत चालित चाक और 40 कारीगरों को टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों और टूलकिट वितरित किए गए। ग्रामीण भारत में रोजगार सृजन के क्षेत्र में केवीआईसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा

निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो

दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने दौसा की सांसद जसकौर मीणा की उपस्थिति में ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत 120 कुम्हारों को विद्युत चालित चाक और 40 कारीगरों को टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों और टूलकिट का वितरण किया। दौसा के गांव बालाहेडी में आयोजित वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद दौसा जसकौर मीणा ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने पिछले 9 वर्षों में ऐतिहासिक काम किया है। ग्रामीण भारत में रोजगार सृजन के क्षेत्र में केवीआईसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है। कार्यक्रम में केवीआईसी के उत्तर क्षेत्र के सदस्य नागेंद्र रघुवंशी उपस्थित रहे।

केवीआईसी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 9 लाख 54 हजार 899 नये रोजगार का सृजन किया है-मनोज कुमार

आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा

केवीआईसी के अध्‍यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जिस खादी को पूज्य बापू ने स्वदेशी आंदोलन के दौरान ब्रिटिश हुकूमत के विरूद्ध संघर्ष का सबसे मजबूत हथियार बनाया, उसी खादी को ‘आधुनिक भारत के शिल्पकार’ और ‘आत्मनिर्भर भारत के रचनाकार’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 9 वर्षों में गरीबी निर्मूलन, कारीगर सशक्तिकरण, खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और बेरोजगारी उन्मूलन का सबसे सशक्त, सक्षम और सफल ‘अस्त्र और शस्त्र’ बनाया है। उन्हीं के नेतृत्व में पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया।

अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और प्रयासों का परिणाम है कि सिर्फ 9 वर्षों में खादी आज ‘ग्लोबल ब्रांड’ बन चुकी है। नीति आयोग के आंकड़े का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में 13.5 करोड़ लोग भारत में गरीबी से बाहर निकले हैं। गांवों में लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में खादी ने भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अहम योगदान दिया है। केवीआईसी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 9 लाख 54 हजार 899 नये रोजगार का सृजन किया है।  

लाभार्थियों और गांववालों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्‍तर्गत भारतीय परम्‍परागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है, जिससे परम्‍परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्धि से उनके जीवन स्‍तर में व्‍यापक सुधार हो। अभी तक पूरे देश में कुम्हारों को 25,000 से अधिक विद्युत चालित चाकों का वितरण किया जा चुका है, जिससे कुम्हारों की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकल टू ग्लोबल विजन साकार हो पाएगा।

आत्मनिर्भर भारत के सपने हो रहे साकार-जसकौर मीणा

कुम्हार सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत राजस्थान के दौसा, अलवर, भरतपुर और करौली के 120 कुम्हारों को विद्युत चालित चॉक प्रदान किये गये। सभी लाभार्थियों को 10 दिन की निःशुक्ल ट्रेनिंग दी गई है। साथ ही टर्नवुड क्रॉफ्ट के 40 कारीगरों को 20 दिन की निःशुक्ल ट्रेनिंग के बाद मशीनों और टूलकिट का वितरण किया गया है। जिसके माध्यम से अब ये कारीगर 25 से 35 हजार रुपये तक प्रति महीना आजीविका कमा सकेंगे।

लाभार्थियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि राजस्थान में 158 खादी की संस्थाएं कार्यरत हैं जिसके माध्यम से 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के अंतर्गत राजस्थान में अभी तक 30,083 पीएमईजीपी की इकाईयां स्थापित की गई हैं, जिन्हें भारत सरकार की तरफ से 860 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण किया गया है। दौसा में पिछले 6 वर्षों में करीब 670 इकाइयों की स्थापना हुई है, जिनको मार्जिन मनी सब्सिडी के रूप में 17.47 करोड़ रुपए की वित्तिय सहायता दी गई है, जिसके माध्यम से 5360 लोगों को रोजगार मिल रहा है। अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार पीएमईजीपी के अंतर्गत पूरे देश में करीब 22 हजार करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण किया जा चुका है। वित्त वर्ष 2008-09 से 2022-23 के बीच 8.69 लाख परियोजनाओं की स्थापना कर करीब 50 लाख से अधिक नये रोजगार का अवसर प्रदान किया गया। वितरण कार्यक्रम में राजस्थान सरकार और के.वी.आई.सी के अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे।