सपनों को मिल रही उड़ान,अटल आवासीय विद्यालय की छात्रा जाएगी इसरो। योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालय के जरिए बच्चों की उड़ान को दिया है पंख। मजदूर की बेटी का हुआ चयन, इसरो में वैज्ञानिकों से मिलेंगी और ब्रह्मांड के रहस्यों को जानेंगी। अटल आवासीय विद्यालय की कक्षा 7 की छात्रा हैं श्वेता सत्ते। स्पेस आर्ट और बेस्ट प्रोडक्ट डेवलपमेंट कंपटीशन के आधार पर छात्रा का हुआ चयन। 15 दिवसीय “उत्कृष्ट अटल प्रोग्राम” के वर्कशॉप में विद्यार्थियों को अंतरिक्ष के रहस्यों और भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों के बारे दी गई थी जानकारी। छात्रों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए एकेडमिक समेत अन्य गतिविधियों को विद्यालय में होता है आयोजन।
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालय के जरिए बच्चों की उड़ानको पंख दिया है। इससे निराश्रित और गरीब परिवारके बच्चे के सपने भी अंतरिक्ष में उड़ान भरने लगे हैं। वाराणसी के करसड़ा स्थित अटल आवासीय विद्यालय की कक्षा7की छात्रा श्वेता सत्ते स्कूल की टॉपर है। श्वेता भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) जाएगी। इनका चयन इसरो में जाकर वैज्ञानिकों से मिलकर ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने के लिए किया गया है। मई 2024 में 15 दिवसीय “उत्कृष्ट अटल प्रोग्राम” के कार्यशाला के माध्यम से इन बच्चों की प्रतिभा एवं कौशल को निखारने का प्रयास किया गया था।
योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट अटल आवासीय विद्यालय गरीब और निराश्रित परिवारों के सपनों में रंग भर रहा है। अटल आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य अमरनाथ राय ने बताया कि विद्यालय की टॉपर छात्रा श्वेता सत्ते का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भ्रमण के लिए हुआ है। वे यहां वैज्ञानिकों से मिलेगी और अंतरिक्ष विज्ञान को समझेंगी। उन्होंने बताया कि 4 मई से 18 मई 2024 तक 15 दिवसीय “उत्कृष्ट अटल प्रोग्राम” कार्यशाला के माध्यम से छात्रों को नई तकनीकों से जोड़ने के लिए अटल आवासीय विद्यालय की ओर से विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान स्पेस आर्ट और बेस्ट प्रोडक्ट डेवलपमेंट कंपटीशन भी कराया गया था। इसमें योग्यता के आधार पर छात्रा का चयन हुआ है। कार्यक्रम में छात्रों को अंतरिक्ष के रहस्यों और भारत के अंतरिक्ष उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई थी। उन्हें व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से आधुनिक तकनीकों से परिचय कराया गया था। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए एकेडमिक एवं एक्टिविटी का आयोजन किया जा रहा है।
सभी मंडलों में संचालित है अटल आवासीय विद्यालय
योगी सरकार प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों में अटल आवासीय विद्यालय संचालित कर रही हैं। इस क्रम में वाराणसी के करसड़ा स्थित अटल आवासीय विद्यालय में निर्माण श्रमिकों, कोरोना कॉल में निराश्रित और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चे निशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अटल आवासीय विद्यालय में छात्र -छात्राओं के रहने के लिए अलग-अलग छात्रावास बने हुए है। बोर्डिंग विद्यालय में पाठ्यक्रम सीबीएसई बोर्ड पर आधारित है। अटल आवासीय विद्यालय में कक्षाएं स्मार्ट क्लास है। सीसीटीवी,सोलर पैनल, कंप्यूटर लैब ,एस्ट्रोनॉमी लैब आरओ का स्वच्छ पेयजल ,खेल गतिविधियां, यूनिफार्म, किताब,नोटबुक भोजन आदि सभी विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अटल आवासीय विद्यालय योजना मील का पत्थर साबित हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में निराश्रित और गरीब बच्चों के लिए यह अत्यंत महत्पूर्ण व बड़ी पहल है। ये विद्यालय मॉडल स्कूल के रूप में जाना जाएगा। यहां शिक्षा के साथ अच्छा नागरिक बनने के लिए मूल्यों,संस्कारों के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे विद्यार्थी दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। ——–डॉ. अमरनाथ राय, प्रिंसिपल,अटल आवासीय विद्यालय ,करसड़ा ,वाराणसी
बड़े होकर अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती हूँ। सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला की तरह अंतरिक्ष यात्री बनकर देश का नाम रोशन करना चाहती हूं।—-श्वेता सत्ते , छात्रा -कक्षा7 , अटल आवासीय विद्यालय, करसड़ा ,वाराणसी सपनों को मिल रही उड़ान