अपनी विफलताओं एवं जन विरोधी, देश विरोधी नीतियों के पर्दाफाश से भयभीत प्रधानमंत्री दबाना चाहते हैं विपक्ष की आवाज।सोनिया गांधी जी को ईडी के माध्यम से परेशान करने से आक्रोशित कांग्रेसजनो ंका लखनऊ समेत पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन।आरोप लगाना, प्रचारित करना और भाग जाना भाजपा की पुरानी परम्परा।
मोदी जी की तानाशाही एवं षड्यंत्रों से कांग्रेस न डरेगी, न झुकेगी जनहित के मुद्दों को बुलंदी से उठाती रहेगी।
डॉ0 उमा शंकर पाण्डेय
लखनऊ। नरेन्द्र मोदी के इशारे पर काम कर रही ईडी द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी जी को पूंछताछ के बहाने आज दूसरे दिन परेशान करने की नीयत से अपने दफ्तर बुलाना सत्ताधीश की विपक्ष के प्रति कुण्ठित सोच दर्शाता है। इससे आक्रोशित देश भर के कांग्रेसजने सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज करा रहें हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के आक्रोशित नेताओं ने शांतिप्रिय तरीके से देश के प्रधानमंत्री के तानाशाही रवैये के विरूद्ध अपना प्रतिरोध दर्ज कराया। इसी क्रम में लखनऊ में विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए जहां पर पुलिस ने घोर अलोकतांत्रिक कृत्य करते हुए मारपीट कर बर्बरता का प्रदर्शन किया। पुलिस की कार्यवाही में तमाम कांग्रेसजनों को चोटें आई। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया जिसमें उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’, मीडिया एवं कम्यूनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी जी आदि शामिल हैं।
प्रवक्ता डा0ॅ उमा शंकर पाण्डेय ने बताया कि लखनऊ जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर पूर्व निर्धारित विरोध प्रदर्शन से डरी हुई प्रदेश सरकार ने पुलिस के दम पर बलपूर्वक प्रदर्शन को रोंकने की कोशिश की जिसमें वह सफल नहीं हो पायी। पार्टी के सैकड़ों नेता एवं कार्यकर्ता जीपीओ पहुंच गये जहां पर भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसजनों से हाथापाई करते हुए उनसे मारपीट की। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा जा रहे कांग्रेसजनों को रोंकने के लिए पुलिस ने कई जगहों पर बैरीकेड लगाकर रोंकने की कोशिश की। आक्रोशित कांग्रेसजनों ने बैरीकेड तोड़कर आगे बढने का प्रयास किया जहां पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें बर्बरतापूर्वक रोककर गिरफ्तार कर लिया गया। जिसमें विधायक एवं उपाध्यक्ष उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी विरेन्द्र चौधरी, उपाध्यक्ष एवं प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित, पूर्व सांसद जफर अली नकवी, पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला, अम्बिका सिंह, धीरेन्द्र सिंह धीरू, सोहिल अख्तर अंसारी, आदि शामिल रहे।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डा0ॅ उमा शंकर पाण्डेय ने बताया कि पिछले आठ सालों से जनविरोधी कार्यों से घोर अलोकप्रियता की तरफ बढ़ रही मोदी सरकार तानाशाही एवं षड़यंत्रों के बल पर संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करके विपक्ष के नेताओं की आवाज को दबाना चाहती है। पिछले दिनों राहुल गांधी जी से ईडी ने 50 घंटों से ज्यादा पूंछताछ की जो कि घोर निन्दनीय है। अब सोनिया गांधी जी से उनकी बढ़ी उम्र एवं खराब स्वास्थय के बावजूद प्रताड़ित करने व छवि धूमिल करने के लिए ईडी कार्यालय बुला कर घंटों पूंछताछ का ड्रामा किया जा रहा है। वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेसजनों को ईडी ऐसे ही अपने दफ्तर बुलाकर कांग्रेस पार्टी की छवि को खराब करने की कोशिश करती थी जो मोदी जी द्वारा बंधक बना लिये गये संवैधानिक संस्थाओं की हकीकत का पर्दाफाश करती है।
प्रवक्ता डा0ॅ पाण्डेय ने आगे कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि विभिन्न कालखण्डों में सत्ता लोलुप लोगों ने कांग्रेस एवं गांधी परिवार पर तमाम आरोप लगाये लेकिन उनकी दो दशकों से अधिक की केन्द्रीय सरकारों कीे तमाम कोशिशों, कूटरचित आरोपों व षड़यंत्रों, तथा धनबल, एवं बाहुबल के बावजूद कोई भी आरोप कभी भी साबित नहीं कर पाये। मोदी जी एवं भारतीय जनता पार्टी की यह पुरानी मानसिकता रही है कि वह आरोप रचते हैं, मढ़ते हैं जोर शोर से प्रचारित करते हैं और भाग जाते हैं। देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी आदि से त्रस्त है। किसान अवसाद ग्रस्त है। हर तरफ से जनता की जेब से पैसा निकालकर चंद उद्योगपति मित्रों की जेब में डाला जा रहा है। चीन की घुसपैठ पर प्रधानमंत्री जी झूठे बयान देते हैं, अग्निवीर के माध्यम से सेना को कमजोर किया जा रहा है। ऐसे में असफलताओं और अलोकप्रियता से घबराई हुई भारतीय जनता पार्टी की सरकार कांग्रेस पार्टी की आवाज को दबाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस पार्टी इससे न डरने वाली है, न झुकने वाली है। जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस की आवाज बुलंद थी, बुलंद है, और बुलंद रहेगी।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष विश्व विजय सिंह, मकसूद खान, प्रदेश महासचिव शिव पाण्डेय, देवेन्द्र प्रताप सिंह, सेवा दल मुख्य संगठक प्रमोद पाण्डेय, प्रदेश सचिव संगठन अनिल यादव, प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह, शहनवाज आलम, फिरोज खान, मनोज यादव, कनिष्क पाण्डेय, अनस रहमान, रमेश शुक्ला, आरती बाजपेई, द्विजेन्द्र त्रिपाठी, कृष्णकांत पाण्डेय, संजय सिंह, सचिन रावत, रफत फातिमा, मुकेश सिंह चौहान, प्रियंका गुप्ता, विरेन्द्र मदान, प्रमोद सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, प्रदेश सचिव दुर्गविजय सिंह, प्रदीप कनौजिया, शहनवाज मंगल आजमी, बृजेश सिंह, गौरव तिवारी, वीरू, रानू, राजेश सिंह काली, कुशल पटेल, गुरमीत सिंह, संजय शर्मा, पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, जगदीश सिंह, संजय दीक्षित, विषम सिंह, शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ‘‘अज्जू’’ एवं दिलप्रीत सिंह डीपी, धीरज श्रीवास्तव, पल्लव दुबे, विजेन्द्र सिंह, विजय बहादुर, हिमांशुधर द्विवेदी, विजय सोनी, विनय विक्रम सिंह, शहाना सिद्दीकी, सीमा चौधरी, नरेन्द्र गौतम, सुशील पंडित उर्फ सोनू तिवारी, अयूब सिद्दीकी, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, नरेन्द्र शुक्ल, मुन्ना लाल भारती, सुशीला शर्मा, विभा त्रिपाठी, अर्जुन श्रीवास्तव, रीता दीक्षित, आशूतोष मिश्रा, राकेश पाण्डेय, सहित जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल, फैसल हसन तबरेज, अमित वर्मा, नौशाद मंसूरी, निर्मला पासवान, अमित कुमार पाण्डेय, सुनील राम, अमित गुप्ता सहित तमाम कांग्रेसजन मौजूद रहे। लखनऊ जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी को हाउस अरेस्ट रखा गया।