सफाई कर्मी की समस्या को लेकर कैबिनेट मंत्री से मिले चन्दन लाल वाल्मीकि। सफाई कर्मचारी भी भवन सभ्यता के आवश्यक अंग है इसे नकारा नहीं जा सकता। कैबिनेट मंत्री से मिले चन्दन लाल वाल्मीकि
ब्यूरो निष्पक्ष दस्तक
लखनऊ। अनिल राजभर कैबिनेट मंत्री श्रम एवं सेवायोजन विभाग को मिल कर चन्दन लाल वाल्मीकि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, दिनेश चंद्रा प्रदेश अध्यक्ष अवध उत्तर प्रदेश, वंचित शोषित सामाजिक संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ महादलित परिसंघ ने विधान भवन में उत्तर प्रदेश भवन निर्माण कर्मकार बोर्ड की कल्याणकारी योजना के लाभ सफाई कर्मचारियों को इसके लिए ज्ञापन सौंपा।
चंदन लाल वाल्मीकि ने कहा कि सरकार आउट सोर्सिंग के माध्यम से सफाई कर्मचारियों की भर्ती कर रही है। ठेकेदार फर्म को आउट सोर्सिंग फर्म बनाने के लिए श्रम विभाग में जितने सफाई कर्मचारियों को भर्ती करना है उतने कर्मचारियों की फीस देना होती है तब कहीं सफाई कर्मचारियों की आउट सोर्सिंग फर्म का पंजीयन प्रमाण पत्र श्रम विभाग जारी किया जाता है।यही नहीं ठेकेदार के बिल से निर्धारित दर से बिल में कटौती कर लेवर सेस श्रम विभाग में जमा किया जाता है। जिससे श्रम विभाग का राजस्व भी बढ़ता है।
चंदन लाल वाल्मीकि ने बताया, लेकिन श्रम विभाग की किसी भी कल्याणकारी योजना का लाभ सफाई कर्मचारियों को नहीं दिया जाता है। जबकि सीवर और सफाई के काम दोनों जोख़िम भरे हैं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि भवन निर्माण का श्रमिक भवन निर्माण पूरा होने के बाद कोई सेवा नहीं देता है, लेकिन सफाई कर्मचारी भवन निर्माण से लेकर भवन में आजीवन साफ सफाई की सेवा देता है। सफाई कर्मचारी भी भवन सभ्यता के आवश्यक अंग है इसे नकारा नहीं जा सकता। इस लिए सफाई कर्मचारियों को श्रम विभाग की सभी योजनाओं से वंचित करना न्यायोचित नहीं है। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने पूरे ज्ञापन को गंभीरता से पढ़ा और विधान सभा सत्र के बाद सफाई कर्मचारियों की बेहतरी के लिए श्रम विभाग अवश्य निर्णय लेने का आश्वासन दिया। कैबिनेट मंत्री से मिले चन्दन लाल वाल्मीकि