निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो
कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक मामले में 03 दिन पूर्व डीजीपी दफ्तर जाकर अपना सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किए जाने से रोके जाने को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती दी है.अपनी याचिका में उन्होंने कहा है कि यूपी पुलिस द्वारा उन्हें अकेले संकेतिक विरोध के लिए नहीं जाने देना किसी भी प्रकार से सही नहीं है. डीजीपी दफ्तर नहीं जाने देने को हाईकोर्ट में चुनौती
उन्होंने कहा है कि जहां सरकार ने अब तक सुब्रत पाठक मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है, वहीं उनके द्वारा अकेले जाकर सांकेतिक विरोध किए जाने की बात कहने पर ही उनके घर पर भारी पुलिस बल लगाकर उन्हें डीजीपी दफ्तर जाने से रोका जाना पूर्णतया असंवैधानिक है. उन्होंने इंस्पेक्टर गोमती नगर द्वारा दिए गए इस आदेश को निरस्त करते हुए उन्हें डीजीपी दफ्तर के सामने अकेले सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किए जाने की अनुमति दिए जाने की प्रार्थना की है.
दरोगा को जूतों से मारने के धमकी: कार्यवाही की मांग
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने 30 सेकंड की एक टेलिफोनिक बातचीत में पुलिस के एक दरोगा को गाली गलौज और धमकी देने के मामले में एफआईआर की मांग की है.इस बातचीत में पहले व्यक्ति किसी अवस्थी जी को कह रहे हैं कि समुद्र श्रीवास्तव को हाकम सिंह नामक दरोगा उठा के ले गए हैं, उन्हे तुरंत रोक दिया जाए नहीं तो दरोगा की जूतों से पिटाई की जाएगी. साथ ही दरोगा के लिए अपशब्दों का प्रयोग भी दिया गया है. पहले व्यक्ति यह भी कह रहे हैं कि भले उन्हें जेल भेज दिया जाए लेकिन वह हाकम सिंह को जूतों से मारेंगे.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें दी गई सूचना के अनुसार बातचीत कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और इंस्पेक्टर कोतवाली कन्नौज अजय अवस्थी की बताई गई है. उन्होंने स्वयं भी सुब्रत पाठक के पूर्व से उपलब्ध वीडियो से इस आवाज को मिलाई तो प्रथमदृष्टया आवाज मेल खाती दिखती है.पूर्व में भी सुब्रत पाठक पर मंडी पुलिस चौकी में घुसकर पुलिसवालों की पिटाई किए जाने के संबंध में आरोप लगे थे, जिस संबंध में कोतवाली कन्नौज में एफआईआर दर्ज है किंतु अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी सहित अन्य अफसरों को शिकायत भेजकर इस संबंध में अविलंब कार्यवाही की मांग की है.
डीजीपी दफ्तर नहीं जाने देने को हाईकोर्ट में चुनौती