योगी राज में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड

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योगी राज में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड
योगी राज में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड

2023 में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड। बुंदेलखंड को मिली बीडा सहित कई योजनाओं की सौगात। झांसी में शुरू हुआ बीडा की स्थापना का काम। बीडीएल ने भूमिपूजन कर शुरू किया यूनिट निर्माण का काम। ललितपुर में बल्क ड्रग पार्क के लिए हुआ सर्वे का काम। योगी सरकार ने ओर से जहां झांसी में नोएडा की तर्ज पर इंडस्ट्रियल सिटी बसाने के लिए बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडा) की स्थापना की गई तो वहीं दूसरी ओर ललितपुर में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण को भी हरी झंडी मिली। योगी सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के समग्र विकास को केंद्रित करते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दे रही है। योगी राज में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड

निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो

वर्ष 2023 बुंदेलखंड को बुलंदियों पर पहुंचाने वाला साल साबित हुआ। इस वर्ष योगी सरकार ने बुंदेलखंड में मिशन मोड पर काम किया और बड़ी-बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी, जिसने कभी प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाकों में एक माने जाने वाले इस क्षेत्र को अग्रणी स्थान पर लाने का काम किया। योगी सरकार ने ओर से जहां झांसी में नोएडा की तर्ज पर इंडस्ट्रियल सिटी बसाने के लिए बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडा) की स्थापना की गई तो वहीं दूसरी ओर ललितपुर में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण को भी हरी झंडी मिली। पेयजल उपलब्धता के लिए चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के काम यहां पूर्ण होने की अवस्था में पहुंच गए तो डिफेंस कॉरिडोर में बीडीएल ने भूमिपूजन करने के साथ ही यूनिट के निर्माण का काम शुरू कर दिया। स्मार्ट सिटी झांसी की कई परियोजनाएं पूरी हुईं तो पर्यटन, कृषि, रोजगार, खेल आदि के क्षेत्र में इस एक वर्ष में कई बड़े निर्णय सरकार की ओर से लिए गए।बुंदेलखंड में सिंचाई की तमाम परियोजनाओं को पूरा किया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस आज बुंदेलखंड के विकास को नई ऊंचाई प्रदान कर रहा है। साथ ही झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की यह भूमि आज डिफेंस कॉरिडोर के नाम पर भी जानी जा रही है। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर के तहत झांसी में भारत डायनमिक्स की यूनिट स्थापित होने जा रही है। एक नोड झांसी में और एक नोड चित्रकूट में विकसित हो रहा है। इसके साथ ही 38 हजार एकड़ क्षेत्रफल में ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड औद्योगिक विकास के एक नए कार्यक्रम को लेकर आए हैं। इसके तहत 8 हजार करोड़ की इस परियोजना के लिए 6 हजार करोड़ रुपए पहले ही रिलीज कर दिए हैं। 

अब तक भले ही बुंदेलखंड का नौजवान नौकरी के लिए बुंदेलखंड से बाहर का रुख करता रहा होगा, लेकिन डिफेंस कॉरिडोर और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ जब यहां पर औद्योगिक दृष्टि से विकसित क्षेत्र बनेगा तो दुनिया कार्य करने के लिए झांसी और बुंदेलखंड में आएगी। यह नौकरी और रोजगार के नए हब के रूप में स्थापित होगा। ये जो क्षेत्र विकसित हो रहा है इसमें एक तरफ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है तो दूसरी तरफ कानपुर-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग और इसके बीच में बनेगा एक नया एयरपोर्ट जो झांसी के विकास को एक नई ऊंचाई देगा। बुंदेलखंड पहला क्षेत्र होगा जिसके पास दो-दो एयरपोर्ट होंगे। एक एयरपोर्ट झांसी में और एक चित्रकूट में। ललितपुर में भी फार्मा पार्क नई गति पकड़ रहा है। रोजगार के नए हब के रूप में स्थापित होगा बुंदेलखंड। डिफेंस कॉरिडोर और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्र के चलते नौकरी के लिए झांसी और बुंदेलखंड का रुख करेगी दुनिया।

बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन 

उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2023 में झांसी शहर के निकट 33 गांवों में विस्तारित बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के गठन को मंजूरी दी। इतना ही नहीं, सीईओ के पद पर नियुक्ति करने के साथ ही झांसी जिले में कार्यालय खोलने का प्रस्ताव भी आमंत्रित कर दिया। सीईओ ने झांसी पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया और जमीन अधिग्रहण का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। देश के कई बड़े औद्योगिक समूहों ने उत्तर प्रदेश सरकार से बीडा में जमीन आवंटन के लिए अपना प्रस्ताव दिया है। यूपी सरकार का यह कदम इस क्षेत्र में उद्योग और रोजगार के लिहाज से बड़ा परिवर्तनकारी निर्णय माना जा रहा है। योगी सरकार की योजना नोएडा की तर्ज पर यहां इंडस्ट्रियल सिटी बसाने की है, जो बुंदेलखंड के लिए एक नई संजीवनी का काम करेगा।  

बीडीएल के कारखाने का निर्माण शुरू 

योगी सरकार का डिफेंस कॉरिडोर भी झांसी के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हो रहा है। डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनॉमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) की इकाई की स्थापना के लिए वर्ष 2021 में पीएम मोदी ने आधारशिला रखी थी। वर्ष 2023 में इसकी यूनिट के निर्माण के लिए भूमिपूजन के साथ ही स्थापना का काम शुरू कर दिया गया। यूपी सरकार झांसी के गरौठा में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर के क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं को बेहतर करने में जुटी है। इस क्षेत्र में कई अन्य इकाइयों की स्थापना के लिए यूपी सरकार के सामने प्रस्ताव आए हैं। बड़ी-बड़ी डिफेंस कंपनियां यहां जब अपनी यूनिट स्थापित करेंगी तो रोजगार के इतने साधन उपलब्ध होंगे कि युवाओं को नौकरी के लिए बुंदेलखंड से बाहर जाने की जरूरत नहीं रह जाएगी।

ललितपुर में बल्क ड्रग पार्क के लिए सर्वे शुरू 

ललितपुर जिले में पांच गांव में 1472 एकड़ क्षेत्रफल पर बल्क ड्रग पार्क के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई। मास्टर प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट की तैयारी के लिए यूपीसीडा ने काम शुरू कर दिया है। पहले चरण में 300 एकड़ क्षेत्रफल में आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने के लिहाज से डीपीआर तैयार किया जाना है। यूपी सरकार ललितपुर जिले को जेनरिक दवाओं के हब के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम कर रही है। इस पार्क को विकसित करने के लिए यूपी सरकार कई प्रतिष्ठित रिसर्च संस्थानों को नॉलेज पार्टनर बना रही है। 

पर्यटन क्षेत्र में एडॉप्ट ए हेरिटेज पर काम शुरू 

बुंदेलखंड के ऐतिहासिक स्थलों को एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के तहत विकसित करने के लिए सरकार ने कई स्थलों के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए। देश के कई प्रतिष्ठित होटल समूहों ने इन स्थानों में अपनी दिलचस्पी दिखाई है और उम्मीद है कि बहुत जल्द इस स्थानों की तस्वीर बदलती दिखाई देगी। एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के माध्यम से झांसी के बरुआसागर किला, राम जानकी मंदिर गरौठा, पठामढ़ी का मंदिर गरौठा और बंजारी का मंदिर एवं बेर के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए। इनके अलावा बुंदेलखंड के रॉक कट गुफाएं देवगढ़ ललितपुर, सुमेरगढ़ का प्राचीन मंदिर ललितपुर, सोमनाथ मंदिर मानिकपुर चित्रकूट, खाकरा मठ चरखारी महोबा, रणछोर मंदिर धोजरी ललितपुर, प्राचीन बैठक तालबेहट ललितपुर, चन्देली मंदिर करियारी हमीरपुर, शांतिनाथ मंदिर भरवारा महोबा, शिव मंदिर उल्दना कला ललितपुर, दशरथ घाटी चित्रकूट और खंडेह के मंदिर मौदहा हमीरपुर के लिए प्रस्ताव मंगाए गए।  

जल जीवन मिशन पर काम अंतिम चरण में 

बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल से जल पहुंचाने का काम लगभग अंतिम अवस्था में है। महोबा में यह 98 प्रतिशत, झांसी में 97 प्रतिशत, चित्रकूट में 93 प्रतिशत, बांदा में 96 प्रतिशत, ललितपुर में 98 प्रतिशत, जालौन में 89 प्रतिशत और हमीरपुर में 89 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी पीने का साफ पेयजल पहुंचाने के लिए कई बड़ी योजनाओं पर तेज गति से काम हुआ और पेयजल संकट को दूर करने में काफी सफलता मिली है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिन स्थानों पर पानी की उपलब्धता शुरू हो गयी है, उन स्थानों पर जन जीवन में परिवर्तन साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है। 

UP का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बनेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
UP का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बनेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे

यूपीसीडा ने यूपी-एसआरएलएम के साथ एमओयू के तहत समस्त औद्योगिक क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कैंटीन संचालित करने का निर्णय लिया है, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों एवं उद्यमियों को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध होगा। लैंड बैंक की वृद्धि के लिए तथा रुग्ण एवं नीलामी में क्रय की गई इकाईयों को पुन: उपयोग में लाने हेतु उप विभाजन नीति में संशोधन किए गए हैं, इससे अनुपयोगी भूमि को इस नीति के अंतर्गत पुन: उपयोगी बनाए जाने के उद्देश्य से सहूलियत प्रदान की गई है। इससे उद्योगो की स्थापना हो सकेगी। उत्तर प्रदेश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बनेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित करेगी योगी सरकार। पीपीपी मॉडल के तहत लगाए जाएंगे सोलर प्लांट्स, 550 मेगावॉट सोलर पावर जेनरेशन का लक्ष्य। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 1700 हेक्टेयर भूमि की गई चिन्हित, कई बड़ी कंपनियां ले रहीं दिलचस्पी। परियोजना के पूरा होने पर एक्सप्रेसवे से जुड़े 1 लाख घरों को प्रतिदिन किया जा सकेगा रोशन।

स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं पर काम अंतिम चरण में 

झांसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण काम इस वर्ष पूर्ण किए गए। दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत की स्मृति में झांसी किले की तलहटी में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बने पार्क का लोकार्पण भी इसी वर्ष किया गया। राजकीय पुस्तकालय के उच्चीकरण का काम पूरा हुआ, जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया। इसके साथ ही हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की स्मृति में बने ध्यानचंद म्यूजियम का भी काम इसी वर्ष पूरा हुआ और मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया। 

सोलर प्लांट के लिए उपयुक्त है बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, सोलर पावर प्लांट्स के उत्कृष्ट विकास का अवसर प्रदान करता है। सबसे प्रमुख वजह यहां भूमि की आसान उपलब्धता है। इसके अलावा यह ड्राई रीजन (शुष्क क्षेत्र) है और साफ मौसम के साथ ही यहां प्रति वर्ष लगभग 800-900 मिमी औसत वर्षा होती है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे आधुनिक औऱ सुविधा संपन्न एक्सप्रेस-वे में भी शुमार है। 4 लेन वाले इस 296 किमी लंबे हाइवे में मेन कैरियज-वे व सर्विस लेन के तौर पर दो हिस्से हैं। इन्हीं दोनों के बीच लगभग 15 से 20 मीटर चौड़ाई की पट्टी वाला क्षेत्रफल पूरे एक्सप्रेस-वे में फिलहाल खाली है जिसे कृषि भूमि से अलग करने व बाड़ लगाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अब इसी क्षेत्र को सोलर पैनल्स से पाटने की योजना है और इससे पूरा एक्सप्रेस-वे सौर ऊर्जा से लैस एक्सप्रेस-वे की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठा सकेगा। 

समग्र विकास पर सरकार का फोकस 

योगी सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के समग्र विकास को केंद्रित करते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दे रही है। निरंतर सभी जिलों में बड़ी गौशालाओं का निर्माण, परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट सिटी और माइनिंग फंड के माध्यम से सुविधाओं का विकास, अस्पतालों में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी, कृषि से संबंधित योजनाओं में कृषकों को सहायता, असहाय और कमजोर वर्गों के लोगों को आर्थिक सहायता सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने और उन पर नियमित निगरानी पर सरकार ध्यान केंद्रित कर रही है। शासन के शीर्ष अफसरों और मंत्रियों के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निरंतर इस क्षेत्र का दौरा कर योजनाओं की जमीनी हकीकत का जायजा लेते रहे हैं।  

बुंदुलेखंड की बुलंद तस्वीर

-इटावा से चित्रकूट तक 296 किमी. लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण। 
-बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को सोलर एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जा रहा। 
-झांसी लिंक एक्सप्रेसवे एवं चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर। 
-बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर के लिए 550 करोड़ रुपए की स्वीकृति। 
-झांसी और चित्रकूट में एयरपोर्ट को मंजूरी। 
-जालौन में 350 करोड़ से 79 एकड़ में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण। 
-प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 68.83 करोड़ की स्वीकृति। 
-श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन। 
-चित्रकूट के रानीपुर में उत्तर प्रदेश के चौथे टाइगर रिजर्व की स्थापना। 
-चित्रकूट में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए रोपवे की सुविधा। 
-1400 करोड़ की लागत से झांसी से खजुराहो तक 4 लेन हाईवे का निर्माण प्रगति पर।  योगी राज में बुलंदियों पर पहुंचा बुंदेलखंड