
अंग्रेजों ने भी पढ़ाई को लेकर एफआईआर नहीं लिखी किसी पर लेकिन यह सरकार सोचती है पुलिस से हमारी PDA पाठशाला को बंद कर देगी, हम संकल्प लेते हैं कि जब तक सरकार वहां पर टीचर्स ना पहुंचा दे, हमारी PDA पाठशाला चलती रहेगी। भाजपा की सरकार शिक्षा के खिलाफ काम कर रही है। उसकी नीतियाँ न तो छात्रों के हित में हैं और न ही शिक्षकों के सम्मान की रक्षा करती हैं। सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नहीं, बल्कि प्रचार है। सरकारी स्कूलों की उपेक्षा, बेरोजगारी, और शिक्षक भर्ती में अनियमितता जैसी समस्याएं इस बात का प्रमाण हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आकर शिक्षा को मूल अधिकार की तरह लागू करेगी और सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाएगी।भाजपा सरकार शिक्षा के खिलाफ:अखिलेश यादव
राजेन्द्र चौधरी
भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा के खिलाफ है। जो शिक्षा के खिलाफ हैं वे सबसे बड़े माफिया हैं। भाजपा सरकार पढ़ाई को लेकर एफआईआर लिखा रही है। अंग्रेजों ने भी कभी पढ़ाई को लेकर एफआईआर नहीं लिखायी थी। भाजपा सरकार सोचती है कि पुलिस के बल पर पीडीए पाठशाला बंद कर देगी तो यह उसकी गलतफहमी है। हम समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि जब तक सरकार बंद किए स्कूलों में अध्यापक और प्रिंसिपल नहीं पहुंचा देगी तब तक समाजवादियों की पीडीए पाठशाला और पीडीए ट्यूशन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से पीडीए पाठशाला नहीं रुकने वाली है। प्राथमिक स्कूलों को बंद और मर्जर करने का फैसला गलत है, यह सरकार ने स्वीकार कर लिया है। मर्जर योजना खत्म होनी चाहिए। सरकार बंद किए स्कूल फिर से खोले।
गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्रा पार्क में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में नए स्कूल बनाए गए थे। अभिनव स्कूल खोले थे। राजधानी लखनऊ में संस्कृति स्कूल खोला गया लेकिन भाजपा सरकार ने नहीं चलने दिया। मुख्यमंत्री जी को पाठशालाओं में जाना चाहिए। देखना चाहिए कि स्कूलों की हालत कितनी जर्जर है। मुख्यमंत्री जी के जिले में पाठशाला की छत गिरी बच्चे घायल हो गये। भाजपा सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए अपना कोई काम नहीं है। जनेश्वर मिश्रा पार्क समाजवादियों ने बनाया। इसके गेट पर भाजपा सरकार के लोगों ने अपना पत्थर और होर्डिंग लगा दिया है। इस सरकार ने पार्क को बर्बाद कर दिया। सरकार के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं होता है तो झूठा मुकदमा लगाकर लोगों को जेल भेजना शुरू कर देती हैं।
अखिलेश यादव ने पंचायती राज विभाग से जाति और धर्म विशेष को लेकर जारी पत्र को भाजपा सरकार की सोच का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जो भी गैरकानूनी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो। लेकिन एक जाति और धर्म विशेष को टारगेट करना संविधान विरोधी काम है। हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे। न्याय पालिका तुरंत संज्ञान ले। पीडीए को जितना प्रताड़ित किया जाएगा, पीडीए एकता उतनी ज्यादा बढ़ेगी। भाजपा सरकार बुनियादी मुद्दों बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और बाढ़ से ध्यान हटाने और बहस बदलने के लिए इसी तरह के हथकंडे अपनाती है। भाजपा ने पहले सांसद इकरा हसन के खिलाफ अपने लोगों से कहलाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिर सांसद डिम्पल यादव के खिलाफ भी अपने लोगों से बयान दिलाया। तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे भाजपा की मानसिकता उजागर होती है। लेकिन पीडीए के लोग जागरूक हैं। इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे। पीडीए का लक्ष्य भाजपा का सफाया करना है। प्रदेश में जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा भाजपा के लोगों ने किया है। लखनऊ समेत प्रदेश में जहां-जहां तालाब और वेटलैण्ड एरिया था उस पर भाजपा के लोगों ने कब्जा कर लिया है। अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी की रजिस्ट्रियां निकाल कर देख ली जाए तो पता चल जाएगा कि भाजपा के लोगों ने कितनी जमीनों पर कब्जा कर लिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बाढ़ की तबाही से प्रदेश की जनता परेशान है। प्रयागराज में 20 हजार करोड़ रूपये खर्च करने के बाद भी बाढ़ से लोगों के घर डूबे है। घरों में पानी है। सरकार पीड़ितों को राहत नहीं दे रही है। बाढ़ पीड़ितों को बासी पूड़ी बांटी जा रही है। बड़ी संख्या में लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं। पीने को पानी नहीं है। शौचालय नहीं है। बीमारों और मरीजों के लिए इलाज की व्यवस्था नहीं है। यही हाल क्योटो (वाराणसी) का भी है। क्यूटो में भी स्मार्टसिटी के नाम पर 20 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा पैसा खर्च हुआ होगा। गोरखपुर में भी खर्च हुआ है। सभी शहरों का बुरा हाल है। राजधानी लखनऊ में मेयर भाजपा का है। सरकार भाजपा की है। लेकिन नालियां भरी पड़ी है। कूड़े का ढेर है। सड़कों में गड्ढे है। जगह-जगह जलभराव और कीचड़ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार हर मामले में फेल है। किसान की आय दोगुनी नहीं हुई। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार बढ़ गया है। अर्थव्यवस्था को लेकर अमेरिका की तरफ से जो फैसला लिया जा रहा है उससे देश का व्यापार संकट में होगा। भाजपा सरकार की विदेश नीति विदेश चली गयी। जो लोग आज स्वदेशी को याद कर रहे हैं वह मुंह से स्वदेशी है, लेकिन मन से विदेशी है। यह लोग दावा करते थे कि दुनिया भर से इन्वेस्टमेंट आ रहा है। अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी-बड़ी बाते करते हैं लेकिन मुख्यमंत्री जी को पता नहीं कि अर्थव्यवस्था क्या होती है..?
जब जनता ने भाजपा को हराना शुरू कर दिया तब एसआईआर के बहाने वोट कटवाने की योजना लायी गयी है। एसआईआर जैसी योजना उत्तर प्रदेश में आयेगी तो समाजवादियों को और जागरूक होकर काम करना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से 18 हजार वोट कटने की शिकायत एफिडेविट के साथ की थी। इन वोटरों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट डाला था लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका वोट काट दिया गया। इस शिकायत पर चुनाव आयोग ने किसी अधिकारी, कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की। न तो यह बताया गया कि किस वजह से वोट काटे गये। भाजपा सरकार शिक्षा के खिलाफ:अखिलेश यादव