आज फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में विशाल चुनावी जनसभा को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सम्बोधित किया। श्री अखिलेश यादव ने फूलपुर से समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी श्री मुजतबा सिद्दीकी को भारी मतों से चुनाव जिताने की अपील की। प्रयागराज में अपनी मांगो को लेकर बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र आंदोलन पर बैठे है। जो लोग वन-नेशन-वन इलेक्शन का नारा देते है वे एक साथ एक परीक्षा नहीं करा पा रहे है। पता नहीं कैसी परीक्षा कराना चाहते है। प्रयागराज में जो नौजवान आंदोलन कर रहे हैं। सब पढ़े-लिखे हैं। ये कल के अधिकारी बनेंगे। भाजपा सरकार ने उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है। नौजवान एक साथ परीक्षा कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। उनकी मांगे जायज है। ये सब सरकार को जगाना चाहते हैं। मेरी इच्छा थी कि फूलपुर में जनसभा से पहले छात्रों के आंदोलन में शामिल होता और उनके बीच बैठता, लेकिन मैं जाता तो बहुत लोग कहते कि आंदोलन राजनीति से प्रेरित है। मैं छात्रों के आंदोलन का समर्थन करता हॅू। उन्हें बधाई देता हॅू। भाजपा ने नौजवानों के साथ किसानों को भी दिया धोखा
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस समय पता चला कि मैं छात्रों के आंदोलन में शामिल हो सकता हॅू, तो पुलिस ने छात्र-नौजवानों और बेटियों को हटाना और घसीटना शुरू कर दिया। सरकार प्रतियोगी छात्रों के साथ कायराना हरकत कर रही है। मैं नौजवानों के साथ इस कायराना व्यवहार की निंदा करता हॅॅू। भाजपा सरकार ने छात्रों के साथ जो किया है, लोकतंत्र में उससे शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता है। भाजपा सरकार के एजेंडे में नौकरी, रोजगार, सौहार्द और भाईचारा नहीं है। इस सरकार ने युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है। धोखा दिया है। यह सरकार जानबूझकर पेपर लीक कराती थी, क्योंकि ये नौजवानों को नौकरी नहीं देना चाहते। भाजपा का इतिहास है, पेपर लीक में भाजपा के लोग शामिल रहते हैं। परीक्षा प्रणाली हेराफेरी में, परीक्षा की तारीख टालने वालों में, परीक्षा रद्द कराने, आरक्षण मारने वाले हर जगह भाजपा के लोग ही है। उन्होंने कहा कि जब से समाजवादियों ने पीडीए का नारा दिया है। ये बौखलाए हुए हैं। पीडीए से दुश्मनी रखते हैं। अब तो उन्हें पीडीए अक्षर से भी दुश्मनी हो गयी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नौजवानों के साथ ही किसानों को भी धोखा दे रही है। भाजपा के लोग डीएपी की कालाबाजारी कर रहे हैं। किसानों को फसलों की बुआई के लिए डीएपी और अन्य खादें नहीं मिल रही है। इस सरकार में अभी तक खाद की बोरी से चोरी हो रही थी, अब तो पूरी बोरी ही गायब कर दी। किसान सुबह से रात तक लाइनों में लगा रहता है। आखिर में उसे खाद नहीं मिलती है। भाजपा किसानों को अपने हाल पर छोड़ दिया। आज महंगाई चरम पर है। जनता भाजपा से बहुत नाराज है। भाजपा विधानसभा उपचुनाव में सभी नौ की नौ सीटे हारेगी। पहले उपचुनाव 13 नवम्बर को होने वाला था, जब भाजपा को पता चला की सब सीटें हार रहे हैं तो तारीख बदल दी। पहले अयोध्या में मिल्कीपुर का चुनाव टाला, उसके बाद उपचुनाव की तारीख टाली। भाजपा कुछ भी कर ले जनता इन्हें हराकर भेजेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बेईमानी करके फूलपुर विधानसभा चुनाव जीता था। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी फूलपुर में भाजपा वोट से नहीं जीत पायी तो अधिकारियों को आगे करके जीता था। समाजवादी पार्टी फूलपुर से हारी नहीं थी, अधिकारियों ने जीत का प्रमाण नहीं दिया। इस उपचुनाव में फूलपुर विधानसभा की जनता समाजवादी पार्टी को रिकॉर्ड वोटो से जिताएगी। समाजवादी पार्टी को हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। समाजवादी पार्टी के पक्ष में भारी जनसमर्थन देख कर मुख्यमंत्री जी की भाषा बदल गयी है। उनकी पीडीए का फुल फॉर्म भी नहीं समझ में आ रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए को बुरा-भला करने वाले नकारात्मक लोग हैं। उनके एनडीए की शुरुआत भी एन मतलब निगेटिव से होती है। पीडीए सकारात्मक सोच का आंदोलन है। पीडीए का मतलब प्रोगेसिव और पाजिटिव है। हम लोग सबका साथ और विकास कर पीडीए को आगे बढ़ाएंगे लेकिन पीडीए को देखकर कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है।
श्री यादव ने कहा कि यह चुनाव भले ही उपचुनाव है लेकिन यह 2027 के विधानसभा चुनाव का संदेश देगा। भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया है। इसकी कार्यप्रणाली को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर टिप्पणी की है। हम सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हैं, बधाई भी देते है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने बुलडोजर को रोका है। साथ ही एक मामले में सरकार पर जुर्माना लगाया है। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए भी कहा है।
जबसे सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया है, अधिकारी सुधरने लगे है। अधिकारियों को भी पता चल गया है कि ये सरकार अब चलने वाली नहीं, जाने वाली है। महाराष्ट्र का परिणाम जो भी आयेगा, उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की कुर्सी नहीं बचेगी। मुख्यमंत्री जी को पता है कि जनता उनके साथ नहीं है। इसीलिए अधिकारियों को आगे कर चुनाव लड़ रहे हैं। हर तरह की ताकत लगा रहे हैं। जनता से समाजवादी पार्टी को मिल रहे जनसमर्थन से न केवल सरकार डरी हुई है, बल्कि मुख्यमंत्री जी खुद भी हिले हुए है। भाजपा सरकार ने किसानों, नौजवानों को संकट में डाला है, महंगाई बढ़ाई है। भ्रष्टाचार बढ़ाया है। यही इस सरकार की उपलब्धि है। आज खाने-पीने से लेकर सोना तक सब कुछ महंगा हो गया है। भाजपा ने महंगाई बढ़ायी है। जमाखोरी करके अपने लोगों को मुनाफा कमवाया है।
भाजपा सरकार संविधान के अनुसार नहीं चल रही है। जनता के लोकतांत्रिक अधिकार छीन रही है। भाजपा सरकार में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। लोकतंत्र और संविधान तभी बचेगा जब लखनऊ और दिल्ली से भाजपा सरकार हटेगी। विश्वविद्यालय और कॉलेजों में पिछड़ो, दलितों को आरक्षण नहीं मिल रहा है। नियुक्तियों में धांधली हो रही है। पीडीए परिवार के साथ भेदभाव हो रहा है। उपचुनाव में बीएलओ और अधिकारियों की पोस्टिंग में भी भेदभाव किया है। भाजपा लोकतंत्र और संविधान पर नहीं चलने वाली है। संविधान और पीडीए की लड़ाई चलती रहेगी। इस चुनाव में कार्यकर्ता, नेता सावधान रहें। सभी लोगों को पूरी जिम्मेदारी से वोट डालना है। चाहे कोई कितना भी रोके, वोट जरूर डालना है। कोई भूल-चूक नहीं करना है। भाजपा सरकार में महिलाओं-बेटियों के साथ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बेटियां सुरक्षित नहीं है। उनके साथ भारी अन्याय हुआ है। इतनी महिलाओं और बेटियों ने कभी नहीं आत्मदाह का प्रयास किया है, जितना इस सरकार में हो रहा है। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि देश में बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित भाजपा सरकार में है। इस सरकार में थाने- तहसीलों में गरीबों और महिलाओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कहीं न्याय नहीं मिल रहा है। समाजवादी सरकार में जितनी अच्छी योजनाएं चलायी थी, डायल 100, 108 सब बर्बाद कर दिया है। कानून व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। भाजपा ने नौजवानों के साथ किसानों को भी दिया धोखा