समाजवादी विजय रथ यात्रा के पांचवे चरण के दूसरे दिन बुन्देलखंड के ललितपुर के गिन्नौट बाग में आज विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने बुन्देलखण्ड की जनता को धोखा दिया है। नीति आयोग के अनुसार सबसे ज्यादा गरीबी यहां है। बीजेपी ने साढ़े चार साल में जनता को बहुत दुःख और तकलीफ दिया है।अखिलेश यादव का बुंदेलखंड का दौरा दूसरे दिन भी काफी सफल रहा। अखिलेश के सघन जनसंपर्क का दूसरा यह दूसरा दिन है।इस दौरान अखिलेश वर्तमान में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ काफी आक्रोशित नज़र आए। उन्होंने कहा कि यह बुल्डोजर वाली सरकार है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमें आजादी तो मिल गई है,मगर अब तक एकता और समानता का सपना साकार नहीं हुआ है। बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के आधार पर जो आजा़दी दी गई थी वह अभी हमें पूरी तरह से नहीं मिली है।उन्होंने कहा कि भाजपा ने सिर्फ महंगाई दी है,बेरोजगारी दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार जानबूझकर महंगाई बढ़ा रही है। लगातार बढ़ती महंगाई को यह सरकार रोक नहीं रही है। आज किसान नौजवान सभी दुःखी है। रोटी-रोजगार का कोई इंतजाम नहीं है। इस सरकार में सभी परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। सरकार में पता नहीं कौन सा लीकेज है जो बंद नहीं हो रहा है। परीक्षाएं लगातार रद्द हो रही है। समाजवादी सरकार आने पर हम बेहतर इंतजाम करेंगे। नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिलेगा। कोई भी परीक्षा रद्द नहीं होगी। किसान को खाद के लिए लाइन में नहीं लगना होगा। उनके लिए नई योजनाएं लाएंगे। उम्मीद से ज्यादा बिजली में राहत मिलेगी। भूख से निजात दिलाएंगे। बुन्देलखण्ड की किस्मत बदलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘चौहान समाज आज अपनी छवि खो चुका है. जिस समाज से पृथ्वीराज चौहान रहे हों, उस समाज को विकास की धारा से दूर रहना पड़ा है। सपा की सरकार आएगी तो यह विकास की गंगा बहाई जाएगी।’
सपा सरकार के समय हमने गरीबों के लिए समाजवादी खाद्य पैकेट का इंतजाम किया था। तालाब खुदवाए थे। नौजवानों को लैपटॉप बांटे थे। राहत पैकेट में आटा, चावल, आलू, नमक, घी मिल्क पाउडर दिया गया था। भाजपा मिली-जुली संस्कृति खत्म करने पर तुली है। जाति-धर्म के नाम पर उत्तर प्रदेश को पीछे कर दिया है। अब भाजपा की कोई चाल नहीं चलने वाली है। इनके जुमले भी नहीं चलेंगे। कोरोना काल में हमारे गरीब और मजदूर अपने घरों को जाने के लिए पैदल चलने पर मजबूर हुए। भाजपा सरकार ने राज्य की सीमाओं को बैरिकेडिंग लगा कर रोक दिया। ऐसा अन्याय और अत्याचार बंटवारे के समय भी नहीं हुआ था। सरकार के पास सब कुछ था लेकिन कोई मदद नहीं की। हमारी सरकार होती तो हम बस और गाडियों से उन्हें घर भिजवाने का इंतजाम करते। अपने लोगों को पैदल नहीं चलना पड़ता।
अखिलेश यादव ने कहा कि ललितपुर में एक गर्भवती को पैदल चलना पड़ा और बेटी पैदा हुई। उसकी भी मदद सरकार ने नहीं की सिर्फ समाजवादियों ने की। इसी तरह कोरोना काल में जिन भी मजदूरों की मृत्यु हुई समाजवादियों ने उनकी मदद की। श्री यादव ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग परिवारवाद की बात करते हैं लेकिन वे परिवार का दुःख और तकलीफ नहीं समझते। परिवार का दुःख परिवार वाले ही समझ सकते हैं जिनके परिवार नहीं है वे दूसरों के दुःख, तकलीफ और संवेदना नहीं जानते हैं।श्री यादव ने कहा कि ये जो मुख्यमंत्री हैं वे योगी नहीं लगते हैं। योगी वह होता है जो दूसरे के दुःख को अपना दुःख समझता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो भी फैसले है वह जनविरोधी है। बीजेपी ने जितने फैसले किये उसके बाद जनता को लाइन में लगना पड़ा। नोटबंदी के समय, कोरोना में दवा इलाज के लिए और अब किसानों को खाद के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को बहुत तकलीफ दी है। किसानों पर तीन काले कृषि कानून जबरन लाद दिया था। उसका विरोध करने वाले हमारे किसानों को इस सरकार ने जीप से कुचलवा दिया। श्री यादव ने कहा कि यूपी और केन्द्र की सरकार सत्ता से बाहर जायेगी तभी किसानों को न्याय मिलेगा।अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार आने पर किसानों के लिए नई योजनाएं लाएंगे। मंडियां बनाएंगे, समय पर खाद-बीज का इंतजाम करेंगे। बुन्देलखण्ड में पानी की व्यवस्था करेंगे जिससे किसान दो फसलें ले सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को योगी नहीं योग्य सरकार चाहिए। योग्य सरकार होगी तो पढ़ाई और रोजगार का अच्छा इंतजाम होगा। ये नाम बदलने वाली और रंग बदलने वाली सरकार है। ये झूठे वादे तो करते ही हैं विज्ञापनों में भी झूठ बोलते हैं। नाम बदलते है और काम की चोरी करते हैं।
“हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए,इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
सिर्फ़ हंगामा खड़ा करना मेरा मक़सद नही,मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।।”
‘हम रंगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं,इसीलिए ओमप्रकाश राजभर की पार्टी, महान दल के नेता, कृष्णा पटेल जी को साथ लाए हैं। हम विभिन्न रंगों को जोड़कर विकास की गाथा लिखेंगे, मगर इस एक रंग की पार्टी के पास कोई विकास की योजना नहीं है।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में जबसे बाबाजी की सरकार बनी है तब से सब बर्बाद हो गया है, मगर अब प्रदेश की जनता जान गई है कि नाम बदलने वाली सरकार को ही बदलना।’ उन्होंने कहा, ‘किसान उनको अपनी सीमा में घुसने नहीं देंगे। इसीलिए भाजपा सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापिस ले लिया है, मगर अब तक एमएसपी के लिए कानून नहीं आया है। जब तक एमएसपी पर कानून नहीं आएगा तब तक समाजवादी पार्टी किसानों के हक में आवाज़ बुलंद रखेगी।
अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड में बड़े बहुमत वाली भाजपा सरकार है। विधायक सब उनके हैं. लोकसभा में भी उनके सभी सांसद हैं। उसके बावजूद बुंदेलखंड विकास के मामले में बहुत पिछड़ा हुआ है। रैली में अखिलेश यादव ने कहा कि यहां ऐसी गुरबत है कि एक आदमी की औसत दैनिक आमदानी मात्र 51 रुपये ही है। गौरतलब है कि बुंदेलखंड में विधानसभा की 19 सीटें हैं और सभी भाजपा के पास हैं। इसी तरह लोकसभा की सीटों पर भी भाजपा का कब्ज़ा है।उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में 7 ज़िले हैं जिनमें चित्रकूट, बंदा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर शामिल हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि कागजी पिछड़े लोग जातीय जनगणना नहीं कराएंगे। जातीय जनगणना कराएंगे तो उनकी पोल खुल जाएगी। गरीबों और पिछड़ों को भागीदारी देनी पड़ेगी। श्री यादव ने कहा कि यह नई सपा है। यहां सबके हक और सम्मान की बात होती है। सपा सरकार ने बुन्देलखण्ड में सोलर प्लांट और बिजली के प्लांट लगवाए, बिजली का उत्पादन बढ़ाया। लेकिन भाजपा सरकार ने एक भी यूनिट बिजली नई नहीं बनायी। लेकिन हमारे गरीबों और किसानों को बिजली महंगी मिल रही है। ये मुख्यमंत्री तो ऐसे है जो बिजली प्लांट का नाम तक नहीं ले सकते। सपा सरकार आने पर किसानों, गरीबों को बिजली के बिल में उम्मीद से ज्यादा राहत देंगे। लोगों का जोश और उत्साह बता रहा है कि इस बार चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी। समाजवादी लोग प्रचंड बहुमत से सरकार में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी योग्य सरकार देंगे। इस अवसर पर स्थानीय लोकनृत्य भी प्रस्तुत किए गए।आज के कार्यक्रम में सुहेल देव भारतीय समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के अलावा चंद्र पाल यादव, शशांक यादव, श्याम सुन्दर, आर.एस. कुशवाहा, अखिलेश कटियार, कैलाश सिंह, ज्योति सिंह, चंद्रभूषण सिंह,गुड्डू राजा,प्रदीप तिवारी, दिग्विजय सिंह देव, रामकरन निर्मल तथा अनीस राजा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है।