निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बदनुमा धब्बा हैं-निषाद

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निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बदनुमा धब्बा हैं-निषाद

संजय निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बल्कि बदनुमा धब्बा हैं। निषाद पार्टी संजय निषाद एंड फैमिली की प्रा. लि. लूट कम्पनी है। निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बदनुमा धब्बा हैं-निषाद

लखनऊ। राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव चौ. लौटनराम निषाद ने कहा की जाति आधारित राजनीतिक दल बनाये निषाद, राजभर, कुर्मी समाज के नेता जाति के नाम पर सौदेबाजी की पारिवारिक दुकान चला रहे हैँ ।अपना दल (एस ) अनुप्रिया पटेल एंड हसबैंड, सुभासपा ओमप्रकाश राजभर एंड संस एवं निषाद पार्टी संजय निषाद एंड फैमिली की प्रा. लि. लूट कम्पनी है। उन्होंने कहा कि चुनावी गठबंधन के तहत मिली सीटों को माफियाओं को बेचकर अपना घर भरने व समाज को बिकाऊ बनाकर बदनाम करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि संजय निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बल्कि बदनुमा धब्बा हैं। निषाद समाज को झूठे सपने दिखाकर समाज को लूटने व पारिवारिक दुकान चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि निषाद पार्टी संजय निषाद के परिवार की लूट कम्पनी है। निजस्वार्थ में संजय निषाद ने निषाद समाज को बदनाम व तबाह कर दिया है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना व मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के नाम पर समाज के भोले भाले लोगों को झूठे सपने दिखाकर खूब लूटपाट किया है।

उन्होंने कहा कि संजय निषाद की दोगली राजनीति के कारण निषाद, कश्यप, बिन्द, मछुआ समुदाय अधिकार विहीन हो गया है, मछुआ समुदाय का मत्स्य पालन जैसा परम्परागत पुश्तैनी पेशा पूरी तरह छीन गया है और उस माफियाओं का कब्जा हो गया है।आरक्षण के मुद्दे पर राजनीति शुरू करने वाले संजय निषाद ने पारिवारिक स्वार्थ में आरक्षण के मुद्दे को ही खत्म करा दिया। संजय निषाद वर्तमान में भाजपा की गुलामी में अपने को लिप्त कर लिया है। अपने को पोलिटिकल गॉडफ़ादर ऑफ़ फिशरमैन कम्युनिटी कहने वाला संजय निषाद पोलिटिकल ब्लैकमेलर एंड चिटर बन निषाद समाज को बेकारी व तबाही की स्थिति में पहुंचा दिया।


निषाद ने संजय निषाद को ठग ऑफ़ निषाद बताते हुए कहा कि सप्लामेंट्री इंटर पास संजय निषाद ने अपने को स्वीडेन से मेडिकल में पीएच.डी., दून व कैंब्रिज कॉलेज से पढ़ा हुआ व मेडिकल कॉलेज का महाप्रबंधक बताकर भोले भाले निषाद समाज को लूट का शिकार बनाया। चर्चा में आने के लिए 7 जून 2015 को कसरवल में अपने ही आदमी से पूर्व नियोजित योजना के अनुसार इटावा के अखिलेश निषाद की गोली मरवाकर हत्या करा दिया। उन्होंने संजय निषाद को कफ़नचोर बताते हुए कहा कि अखिलेश निषाद के परिवार की मदद के लिए समाज ने कई करोड़ का चंदा दिया, जिसे अपने खाते में मंगाकर हड़प लिया, अखिलेश निषाद के परिवार को एक अधेला भी नहीं दिया।


निषाद ने निषाद पार्टी को संजय निषाद एंड फैमिली की लूट कम्पनी बताते हुए कहा कि यह कैसी पार्टी जिसका राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद भाजपा का एम एल सी, प्रदेश प्रभारी श्रवण कुमार निषाद भाजपा विधायक व राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण कुमार निषाद भाजपा सांसद है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह ब्लैकमेलिंग व चीटिंग है। निषाद समाज को अनुसूचित जाति आरक्षण का सपना दिखाने वाले संजय निषाद ने भाजपा से गठबंधन कर 15 टिकट लेकर एक एक टिकट 3 से 8 करोड़ में बेचकर मालामाल तो हो गया, पर समाज को क्या मिला, कहाँ गया आरक्षण व अधिकार का मुद्दा? उन्होंने कहा कि जेल जाने की डर से संजय निषाद भाजपा के सामने समर्पण कर दिया है। नगर निकाय चुनाव में भाजपा से गठबंधन के नाम पर धन उगाही की गयी, पर भाजपा ने ठेंगा दिखा दिया। संजय निषाद ने नगर निकाय चुनाव के लिए जो उम्मीदवार खड़ा किया था, उन्हें भाजपा के चाबुक के डर से उम्मीदवारी को वापस करा लिया। निषाद निषाद समाज के रहनुमा नहीं बदनुमा धब्बा हैं-निषाद