अब होटल व ढाबों में नहीं बैठ पाएंगे जेल के बंदी

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शासन की नई व्यवस्था से बंदियों की मौज मस्ती पर लगेगी लगाम,सुविधा शुल्क देकर होटल व ढाबों में नहीं बैठ पाएंगे बंदी।अब होटल व ढाबों में नहीं बैठ पाएंगे जेल के बंदी।

कुमार राकेश

लखनऊ। जेल से पेशी पर अदालत जाने वाले बंदी अपने सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में मौज-मस्ती नहीं कर पाएंगे। बंदियों को अत्याधुनिक तकनीक से तैयार की गई पुलिस वैन में न्यायालय भेजा जाएगा। इस वैेन में मौजूद पुलिस गार्ड के सुरक्षाकर्मियों के साथ बंदियों पर कंट्रोल रूम की निगाह रहेगी। वैन में आपात स्थिति की सूचना देने के लिए पैनिक (अलार्म ) बटन लगाया गया है। प्रदेश सरकार के इस कदम से बंदियों की फरारी व वैन रोककर होने वाली वारदातों पर अंकुश लगेगा।

बंदियों व सुरक्षाकर्मियों रहेगी निगरानी- अत्याधुनिकीकरण के तहत पुलिस विभाग को उपलब्ध कराई गई नई प्रिजन वैन में बंदियों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मियों पर निगाह रखने की पुृख्ता इंतजाम किए गए हैं। बंदियों को न्यायालय ले जाने वाले यह वैन कंट्रोल रूम से जुुड़ी रहेंगी। वैन में आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए अलार्म की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा वैन में बैठे बंदियों और सुृरक्षाकर्मियों पर सीसीटीवी के माध्यम से कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाएगी।


प्रदेश भर की जेलों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में बंदियों को पेशी के लिए अदालत ले जाया जाता है। पुलिस महकमें की जर्जर वाहनों से पेशी पर जाने वाले बंदियों को गाड़ी के खराब होने एवं मौका पाकर फरार होने की घटनाएं जगजाहिर है। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 56 जिलों की जेलों को अत्याधुनिक वैन दिए जाने का निर्णय। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रिजन वैन को हरी झंडी दिखाकर जनपद के लिए रवाना कर दिया। इन वैनों के आ जाने से पेशी के दौरान सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में होने वाली मौज पर नियंत्रण लग जाएगा।


प्रदेश भर की जेलों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में बंदियों को पेशी के लिए अदालत ले जाया जाता है। पुलिस महकमें की जर्जर वाहनों से पेशी पर जाने वाले बंदियों को गाड़ी के खराब होने एवं मौका पाकर फरार होने की घटनाएं जगजाहिर होती रहीं हैं । इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 56 जिलों की जेलों को अत्याधुनिक वैन दिए जाने का निर्णय लिया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रिजन वैन को हरी झंडी दिखाकर जनपद के लिए रवाना कर दिया। इन वैनों के आ जाने से पेशी के दौरान सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में होने वाली मौज-मस्ती पर नियंत्रण लग जाएगा। जेल से पेशी पर न्यायालय जाने वाले बंदियों के सुरक्षाकर्मियों को सुविधा शुल्क देकर होटल व ढाबों में मौज करने की शिकायतें शासन को लगातार मिल रही थी।


मालूम हो कि अभी तक जेल से पेशी पर न्यायालय जाने वाले बंदियों के सुरक्षाकर्मियों को सुविधा शुृल्क देकर होटल व ढाबों में मौज करने की शिकायतें शासन को लगातार मिल रही थी। इस दौरान कई बंदी सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार भी हो चुृके है। इसके साथ ही कई बंदी पेशी के बाद अपने घरों तक चले जाते थे। इन शिकायतों को देखते हुए शासन ने यह निर्णय लिया है। सरकार की यह नई व्यवस्था कितनी कारगर होगी यह तो आने वाला समय बताएगा। फिलहाल इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया है।