लखनऊ। 15 दिसंबर टीम आरएलडी के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्रा ने आज जारी वक्तव्य में उत्तर प्रदेश पुलिस की हाल की घटनाओं में संलिप्तता को भयानक त्रासदी बताते हुए कहा कि “जब रक्षक ही भक्षक “बन जाएंगे तब आम जनों का क्या होगा ?गौरतलब है कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार सिपाहियों द्वारा बाराबंकी जिले के ईंट -भट्ठा व्यवसाई का अपहरण कर उनसे ₹500000 फिरौती के रूप में वसूलने की घटना घटित हुई थी, जिससे ना केवल पुलिस विभाग को शर्मसार होना पड़ा बल्कि पूरे पुलिस महकमे को कलंकित कर दिया।
अनुपम मिश्रा ने प्रदेश सरकार के दावों को हवा हवाई बताते हुए कहा कि प्रदेश में कानून का राज पूरी तरह समाप्त हो चुका है और यहां अपराधियों के हौसले तो बुलंद है ही अब पुलिस भी आपराधिक कृत्यों में लिप्त हो गई है और सरकार है कि प्रतिदिन स्वयं की ही तारीफ़ करने में व्यस्त है। कानपुर के एक व्यक्ति को एस.ओ.जी. के आठ पुलिसकर्मियों द्वारा बंधक बनाया गया,फिर उस से उगाही की गई बाद में उसे झूठे केस में फंसा दिया गया। कानपुर के मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस द्वारा हत्या हो या जौनपुर में पुलिस हिरासत में युवक की मौत ,यह सब एक बानगी भर है और यह तो कुछ मामले हैं जो प्रकाश में आए हैं ,प्रतिदिन ऐसे सैकड़ों घटनाएं घटती हैं, पर वह पुलिसिया दहशत के कारण सामने नहीं आ पाती । इसलिए प्रदेश की सरकार का यह दावा कि प्रदेश में कानून का राज है। केवल किताबी है। प्रदेश में जंगलराज और गुंडाराज है। अनुपम मिश्रा ने आह्वान करते हुए कहा कि चुनाव समीप है जनता को आने वाले समय में ऐसी सरकार को चुनना होगा जो ख़ाकी और खादी दोनों का इक़बाल स्थापित कर सके और राष्ट्रीय लोकदल इसके लिए कटिबद्ध है।