
राजेन्द्र चौधरी
भाजपा सरकार में बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं का सिर्फ नारा लगता है, महिलाओं और बेटियों का सर्वाधिक अपमान हो रहा है। बेटियां दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। उत्तराखंड में भाजपा नेता के रिजार्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या मन को विचलित करने वाली है। अंकिता 18 सितम्बर 2022 की रात ऋषिकेश के वनतारा रिजार्ट से लापता हुई थी और उसका शव 24 सितम्बर 2022 को ऋषिकेश के चीला नहर से बरामद हुआ था। भाजपा सरकार में बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं का सिर्फ नारा
भाजपा सरकार अंकिता हत्या कांड में प्रारम्भ से ही संदेह के घेरे में रही है। जब उत्तराखंड के सभी राजनैतिक दलों और जनसंगठनों द्वारा सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में करने की मांग की जा रही है तो उस पर लीपापोती क्यों की जा रही है। साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है। भाजपा सरकार अंकिता हत्याकांड के अभियुक्तों को बचाने का प्रयास क्यों कर रही है? भाजपा की सरकारों में महिलाएं, बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है।
भाजपा सरकार में अंकिता को न्याय मिलने की आशा नहीं की जा सकती। नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता के नाम पर रखने और भाई को सरकारी नौकरी देने का वादा अभी तक पूरा नहीं किया गया है। महिलाओं और बेटियों के जितने भी मामले भाजपा राज में सामने आए हैं सब में अभियुक्तों को बचाने की साजिशें हुई है। पीड़ित परिवारों को न्याय मिले, समाजवादी पार्टी उनके संघर्ष में साथ है। भाजपा सरकार में बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं का सिर्फ नारा
























