
शाहजहांपुर जेल में कॉमेडी किंग राजपाल ने बंदियों को खूब लगवाए ठहाके। पेंटिंग एवं साज सज्जा प्रतियोगिता के विजेताओं को किया सम्मानित। अपराध छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े बंदी। अपराध छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े बंदी:राजपाल
राकेश यादव
लखनऊ/शाहजहांपुर। शाहजहांपुर जेल में बॉलीवुड अभिनेता एवं कॉमेडी किंग राजपाल यादव ने बंदियों को खूब ठहाके लगवाए। हास्य अभिनेता ने अपनी सहज अदाओं से बन्दियों समेत उपस्थित लोगों का हृदय जीत लिया। उनकी सहजता, जिसमें उन्होंने अलग अलग बन्दियों के समूहों के बीच जाकर उनके साथ न सिर्फ़ फ़ोटो खिंचवाये वरन खूब मस्ती भी की । कभी ठुमके लगाकर लोगों को झुमा दिया तो कभी गंभीर बात करके बन्दियों को सोचने पर विवश भी किया।
दीपावली के अवसर पर जेल में बंद सभी बंदियों के बीच सज्जा प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें निर्णायक मंडल ने विजेता टीमों को घोषित किया। निर्णायक मंडल में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष डीपीएस राठौर, अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार, वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजीलाल एवं जिला बार काउंसिल के सचिन अवधेश सिंह तोमर ने बंदियों की गई साज सज्जा का विस्तृत अवलोकन कर विजेता टीमों की घोषणा की थी। कार्यक्रम में राजपाल यादव ने विजेता टीमों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाए। कार्यक्रम में उन्होंने कारागार के अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।कॉमेडी किंग राजपाल यादव ने बंदियों के बीच में जा जा करके फोटो खिंचवाए एवं अपनी पुरानी फिल्मों के प्रसिद्ध डायलॉग बोलकर बंदियों को खूब हंसाया। उन्होंने बंदियों को अपराध का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुड़कर अपने परिवार और स्वयं का पालन पोषण करने की सलाह दी। उन्होंने वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल की सराहना की।

कार्यक्रम में इन्द्र पाल यादव, आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेन्द्र पाल सिंह यादव, विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भैया, भाजपा की महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, विनीत मिश्रा, ओंकार मनीषी, राजू बग्गा, शाहनबाज़ ख़ान, रजनी गुप्ता, पूनम मेहरोत्रा, शालू यादव, डॉ पुनीत मनीषी, विनायक अग्रवाल, राजेश शुक्ला, सौमित्र गुप्ता, सुशील गुप्ता, ज्योति गुप्ता, अमन मलिक, बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री अजय वर्मा, सुरेन्द्र सेठ, प्रोफेसर नवीन गुप्ता, एनआईओएस के डिप्टी डायरेक्टर एवं अन्य विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
भैयादूज पर 1100 महिलाओं और बच्चों ने की मुलाकात
भैया दूज के पावन पर्व पर 800 से अधिक बहाने एवं 300 बच्चे कारागार में बंद अपने भाइयों से मिलने आई। जेल प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की गई कि किसी भी बहन को अपने भाई से मिलने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो उसे अधिक समय तक कारगर के मुख्य द्वार के बाहर इंतजार ना करना पड़े इसके लिए प्रातः काल 7:00 से ही मुलाकात प्रारंभ कर दी गई। 40 से 50 के समूह में बहनों को अंदर प्रवेश दिया गया ताकि अंदर जाकर के वह अपने भाई के पास बैठकर भैया दूज मना सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की भीड़ भाड़ व शोर शराबे का सामना न करना पड़े। कारागार के अंदर भैया दूज बनाने के लिए आवश्यक सामग्री की व्यवस्था जेल प्रशासन के द्वारा की गई तथा सभी बहनों को शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था की गई ताकि कोई भी बहन या उनके साथ आए हुए बच्चे पानी के लिए परेशान ना हो। अपराध छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े बंदी:राजपाल






















