विटामिन B12 और विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान

196
विटामिन B12 और विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान
विटामिन B12 और विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान

विटामिन B12 और D की कमी से थकान, कमजोरी, हाथ-पैरों में सुन्नपन, याददाश्त में कमी और एनीमिया जैसे लक्षण हो सकते हैं, जिसके कारण आहार में कमी, पाचन संबंधी विकार, आंत की सर्जरी, और पर्याप्त धूप न मिलना आदि हैं। इनके आयुर्वेदिक समाधान में अश्वगंधारिष्ट और सारस्वतारिष्ट का सेवन, योग, ध्यान और सही आहार का पालन शामिल है।  विटामिन B12 और विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान

आयुर्वेदिक डॉ. रोहित गुप्ता

भारत में क्यों आम होती जा रही है यह समस्या?

आज के आधुनिक और तेजी से बदलते जीवनशैली में विटामिन B12 और विटामिन D की कमी एक सामान्य समस्या बनती जा रही है। रिसर्च के अनुसार भारत की लगभग 47% आबादी इन दो ज़रूरी विटामिन्स की कमी से प्रभावित है। खास बात यह है कि यह समस्या सिर्फ शाकाहारियों में ही नहीं, मांसाहारियों और फलाहारियों में भी पाई जा रही है।

मुख्य कारण: पोषण की कमी या आदतों की गलती?

विटामिन B12 शरीर में कुछ विशेष सूक्ष्म जीवाणुओं (Bacteria) की मदद से बनता है। लेकिन आजकल के अत्यधिक स्वच्छता और केमिकल-आधारित जीवनशैली ने इन अच्छे बैक्टीरिया का विनाश कर दिया है।

  • आहार में कमी: शाकाहारी और वीगन लोगों में इसके कमी का अधिक खतरा होता है क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से मांसाहारी खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। 
  • पाचन संबंधी समस्याएं: क्रोहन रोग या सीलिएक रोग जैसी आंत की स्थितियां विटामिन B12 के अवशोषण को रोक सकती हैं।
  • गैस्ट्रिक सर्जरी: पेट या आंत के कुछ हिस्सों को हटा दिए जाने पर आंतरिक कारक (Intrinc Factor) का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे B12 अवशोषित नहीं हो पाता। 
  • दवाएं: मेटफॉर्मिन जैसी कुछ दवाएं विटामिन B12 की कमी का कारण बन सकती हैं।

रोज़ सुबह टूथपेस्ट, डेटॉल, शैम्पू जैसे रसायनों का अत्यधिक प्रयोग

केमिकल युक्त पानी (RO Water) और रासायनिक खेती

कीटाणु मुक्त भोजन और स्टोरेज में Wax और Preservatives

धूप से डर और लगातार AC में रहना

ये सभी कारण हमारे शरीर को जरूरी Natural Exposure से वंचित करते हैं, जिससे विटामिन B12 और D का स्तर धीरे-धीरे कम होता चला जाता है।

पहचानें लक्षण

क्या आपको भी हो रही है यह कमी?

अगर आपके शरीर में इन विटामिन्स की कमी है, तो आप निम्न लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं

कमजोरी और थकान

बालों का गिरना या जल्दी सफेद होना

हाथ-पैर में सुन्नता या जलन

भूख न लगना या गैस की समस्या

उंगलियों या जोड़ों में दर्द

हल्की सी मात्रा में खाना खाने पर भी पेट भारी लगना

इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत रक्त परीक्षण (Blood Test) कराना चाहिए।

विटामिन B12 और D की कमी का प्राकृतिक और आयुर्वेदिक समाधान

1 सही खानपान की शुरुआत करें

हरी पत्तेदार सब्ज़ियां जैसे पालक, मेथी, चौलाई

अंकुरित अनाज, चना, मूँग

ताज़े फल और सलाद

स्पिरुलिना और नोनी जूस जैसे प्राकृतिक पूरक

सोया दूध, जिसे घर पर बनाना सबसे अच्छा रहता है

👉 अंजीर और खजूर, जिन्हें यीस्ट के साथ भिगोकर सेवन करें

2 धूप का सेवन

सुबह 9 से 11 बजे तक की धूप में 20-30 मिनट बिताएं। स्किन पर सीधे धूप पड़नी चाहिए, क्रीम या सनस्क्रीन के बिना।

3 आदतों में बदलाव

अत्यधिक Sanitization से बचें

साबुन, केमिकल्स और RO पानी का सीमित प्रयोग करें

ऑर्गेनिक खाना और स्थानीय फल-सब्जियों को प्राथमिकता दें

कीटाणुओं और मिट्टी से थोड़ा संपर्क बनाएं

परहेज़ और सावधानी

अगर विटामिन B12 का स्तर बहुत कम (जैसे कि 19) हो जाए तो कुछ समय के लिए डॉक्टरी सलाह के अनुसार दवाइयां या इंजेक्शन लेना अनिवार्य हो जाता है।

लेकिन ध्यान रहे, अगर आप दिए गए आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपायों को नियमित रूप से नहीं अपनाते हैं, तो सुधार की संभावना कम हो जाती है।

विटामिन B12 और D की कमी एक गंभीर लेकिन नियंत्रण योग्य समस्या है। इसके लिए न तो केवल एलोपैथिक दवाएं जरूरी हैं और न ही सिर्फ खाने का ध्यान। ज़रूरत है एक संतुलित जीवनशैली, सजीव (Natural) आहार और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण की। अगर आप भी इन लक्षणों से परेशान हैं, तो आज ही अपना लाइफस्टाइल बदलें। समय पर जांच कराएं और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं। विटामिन B12 और विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान