विरासत को जीवंत रखना जनता और सरकार दोनों की जिम्मेदारी। विंटेज कार रैली में पुरानी कारें बनी आकर्षण का केंद्र, दिखा लखनऊ का नवाबी ठाठ। विंटेज कार रैली : उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और अवध हेरिटेज कार क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित। विंटेज कार रैली में पुरानी कारें बनी आकर्षण का केंद्र
ब्यूरो निष्पक्ष दस्तक
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने एक संदेश में कहा कि हेरिटेज कॉन्क्लेव से लेकर विंटेज कार रैली जैसे आयोजन अपनी विरासत को संजोए रखने का ऐसा प्रयास है, जिसमें जनता और सरकार दोनों की समान भागीदारी जरूरी है। ऐसे आयोजनों से आमजन अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति आकर्षित होते हैं। विंटेज कारें हमें अतीत के उस दौर में ले जाती हैं, जब तकनीक और कला का अनोखा मेल देखने को मिलता था। पर्यटन विभाग सदैव इस तरह के आयोजनों का पक्षधर रहा है। ऐसे प्रयास पर्यटन विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा राजधानी लखनऊ में राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित हेरिटेज कॉन्क्लेव आयोजित करने के एक दिन बाद रविवार को पर्यटन निदेशालय से विंटेज कार रैली का शुभारंभ किया गया। प्रमुख सचिव पर्यटन,संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मुकेश कुमार मेश्राम ने पर्यटन भवन से हरी झंडी दिखाकर विंटेज कार रैली को रवाना किया। यह अनोखी रैली न केवल पुरानी कारों के शौकीनों के लिए खास रहा, बल्कि राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने का एक प्रयास रहा।
प्रमुख सचिव ने इस अवसर पर कहा कि विंटेज कार रैली उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और अवध हेरिटेज कार क्लब की संयुक्त पहल थी। रैली में 21 से अधिक विंटेज कार मालिकों ने हिस्सा लिया। इनमें 1928 की फोर्ड, 1923 की लाल रंग की ऑस्टिन 7 और बेबी ऑस्टिन, वोल्स्ले, 1945 की जगुआर मार्क 4, 1945 की मॉरिस माइनर, 1968 की वी.डब्ल्यू. बीटल और 1958 की फिएट स्पाइडर जैसी पुरानी कारें शामिल थीं। ये कारें जिन रास्तों से गुजरी देखने वाले देखते रह गए।
मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति उप्र. मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ’लखनऊ में दुर्लभ कारों का संग्रह देखकर अच्छा लगा। इतने वर्षों बाद भी विंटेज कारों को उनके मालिकों द्वारा बहुत अच्छी तरह से संभालकर रखा गया है। यह अपनी विरासत और धरोहरों के प्रति सम्मान को दर्शाता है। आने वाले समय में हमारी ओर से ऐसे और भी कार्यक्रम देखने को मिलेंगे, जो राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगे। महाकुंभ- 2025 हमारे लिए एक अवसर प्रदान कर रहा है, जो प्रदेश आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं आदि को राज्य की विरासत, संपत्तियों तथा कम चर्चित स्थानों की ओर आकर्षित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
गौरतलब है, उत्तर प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग राज्य के पर्यटन विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। पर्यटन विभाग ने हेरिटेज कॉन्क्लेव के अगले दिन विंटेज कार रैली आयोजित कर धरोहरों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। विंटेज कार रैली में आजादी से पहले और बाद की दुर्लभ कारों ने आधुनिकता और पुरातन का एक अद्भुत संगम पेश किया।
इससे पहले, पर्यटन विभाग द्वारा विंटेज कार रैली को समर्थन देने के लिए अवध हेरिटेज कार क्लब के अध्यक्ष पी.एन.डी सिंह ने मुख्य अतिथि को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, इस आयोजन के लिए हम यूपी टूरिज्म को धन्यवाद देते हैं।इस अवसर पर प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली भी उपस्थित रहे। कुल 21 विंटेज कारों का यह काफिला पर्यटन निदेशालय से निकलकर रिंग रोड तिराहा, सेवा अस्पताल के रास्ते चंद्रिका देवी मोड़ से 30 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कैप्टन फार्म, बक्शी का तालाब पहुंचा। विंटेज कार रैली में पुरानी कारें बनी आकर्षण का केंद्र