संभावनाओं का अपार संसार लाया 2025

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संभावनाओं का अपार संसार लाया 2025
संभावनाओं का अपार संसार लाया 2025

डॉ. घनश्याम बादल

बस कुछ दिनों में साल 2025 की शुरुआत होने वाली है, जिसका इंतजार सभी को बेसब्री से है। माना जाता है कि नया साल सभी के जीवन में नई खुशियां, उंमग व कई उम्मीदें लेकर आता है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर अवश्य पड़ता है। कुछ लोग साल की शुरुआत से पहले लक्ष्य को पूरा करने की योजना, तो कुछ नए कार्य करने की प्लानिंग करते हैं। साल 2024 ‘बाय-बाय’ कह रहा है और 2025 पूछ रहा है ‘मे आई कम इन’। अब ‘बाय-बाय’ को मानें या न मानें मगर 2024 तो चला ही गया है। वह अपने पीछे एक नया पौधा 2025 के रूप में रोप कर जा रहा है या यूं कहिए कि 2024 का वृक्ष बूढ़ा होकर धरती में समा गया है और उसके बीजों से धरती की कोख से एक नया सूरज, नई कोंपल, नया सवेरा और कुछ नया करने का संदेश निकल कर सामने आ रहा है। आइए स्वागत करते हैं इस नए सूरज का नए सवेरे और नए साल का। संभावनाओं का अपार संसार लाया 2025

     साल का बदलना न कोई अजूबा है और न कोई नई बात। साल ही क्यों, दशक और शताब्दियां तक बदल जाती हैं और इस बदलाव में कुछ अपने आप को दुनिया से आगे कर लेते हैं तो कुछ पीछे खड़े बिसूरते रह जाते हैं कभी भाग्य तो कभी परिस्थितियों तो कभी प्रतिद्वंदियों को दोष देते हुए लेकिन देखने वाली बात यह है कि हमसे चूक कहां हुई हम क्यों एक ‘लीडर’ के रूप में आगे नहीं आ पाए और दूसरा कैसे लाइन में सबसे आगे जाकर खड़ा हो गया. परिस्थितियां और भाग्य उसके भी रास्ते में थे। कर्म हमने भी किया और कर्म उसने भी किया मगर कहीं कुछ फर्क रहा और इसी फर्क को समझने का नाम है नए साल का आगमन। तो इस नव आगंतुक वर्ष का हर्ष के साथ स्वागत किया जाना चाहिए।

अगर आप नए साल पर किसी नए काम की शुरुआत कर रहे हैं, तो भगवान गणेश की प्रतिमा घर ले आएं। वास्तु के अनुसार गणेश जी के आगमन से कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं। गणेश जी की मूर्ति लाने के बाद आप नववर्ष के पहले दिन इसकी विधि-विधान से पूजा अवश्य करें और अपने कार्यस्थल या घर के मंदिर में इसे स्थापित कर दें।

     कर्म की शपथ और उस शपथ को निभाने के दृढ़ संकल्प के साथ 2025 में व्यक्ति, समाज, देश और विश्व सब प्रवेश कर रहे हैं सबका अपना अलग-अलग लक्ष्य और स्वप्न रहेगा अपने लक्ष्यों एवं सपनों को पूरा करने के लिए जहां पसीना बहाना जरूरी है वही स्मार्ट तरीके से, सही दिशा और सही युक्ति का प्रयोग करते हुए नई सोच के साथ 2025 में प्रवेश करना है जो 1 जनवरी को एक शिशु के रूप में प्रकृति के गर्भ से बाहर आकर किलकारियां भरते हुए सबसे कह रहा है “लीजिए मैं आपके स्वागत में मुस्कान एवं मंजिल लेकर खड़ा हूं, आइए ,बढ़ते हैं नई मंजिल की ओर 2025 के आगमन के साथ।

    हर साल नए वर्ष पर नए संकल्प एवं नए निश्चय किए जाते हैं पर देखने में आता है कि साल तो बदल जाता है लेकिन वही पुराने संकल्प और वही पुराने तौर तरीकों का निश्चय लेकर हम नए साल में प्रवेश करते हैं । सोचने वाली बात यह है कि जब साल नया है, परिस्थितियां नई हैं, परिवेश नया है, नया सूरज उगा है, नई किरण आई है तो फिर पुराने तरीके, पुराने संकल्प और निश्चय से कैसे काम चलेगा ? आइए, 2025 में प्रवेश करते हैं नए संकल्पों एवं नई तकनीकी परिस्थितियों से उभरते हुए खतरों एवं प्रगति के नए सोपानों को ध्यान में रखते हुए।

हिंदू धर्म में तुलसी को बेहद पवित्र माना गया है, रोजाना इसकी पूजा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती हैं। ऐसे में नए साल से पहले आप तुलसी के पौधे को घर में ला सकते हैं, इसके आगमन से परिवार में सकारात्मकता का वास हमेशा बना रहेगा।

     कड़ी मेहनत,पक्का इरादा,अनुशासन, लक्ष्य पर दृष्टि, नेकनीयत, सहयोग, सद्भावना, सबके कल्याण की सोचना,आत्म चिंतन, गलतियों से सबक लेना,परिवार के साथ मिलजुल कर रहना, पुरानी रंजिशें खत्म करना, नए मित्र बनाना, पुराने को जोड़ कर रखना, खुश रहने का प्रयास करना और दूसरों को खुश रहने देनाव  स्वास्थ्य को सर्वोच्च वरीयता देना और आस्था पूर्वक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपने कार्य में लगे रहना कुछ ऐसे संकल्प हैं जो कभी पुराने नहीं पड़ते हैं और इन संकल्पों के पालन करने से निश्चित रूप से सफलता का सूर्य नए साल में भी आपके भाग्य ,घर तथा कार्यक्षेत्र में उगेगा इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन एक बार फिर से वही बात जब साल नया है तो कुछ नए तरीके से करना और सोचना तो पड़ेगा ही।

हर साल नई से नई तकनीक सामने आ रही है जो पुरानी तकनीक को काल के दर्द में गायब कर देती हैं । तो इस साल का सबसे पहला संकल्प हो परिवर्तनों के साथ खुद को भी समायोजित करना।अब कृत्रिम बुद्धि लब्धि यानी ए आई का ज़माना है. इसका उपयोग करना हमें सीखना ही पड़ेगा। इसे किस तरीके से प्रयोग कर हम अपने जीवन को निखार सकते हैं . इसके लिए हमें अपने ज्ञान को अपडेट करने के लिए सदैव सजग रखना होगा। साथ ही साथ ए आइ के खतरों से भी सावधान रहना होगा। उनसे बचने के तरीके भी ढूंढने होंगे। उदाहरण के लिए लगातार चल रही डिजिटल अरेस्ट की खबरें मन परेशान करती हैं।आपके मोबाइल पर तरह-तरह की ‘फेक कॉल’ एवं धमकियां आ सकती हैं उनसे कैसे निपटना है, कैसे उनके जाल से बचना है इस बात को 2025 में उच्च वरीयता पर रखना होगा।

वास्तु के अनुसार साल 2024 समाप्त होने से पहले महालक्ष्मी यंत्र को घर में स्थापित कर लें, इससे परिवार में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। माना जाता है कि महालक्ष्मी यंत्र से परिवार में जीवन खुशहाली आती है।

   जहां डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से फ्रॉड करने वाले लोग आपकी कमाई निगल जाते हैं और आपको तनाव दे जाते हैं वहीं आप नई तकनीक का इस्तेमाल करके कमाई के नए रास्ते एवं जरिए ढूंढ सकते हैं। बहुत सारे युटयुबर्स, ब्लॉगर्स एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नए-नए कार्य करने वाले लोग आजकल बहुत अच्छी कमाई कर रहे हैं। यदि हम भी इसी प्रकार के कुछ नए कार्य कर सकें तो निश्चित रूप से आर्थिक समृद्धि के द्वार 2025 खोलकर तैयार खड़ा होगा।

  अब यदि आप नई तकनीक से बिल्कुल भी वाकिफ नहीं हैं तो मुश्किल तो होगी लेकिन यदि सृजनात्मक चिंतन आपके पास है तो आप नई तकनीक वाले साथियों को अपने साथ ऑन पेमेंट या साझेदारी में जोड़ सकते हैं। उदाहरण स्वरुप जो गृहणियां बहुत अच्छा स्थानीय खाना बनाना जानती हैं वह घर पर बैठकर ही स्विगी, जोमैटो या इस तरह के दूसरे संस्थानों से जुड़कर अच्छी खासी कमाई कर सकती हैं। आप अपने स्थानीय उत्पादन वोकल फॉर लोकल का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन दूर-दूर तक बेचकर अपने लिए एक बाजार तैयार कर सकते हैं. थोड़ी सी सावधानी, युक्ति एवं बुद्धिमानी से यदि आप चलेंगे तो लक्ष्मी और कुबेर दोनों ही आपके घर 2025 में आने की इंतजार देख रहे हैं। अब संकल्प कुछ भी हों,कैसे भी हो मगर संकल्प लेने से पहले यह जरूर देख लें कि वे यथार्थपरक हों. केवल कल्पना लोक में विचरने से कुछ नहीं होगा। उनकी प्राथमिकता भी तय कर लीजिए कि कौन सा लक्ष्य आपको पहले और कौन सा बाद में प्राप्त करना है। कन्फ्यूजन यानि संभ्रम की स्थिति से बाहर निकलना भी इस साल का एक लक्ष्य हो सकता है।

वास्तु के अनुसार साल 2024 समाप्त होने से पहले घर में मोर पंख ले आएं, इससे परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मोर पंख लाने के बाद आप इसे नववर्ष के पहले दिन पूजा के बाद तिजोरी में रख दें, मान्यता है कि इससे पैसों से जुड़ी समस्याएं समाप्त होती हैं।

    ऑफलाइन एवं ऑनलाइन का समन्वयन बहुत जरूरी है. स्क्रीन टाइम ज्यादा होने का मतलब है आंखें और मानसिक स्वास्थ्य खराब करना तो इधर भी ध्यान देना होगा। हर समय ऑन स्क्रीन रहने से बचना भी जरूरी है लेकिन अपने चिंतन को ऑफ नहीं करना। यदि आपके पास समय एवं ज़रूरत है तो कुछ नए ऑनलाइन कॉर्स कर सकते हैं । किसी शोध कार्य या अविष्कार से खुद को जोड़ सकते हैं। और हां, सफलता के साथ-साथ यह भी भी जान लीजिए कि असफलता भी सफलता की एक सीढ़ी है तो यदि कहीं असफलता मिलती है तो उससे निराशा या तनाव ग्रस्त नहीं होना है अपितु उसे अगले कदम के लिए एक सीख के रूप में इस्तेमाल करना है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि 2025 संभावनाओं का अपार संसार लेकर आ रहा है। अब यह आप पर है कि आप इस अपार ख़ज़ाने में से कितना अपने नाम करते हैं। तो नई संभावनाओं के साथ 2025 का फिर से स्वागत करें। संभावनाओं का अपार संसार लाया 2025