
राजेन्द्र चौधरी
आज के ही दिन 18 जून 1946 पुर्तगाली साम्राज्य के खिलाफ गोवा की आजादी का संघर्ष शुरू हुआ था। मडगांव में पहला सत्याग्रही जत्था रवाना होना था। समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया की भारी बरसात में भी जनसभा चल रही थी। लोगों में बड़ा जोश था। पुर्तगाली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर अगोडा जेल में बंद किया। उन्हें असहनीय यातनाएं दी गई। जनप्रतिरोध के आगे पुर्तगाल की सालाजार सरकार को घुटने टेकने पड़े। 19 दिसम्बर 1961 को गोवा आजाद हो गया। डॉ.राम मनोहर लोहिया की गिरफ्तारी पर गांधी जी ने अपने हरिजन पत्र में लिखा था कि भारत की आत्मा गोवा की जेल में हे। डॉ. लोहिया कोई साधारण व्यक्ति नहीं है। अंततः 9 अक्टूबर 1946 को डॉ. राममनोहर लोहिया रिहा हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर और गांधी संस्थान के आमंत्रण पर गोवा में पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी 19 दिसम्बर 2023 को गोवा मुक्ति दिवस के विविध आयोजनों में 18 से 22 दिसम्बर 2023 तक शामिल हुए।
राजेन्द्र चौधरी ने 19 दिसम्बर 2023 को हर्बल गार्डेन में राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण किया। अगोडा जेल जहां डॉ. राममनोहर लोहिया को बंदी बनाकर रखा गया था, वहां जेल म्यूजियम स्थित प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। जेल की जिस बैरक में डॉ. राममनोहर लोहिया जी को बंदी बनाया गया था वहां उनकी आदमकद प्रतिमा लगी है। राजेन्द्र चौधरी ने मडगांव के लोहिया मैदान में डॉ. राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया। डॉ.राममनोहर लोहिया ने गोवा की आजादी का जो अलख जगाया था और अन्याय के प्रतिरोध का रास्ता दिखाया था आज श्री अखिलेश यादव उसी रास्ते पर चल रहे है। लोकतंत्र और आजादी के मूल्यों को सहेज कर रखने के लिए अखिलेश यादव जी प्रतिबद्ध है। 18 जून 1946 पुर्तगाली साम्राज्य के खिलाफ आजादी का संघर्ष