यूपी को ईको टूरिज्म हब बनाने में जुटी योगी सरकार

45
यूपी को ईको टूरिज्म हब बनाने में जुटी योगी सरकार
यूपी को ईको टूरिज्म हब बनाने में जुटी योगी सरकार

धार्मिक के साथ ही यूपी को ईको टूरिज्म का हब बनाने में जुटी योगी सरकार। लखीमपुर खीरी में चंदन चौकी और शारदा बैराज के पास पर्यटन सुविधाएं की जाएंगी विकसित। टेंट सिटी और वॉटर स्पोर्ट्स के साथ ही थारू कल्चर से भी पर्यटक होंगे रूबरू। दुधवा नेशनल पार्क और किशनपुर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी आने वाले सैलानियों के लिए दो नये पर्यटन स्थलों को किया जाएगा डेवलप। चंदन चौकी में ईको लॉज, टेंटिंग एवं ग्लैम्पिंग और शारदा बैराज के पास टेंटिंग और वॉटर स्पोर्ट्स का किया जाएगा विकास। यूपी को ईको टूरिज्म हब बनाने में जुटी योगी सरकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उल्लेखनीय प्रगति की है। विशेष रूप से धार्मिक पर्यटन ने अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे पवित्र स्थलों के माध्यम से देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित किया है। रामायण सर्किट, कृष्ण-ब्रज सर्किट, बौद्ध सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, सूफी-कबीर सर्किट और जैन सर्किट जैसी योजनाओं ने राज्य के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को वैश्विक पटल पर स्थापित किया है। साथ ही, ईको टूरिज्म, सांस्कृतिक पर्यटन और साहसिक पर्यटन को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। दुधवा, पीलीभीत और कतर्नियाघाट जैसे तराई क्षेत्र जैव विविधता के प्रमुख केंद्र बनकर उभरे हैं। सरकार इन स्थलों की प्राकृतिक सुंदरता को सुरक्षित रखते हुए पर्यटन विकास की दिशा में लगातार प्रयासरत है।

ईको टूरिज्म का नया केंद्र बन रहा लखीमपुर खीरी

लखीमपुर खीरी, अपनी समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण अब ईको टूरिज्म के एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा यहां पर्यटन सुविधाओं के विकास को लेकर कई योजनाएं शुरू की गई हैं। चंदन चौकी क्षेत्र में ईको लॉज, टेंटिंग और ग्लैम्पिंग जैसी आधुनिक सुविधाओं की स्थापना की जा रही है, जिससे पर्यटक प्रकृति के समीप रहते हुए आरामदायक और अनूठा अनुभव प्राप्त कर सकें। इसके साथ ही शारदा बैराज के पास टेंट सिटी और वॉटर स्पोर्ट्स की सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जो साहसिक पर्यटन को नया आयाम देंगी। इन योजनाओं से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी।

स्थानीय समुदाय के लिए सृजित होंगे रोजगार के अवसर

लखीमपुर खीरी न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अब यह ईको टूरिज्म के एक नए और समग्र केंद्र के रूप में उभर रहा है। राज्य सरकार द्वारा चंदन चौकी और शारदा बैराज क्षेत्रों में आधुनिक पर्यटन सुविधाओं जैसे ईको लॉज, टेंटिंग, ग्लैम्पिंग, टेंट सिटी और वॉटर स्पोर्ट्स विकसित किए जा रहे हैं। इन प्रयासों से पर्यटकों को साहसिक और आरामदायक अनुभव एक साथ प्राप्त होगा। इसके साथ ही, इस क्षेत्र की थारू जनजाति की समृद्ध संस्कृति से पर्यटकों को परिचित कराने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों और हस्तशिल्प प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। यह पहल पर्यटकों को स्थानीय परंपराओं, जीवनशैली और सांस्कृतिक विविधता को समझने का अनूठा अवसर प्रदान करेगी। इन योजनाओं का उद्देश्य केवल पर्यटन को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करना और पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करना भी है। प्रशिक्षित नेचर गाइड्स के माध्यम से पर्यटक इस क्षेत्र की जैव विविधता, पक्षियों और वनस्पतियों के बारे में भी समृद्ध जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम अनुकंपा

ईको टूरिज्म को प्रोत्साहित करने की दिशा में योगी सरकार ने कई ठोस नीतिगत कदम उठाए हैं। वर्ष 2022 में लागू की गई नई पर्यटन नीति में वाइल्डलाइफ और ईको टूरिज्म सर्किट को विशेष महत्व दिया गया है, जिसके अंतर्गत ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन’ योजना के जरिए प्रत्येक जिले में विशिष्ट ईको टूरिज्म स्थलों की पहचान और विकास किया जा रहा है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड की स्थापना एक महत्वपूर्ण पहल रही है, जिसने योजनाओं को व्यवहारिक धरातल पर तेजी से लागू करने में मदद की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं बार-बार इस बात पर बल देते आए हैं कि प्रकृति और परमात्मा की उत्तर प्रदेश पर विशेष कृपा है, और इसी दृष्टिकोण के साथ प्रदेश को देश का अग्रणी ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। यूपी को ईको टूरिज्म हब बनाने में जुटी योगी सरकार