लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने आज यहां अपने एक दिवसीय दौरे पर बहराइच पहुंचकर जनपद के गांधीगंज मजहरा तौकली क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात किया। बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री खबरी और प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने पीड़ितों को खाद्य सामग्री वितरित किया। इसके साथ ही बहराइच के घुरदेवी क्षेत्र में भी दोनों नेताओं ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें खाद्य सामग्री वितरित किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और न्याय पंचायत अध्यक्ष अवधेश वर्मा के बाढ़ में बह गए 4 वर्षीय पुत्र के निधन पर उनके आवास से पहुंचकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खबरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हेलीकॉप्टर दौरे के बाद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूरा पूर्वांचल के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में आज भी प्रशासन द्वारा किए जाने वाला आवश्यक इंतजाम नाकाफी है। मुख्यमंत्री दौरे के 4 दिन बीतने के बावजूद आज भी प्रशासनिक स्तर पर जमीनी मदद और बाढ़ग्रस्त इलाके के ग्रामीणों के हालात में कोई आपेक्षित राहत देखने को नही मिल रही है। मुख्यमंत्री बाढ़ राहत के नाम पर केवल हवाई सर्वेक्षण करके मीडिया में हवाई बयान दे रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा बीजेपी की योगी सरकार की सच्चाई तो उनके एक सांसद महोदय लगातार मीडिया में बता रहे हैं। अहंकार छोड़कर मुख्यमंत्री योगी को कैसरगंज से बीजेपी सांसद महोदय की बात पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। प्रदेश सरकार को बाढ़ पीड़ितों के लिए तत्काल कोई ठोस रणनीति बनाकर, उस रोडमैप पर अमल करने की जरूरत है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री खाबरी ने कहा कि समूचे उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है। गंगा नदी जनपद बदायूं, शारदा नदी लखीमपुर खीरी के पलियाकलां एवं शारदानगर, सरयू बबई नदी बहराइच के गायघाट में, घाघरा नदी बाराबंकी के एल्गिनब्रिज, अयोध्या व बलिया के तुर्तीपार में, राप्ती नदी श्रावस्ती के भिनगा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर के बांसी, गोरखपुर के बर्डघाट, बूढ़ी राप्ती नदी सिद्धार्थनगर के ककरही, रोहिन नदी महराजगंज के त्रिमोहिनीघाट और कुआनो नदी गोण्डा के चन्द्रदीप घाट में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। प्रशासनिक स्तर पर जो तैयारी बाढ़ से निपटने और बाढ़ पीड़ितों के लिए करनी थी। वह हर बार की तरह, इस बार भी कागजी और हवा हवाई साबित हुई।
बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं को जानने और राहत सामग्री बांटने पहुंचे कांग्रेस प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने मीडिया से में बातचीत में कहा कि बाढ़ का कहर लगातार पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की नदी प्रभावित क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। जलशक्ति मिशन के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च करने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार आखिर बाढ़ से निपटने का जो दावा लगातार कर रही थी । उसकी कलाई तो इस साल फिर खुलकर सामने आ गई। केंद्र से लगातार मिल रही आर्थिक मदद के बावजूद बाढ़ से निपटने के अपने मकसद को कब प्रदेश की योगी सरकार पूरा कर पाएगी।
उक्त जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले दिनो लगातार हुई बारिश ने समूचे उत्तर प्रदेश के सभी शहर की गलियों, खेल के मैदान को ताल तलैया में तब्दील हो गए। नगर निगम, टाउन एरिया द्वारा करोड़ों रुपया खर्च होने के बावजूद भी सभी जनपद, कस्बों की रोड के अलावा लोगों के घरों में पानी भर गया है। पूरे शहरों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक मक्खी, मच्छरों एवं गन्दगी का साम्राज्य व्याप्त है। प्रदेश की सड़कों में गहरे गहरे गड्ढे पहले भी थे। इस भारी बरसात के बाद सड़के आज इस कदर हो गए हैं कि पैदल, दो पहिया, व तीन पहिया वाहनों का आवागमन तो दूर बद से बदतर हुई सड़कों पर भारी वाहनों का भी चलना बुरी तरह मुश्किल है लगातार सड़क दुर्घटनाओं में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि शहर से लेकर देहात तक विद्युत विभाग की व्यवस्था भी चरमरा गई है। अधिकांश ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट और बिजली व्यवस्था के टूट जाने से आज उत्तर प्रदेश के गावों के हालात बद से बदतर हो चुके हैं। बिना सरकारी मदद के इस बारिश और बाढ़ की दोहरी मार झेल रहें किसानों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आर्थिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो किसानों की मक्का और धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। प्रदेश सरकार जब तक सरकारी मदद को पूरी शक्ति और ईमानदारी के साथ किसान तक मुहैया नहीं कराती, किसानों का जनजीवन जल्दी सामान्य नहीं होने वाला।