- एम्स की तर्ज पर विकसित होगा पीजीआई वर्ष 2024: स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख उपलब्धियां
-खुलेंगे नए विभाग, डिप्टी सीएम की पहल पर शुरु हुआ काम।
-अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम। - अयोध्या के रुदौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दंत रोगियों के इलाज के लिए डेंटल यूनिट की घोषणा।
-दांतों की सभी तरह की बीमारियों का मुफ्त उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
-यूनिट स्थापित करने के लिए 5,82,400 रुपये स्वीकृत। - प्रदेश के 14 राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद-फरोख्त के लिए 1,51,47,30,350 रुपये की घोषणा।
-अमेठी, औरैया, कानपुर देहात, कुशीनगर, कौशाम्बी, गोण्डा, चन्दौली, पीलीभीत, बुलंदशहर, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, सुल्तानपुर एवं सोनभद्र जिले शामिल हैं।
-प्रति राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 10,81,95,025 रुपये आवंटित।
-मरीजों के बेड एवं हॉस्पीटल फर्नीचर के लिए प्रति महाविद्यालय 2,72,93,900 रुपये को मंजूरी।
-14 महाविद्यालयों के लिए कुल 38,21,14600 रुपये स्वीकृत।
महाविद्यालयों में प्रशासनिक फर्नीचर्स के लिए प्रति महाविद्यालय को 6,14,12,500 रुपये आवंटित। - यूपी में 6.25 लाख से अधिक टीबी मरीजों को नोटिफाई कर प्रदेश ने बनाया रिकार्ड।
-एक साल में देश में किया गया अब तक का सबसे अधिक नोटिफिकेशन।
-लखनऊ में सबसे अधिक 28283, आगरा में 27231 नोटिफिकेशन।
-राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश ने 6,24,490 टीबी मरीजों को नोटिफाई कर देश में एक इतिहास रचा। - बरेली-प्रयागराज में भी सीटी स्कैन की सुविधा।
-मशीनों का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ऑनलाइन किया लोकार्पण।
-पीपीपी मोड पर प्रदेश के 71 जनपदों में मशीनों को किया स्थापित। - स्वास्थ्य विभाग में इस्तेमाल होगी एआई तकनीक।
-टेली मेडिसिन सेवाओं में सुधार, गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क अल्ट्रासाउंड सुविधा को लेकर एमओयू साइन।
-उप मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आईआईटी कानपुर, एसबीआई और फिक्की के साथ समझौता पत्र हुए हस्ताक्षरित। - लखनऊ के ठाकुरगंज टीबी व रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में नवीन मशीनें।
-डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लैप्रोस्कोप, एनस्थीसिया वर्क स्टेशन के लिए दी वित्तीय स्वीकृति।
-मशीनों की खरीद के लिए 10.79 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई। - लखनऊ के फैजुल्लागंज में सरकारी अस्पताल की रखी नींव
-50 बेड के संयुक्त चिकित्सालय के भवन का निर्माण काम शुरु हुआ।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया।
9.हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कैंसर की स्क्रीनिंग
-स्तन, सर्वाइकल और मुंह के कैंसर के प्रारम्भिक लक्षणों की पहचान मुमकिन
-यूपी में आसान हुई कैंसर की स्क्रीनिंग। डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
- यूपी में चिकित्सकों की 65 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्ति
-सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष से बढ़ा कर 65 वर्ष की गई।
-वन डिस्ट्रिक्ट-वन मेडिकल कॉलेज का चल रहा काम। - अस्पतालों में चिकित्सकों की हुईं नियुक्तियां
-एनएचएम के अंतर्गत 1907 चिकित्सकों को संविदा एवं 1917 चिकित्सकों की नियुक्ति वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से की गई।
-दिमागी बुखार पर अभूतपूर्ण नियंत्रण पाया गया है। प्रदेश में क्षय रोगियों को आधुनिक उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रयोगशालाओं का नेटवर्क अपग्रेड किया गया है। - आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में मिल रहा इलाज
-आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आमजन को निःशुल्क इलाज मिल रहा है। यूपी में 22,455 क्रियाशील केंद्र हैं, जहां मरीजों का इलाज किया जाता है।
-पांच हजार की आबादी पर स्थापित इन केंद्रों पर 58 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं।
-मरीजों की 13 तरह की जांचें की जाती हैं। सीएचओ के अतिरिक्त महिलाओं की जांच के लिए एएनएम तैनात हैं। - सीएचसी पर भी 24 घंटे में पैथोलॉजी रिपोर्ट
-बढ़ाई गईं पैरा मेडिकल टीमें, मोहनलालगंज सीएचसी पर लगाई गईं अत्याधुनिक मशीनें
कई प्रकार की जांचों की सुविधा, मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा गुणवत्तापूर्ण इलाज - प्रदेश में ऑनकॉल आ रहे डॉक्टर
-स्त्री-प्रसूति रोग विशेषज्ञों, एनेस्थेटिस्टों की ड्यूटी निर्धारित।
-अतिरिक्त मानदेय भी प्राप्त हो कहा चिकित्सकों को। - स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण का पांच साल का ब्लू प्रिंट किया तैयार
-डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बीएमजीएफ के साथ एमओसी का किया विस्तार।
-हस्ताक्षर समारोह में अगले पांच वर्षों के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई चर्चा। - एम्स की तर्ज पर विकसित होगा पीजीआई
-खुलेंगे नए विभाग, डिप्टी सीएम की पहल पर शुरु हुआ काम।
-अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम। - आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के आंकड़ों के तहत 4.7 करोड़ पंजीकरण
-अकेले यूपी के ही 1.24 मरीज हुए रजिस्टर्ड, आंध्र प्रदेश दूसरे, बिहार तीसरे स्थान पर
-देशभर में सबसे ज्यादा ओपीडी पंजीकरण वाले 25 अस्पतालों में 15 उत्तर प्रदेश और उसके बाद पांच आंध्र प्रदेश के हैं। - प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई को मंजूरी
-वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अब तक 1872 सीटों की बढ़ोतरी - केजीएमयू में जल्द फेफड़ा प्रत्यारोपण की सुविधा
-इसके लिए केंद्र सरकार से वार्ता की जा रही है। जल्द ही मंजूरी मिल सकती है।
-मेडिकल कॉलेजों में अव्वल दर्जे की पढ़ाई। - अस्पतालों में अग्निशमन की उचित व्यवस्था
-प्रदेश के सभी अस्पतालों में नियमित मॉक ड्रिल।
-अस्पतालों को किया गया हाईटेक उपकरणों से लैच। - मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से निपटने का खाका तैयार
-डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर समिति का गठन
-समिति के सुझावों के आधार पर मरीजों को मिलेगा उपचार - महाकुंभ-2025 के लिए व्यापक तैयारियां
-परेड स्थल पर 100 बेड का अस्पताल हुआ स्थापित।
-डिप्टी सीएम ने दौरा कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा।
-28 भिन्न श्रेणियों के कुल 231 चिकित्सक इस अस्पताल में तैनात किए गए हैं। - प्रदेश को एक और मेडिकल कॉलेज का तोहफा
-वाराणसी का पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल बनेगा मेडिकल कॉलेज
-इलाज के साथ होगी मेडिकल की पढ़ाई भी, दमानी ग्रुप से हुआ करार - लखनऊ-गोरखपुर में स्टेट टीबी ट्रेनिंग डिमांस्ट्रेशन सेंटर की घोषणा।
-नॉन एल्कॉहोलिक फैटी लिवर डिसीज (एन0ए0एफ0एल0डी0) के गंभीर मरीजों को त्वरित इलाज, मेडिकल कॉलेजों के लिए करोड़ों रुपये का बजट हुआ जारी।
-टीबी को जड़ से मिटाने की दिशा में प्रदेश सरकार का अहम कदम। डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य श्रेणी के स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। वर्ष 2024: स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख उपलब्धियां