पैसा लेकर होती जेल से बंदी की गलत रिहाई..!

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पैसा लेकर होती जेल से बंदी की गलत रिहाई..! झांसी जेल पर तैनात जेलर का अजब गजब कारनामा। जेलर के आतंक,अवैध वसूली और उत्पीड़न से बंदी त्रस्त।

लखनऊ। झांसी जेल में मोटी रकम लेकर बंदी की गलत रिहाई किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जेलर के इस चौंकाने वाले कारनामे का खुलासा अधिवक्ता की महानिरीक्षक कारागार को भेजी गई शिकायत से हुआ है। अधिवक्ता में मामले की जांच विभागीय डीआईजी के बजाय अन्य आईपीएस अधिकारी से कराकर दोषी जेलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

महानिरीक्षक कारागार को भेजी गई शिकायत में कहा है कि बरसाई थाना रक्सा निवासी मोहर सिंह पाल पुत्र प्रागीलाल को पुलिस ने गिरफ्तार करके 26 जुलाई 2024 को जेल भेजा गया। इसको जेलर ने मोटी रकम वसूल करके फर्जी रिहाई करके 28 अगस्त 2024 को जेल से छोड़ दिया। मामले का खुलासा होने पर जेलर ने अपने मौखिक आदेश से सिपाहियों को भेजकर 30 अगस्त 2024 को अगवा करा लिया। बाद में जब घर वालों ने पता किया कि मोहर सिंह को कहां ले गए तो उन्हें बताया गया कि उसे जेल भेज दिया गया।

आईजी जेल को भेजी गई शिकायत में कहा गया है जेल में जेलर के आतंक से भय का माहौल बना हुआ है। जेलर को न तो सरकार का डर है और न ही विभाग के उच्च अधिकारियों का कोई डर है। यही वजह है कि बंदियों से रिहाई और बैरेक ट्रांसफर के नाम पर बंदियों से मोटी रकम वसूल कर रहे हैं। बंदी मोहर सिंह की गलत रिहाई की पुष्टि जेल के रिहाई रजिस्टर, बैरेक लिस्ट चिट्ठे और गेट बुक से एवं मुख्य गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे से की जा सकती है। इससे पूर्व जेलर ने बरेली में तैनाती के दौरान भी एक बंदी की फर्जी रिहाई की थी। जिसमें उन्हें दंडित भी किया गया था। पत्र में आरोपी जेलर की जांच आईपीएस अधिकारी से कराकर इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। जिससे अन्य बंदी इसका शिकार होने से बच सकें। उधर इस संबंध में जब आईजी पीवी रामा शास्त्री से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन ही नहीं उठा।

चार नए जेल अधीक्षको को मिली तैनाती

शासन ने गुरुवार को प्रशिक्षण पूरा कर चुके चार नवनियुक्त जेल अधीक्षकों की तैनाती का आदेश जारी कर दिया। विभाग के संयुक्त सचिव शिवगोपाल सिंह के जारी आदेश में मंजीव विश्वकर्मा को जिला कारागार हमीरपुर, सचिन वर्मा को जिला कारागार सिद्धार्थनगर, अमन कुमार सिंह को जिला जेल रायबरेली और अभिषेक कुमार सिंह को जिला कारागार ज्ञानपुर में तैनात किया गया है। पैसा लेकर होती जेल से बंदी की गलत रिहाई..!