बिना सुभासपा दिल्ली दूर

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बिना सुभासपा दिल्ली दूर
बिना सुभासपा दिल्ली दूर

बिना सुभासपा के दिल्ली की सत्ता हासिल करना हर राजनैतिक पार्टियों के लिए टेढ़ी खीर। बिना सुभासपा दिल्ली दूर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी पूर्वांचल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश कई अन्य जिलों में भी अपनी मजबूत पकड़ रखती है इसकी बानगी 2017 चुनाव में भी नजर आईं जब सुभासपा भाजपा के साथ गठबंधन में होकर लड़ी तो प्रदेश के कई जिलों में सपा का खाता तक नहीं खुला और जब 2022 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा सपा के साथ गटबंधन में होकर लड़ी तो प्रदेश के कई जिलों में भाजपा का खाता तक नहीं खुला। आज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में एक मज़बूत दल के रूप में स्थापित है और प्रदेश में सुभासपा का अपना एक जनाधार है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण सुभासपा को मिले वोटों से लगाया जा सकता है।

2022 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा ने घोसी लोकसभा के अन्तर्गत आने वाली विधानसभा मऊ सदर तथा रसड़ा में 2 लाख से ज्यादा मत प्राप्त किया इसी प्रकार बलिया लोकसभा के जहूराबाद में 1 लाख 15 हजार, गाजीपुर लोकसभा के जखनियां विधानसभा में 1 लाख 13 हजार, चंदौली लोकसभा के अजगरा और शिवपुर विधानसभा में 1 लाख 80 हजार, मछलीशहर लोकसभा के जफराबाद विधानसभा में 91 हजार, बस्ती लोकसभा की महादेवा सीट पर 83 हजार, सलेमपुर लोकसभा की बेल्थरा रोड तथा सलेमपुर विधानसभा में 1 लाख 44 हजार मत, मिश्रिख लोकसभा के मिश्रिख तथा संडीला विधानसभा में 1 लाख 4 हजार मत, संतकबीर नगर लोकसभा की धनघटा विधानसभा सीट पर 72 हजार 600 मत , कुशीनगर लोकसभा के रामकोला तथा खड्डा विधानसभा में 73 हजार 400 मत, डुमरियागंज लोकसभा के शोहरतगढ़ विधानसभा में 46 हजार 590 मत तथा महाराजगंज लोकसभा के महराजगंज सदर विधानसभा सीट पर 22 हजार 395 मत प्राप्त करते हुवे अपनी ताकत का प्रमाण दिया। 2017 के विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ लोकसभा की मेंहनगर विधानसभा सीट पर 63 हजार 625 मत तथा जौनपुर लोकसभा की शाहगंज विधानसभा सीट पर 58 हजार 656 मत प्राप्त करते हुवे अपनी ताकत का एहसास कराया और जब 2019 में अंबेडकर नगर लोकसभा की जलालपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी 9040 हजार मत प्राप्त करते हुवे सुभासपा के होने का एहसास कराया।

बिना सुभासपा दिल्ली दूर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की ताकत और मजबूती का अंदाजा इन प्राप्त मतों से लगाया जा सकता है जो इस बात की पुष्टि करता है की इन सभी लोकसभा सीटों पर माननीय ओम प्रकाश राजभर जी तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का पूर्णतः प्रभाव है और बिना इनके इन सीटों को जितना किसी भी राजनीतिक दल के बस की बात नहीं है।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी इसके अलावा लालगंज, वाराणसी, भदोही, गोरखपुर, देवरिया, बांसगांव, गोंडा, श्रावस्ती, बहराईच, कैसरगंज, बाराबंकी, सुल्तानपुर, मिर्जापुर तथा राबर्ट्सगंज लोकसभा में भी अपना जनाधार रखती है हां ये अलग बात है की गटबंधन के तहत इन लोकसभा के अन्तर्गत आने वाली विधानसभा सीटों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा परंतु सुभासपा के साथ सपा का गटबंधन होने की वजह से ही सपा की सीटों तथा मिले हुवे मत प्रतिशतों में इजाफा हुवा जो इस बात की पुष्टि करता है की बिना सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के इन सभी लोकसभा सीटों को जीत पाना किसी भी दल के बस की बात नहीं है। आज उत्तर प्रदेश में पिछड़ों की, अति पिछड़ों की, दलितों की अति दलितों के हितों की बात कोई करता है तो वो सिर्फ माननीय ओम प्रकाश राजभर जी हैं आज अल्पसंख्यकों की, गरीब, असहाय, मजदूर, किसानों के हक की बात कोई करता है तो सिर्फ़ माननीय ओम प्रकाश राजभर जी हैं इसी वजह से आज ये समाज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ लामबंद होकर खड़ा हैं। बिना सुभासपा दिल्ली दूर