गांव की समस्या-गांव में समाधान

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गांव की समस्या-गांव में समाधान
गांव की समस्या-गांव में समाधान

गांव की समस्या, गांव में समाधान। डबल इंजन सरकार की ग्राम चौपालों से जनता के द्वार पहुंची योजनाएं। अब तक 5 लाख से अधिक मामलों का निस्तारण। गांव की समस्या-गांव में समाधान

अजय सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के “ग्राम चौपाल – गांव की समस्या गांव में समाधान” अभियान के तहत डबल इंजन सरकार गांव-गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं का सीधा और स्थायी समाधान कर रही है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व और निर्देशन में प्रदेश के प्रत्येक विकास खंड की दो ग्राम पंचायतों में हर शुक्रवार को चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 48 हजार से अधिक ग्राम चौपालें आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें 5 लाख से अधिक समस्याओं और प्रकरणों का समाधान ग्रामीणों के गांव में ही किया गया है।

प्रदेश की 1271 ग्राम पंचायतों में एक साथ ग्राम चौपालों का आयोजन किया गया, जिनमें कुल 2876 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इन चौपालों में 3389 ब्लॉक स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी व 5503 ग्राम स्तरीय कर्मचारी उपस्थित रहे और 61 हजार से अधिक ग्रामीणों ने सहभागिता की।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम चौपालों के सफल आयोजन के लिए ठोस और प्रभावी रूपरेखा तैयार करवाई है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि हर चौपाल से पहले गांवों में विशेष रूप से सफाई कराई जाए और चौपालों के प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जाए। चौपालों के माध्यम से न सिर्फ व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान किया जा रहा है, बल्कि सार्वजनिक समस्याएं भी प्राथमिकता से सुलझाई जा रही हैं।

ग्राम्य विकास विभाग के आयुक्त जी एस प्रियदर्शी के अनुसार लगभग ढाई वर्षों से ग्राम चौपालों का यह अभियान निरंतर जारी है और अब तक 96 लाख से अधिक ग्रामीण इसमें सीधे भागीदार बन चुके हैं। चौपालों से जहां सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत सामने आ रही है, वहीं उनके क्रियान्वयन में भी उल्लेखनीय तेजी देखी जा रही है। डबल इंजन सरकार की यह पहल जनता के दरवाजे तक शासन की पहुंच सुनिश्चित कर रही है, जिससे गांवों में शासन की जवाबदेही और सेवा भावना दोनों सशक्त हो रही है। गांव की समस्या-गांव में समाधान