मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के जन्म दिवस की 72वीं वर्षगांठ पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी ‘कहानी भारत मां के सच्चे सपूत की’ का शुभारम्भ किया।विद्यार्थियों तथा अलग-अलग तबके के नागरिकों को इस प्रदर्शनी से जोड़ने और प्रधानमंत्री के प्रेरणादायी व्यक्तित्व व कृतित्व से परिचित कराने की दिशा में अच्छे प्रयास किये जाएं।प्रधानमंत्री ने विगत 08 वर्षों में देश के विकास में जो योगदान दिया है, वह सबके लिए अत्यन्त प्रेरणादायी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक मंच पर भारत के सामर्थ्य की पहचान हुई, भारत में नया विश्वास जाग्रत हुआ।आज वैश्विक मंच पर भारत की अनदेखी करते हुए कोई भी निर्णय कोई देश या विश्व समुदाय नहीं कर सकता।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में शासन की योजनाओं में जनभागीदारी के माध्यम से समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन।देश के शिल्पकारों तथा कारीगरों में उनके कौशल के प्रति श्रेष्ठता का भाव जगाने, देश के निर्यात को बढ़ाने और आयात को कम से कम करके विदेशों पर निर्भरता को न्यूनतम करने के लिए विगत 08 वर्षों में प्रधानमंत्री ने अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किये।कोरोना कालखण्ड में लॉकडाउन के समय अनेक देशों का अनुशासन डगमगा गया, लोग सड़कों पर उतर गये, लेकिन प्रधानमंत्री के आह्वान पर सबसे बड़ी और घनी आबादी का देश होने के बावजूद भारत डगमगाया नहीं, बल्कि सभी नागरिकों ने पूरे धैर्य तथा मजबूती के साथ लॉकडाउन का पालन किया।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0 द्वारा लगायी गई चित्र प्रदर्शनी के लिए प्रमुख सचिव सूचना तथा उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया।आज से सेवा पखवाड़ा प्रारम्भ, आज प्रदेश में रक्तदान का एक महाअभियान चल रहा, कल आरोग्य मेला, सेवा पखवाड़ा में अलग-अलग तिथि पर अलग-अलग कार्यक्रम, 25 सितम्बर को पं0 दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती का कार्यक्रम, यह श्रृंखला 02 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती के कार्यक्रम के साथ सम्पन्न होगी।सेवा पखवाड़ा के 15 दिनों के प्रेरणादायी कार्यक्रमों से जुड़कर प्रत्येक देशवासी राष्ट्र के प्रति सेवा, अनुशासन और समर्पण के भाव से आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त करेगा।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विगत 08 वर्षों में देश के विकास में जो योगदान दिया है, वह हम सबके लिए अत्यन्त प्रेरणादायी है। भारत के विकास की इस यात्रा का शुभारम्भ अविनाशी काशी से हम देखते हैं। काशी के लोकप्रिय सांसद के रूप में भारत के सर्वांगीण विकास के लिए देश के सर्वोच्च सदन में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए विगत 08 वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अनेक कार्य हुए हैं। यह भारत के उन सभी महापुरूषों के उन स्वप्नों को साकार करने वाला है, जो इन महापुरुषों ने स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान देश के बारे मेंदेखे थे। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम सभी ने शासन की योजनाओं में जनभागीदारी के माध्यम से समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन होते देखे हैं।
आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस की 72वीं वर्षगांठ के अवसर पर उनके जीवन के विविध पहलुओं से परिचय कराती सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी ‘कहानी भारत मां के सच्चे सपूत की’ के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री के बचपन, युवावस्था तथा उनके राजनैतिक जीवन से जुड़े संस्मरणों को छाया चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री तथा भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उनके द्वारा किये गये प्रेरणादायी कार्यों को दर्शाया गया है। पूरा देश प्रधानमंत्री का 72वां जन्मदिवस अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से उत्साह एवं उमंग के साथ मना रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को जन्मदिवस की बधाई देते हुए उनके स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन की कामना की। उन्होेंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर राष्ट्र के नाम सम्बोधन में एक महत्वपूर्ण बात कही थी, जो भारतवासियों तथा विश्व मानवता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने कहा था ‘सामर्थ्यमूलं स्वातन्त्र्यं, श्रममूलं च वैभवम्’ अर्थात सामर्थ्यवान ही अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा कर सकता है। श्रमशक्ति के बल पर ही हम वैभवशाली बन सकते हैं। यह पंक्ति बहुत कुछ कहती है। सामर्थ्य वहीं हो सकता है, जहां एकता हो। यह प्रधानमंत्री के पंच प्रण-विकसित भारत के निर्माण, विरासत के प्रति सम्मान, आपसी एकता, अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदारी तथा आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपने स्तर पर प्रयास के साथ जुड़ने का एक संकल्प है।
देश के शिल्पकारों तथा कारीगरों में उनके कौशल के प्रति श्रेष्ठता का भाव जगाने, देश के निर्यात को बढ़ाने और आयात को कम से कम करके विदेशों पर निर्भरता को न्यूनतम करने के लिए विगत 08 वर्षों में प्रधानमंत्री ने अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किये हैं। प्रधानमंत्री स्टार्टअप, प्रधानमंत्री स्टैण्डअप, डिजिटिल इण्डिया, मेक इन इण्डिया, युवाओं के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना आदि सामाजिक जीवन के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखते हुए लागू की गयी हैं। जनधन एकाउण्ट से प्रारम्भ होकर आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या फिर आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं प्रत्येक नागरिक के जीवन में बिना किसी भेदभाव के परिवर्तन करते हुए उन्हें लाभान्वित कर रही हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक मंच पर भारत के सामर्थ्य की पहचान हुई है। भारत में नया विश्वास जाग्रत हुआ है। आज वैश्विक मंच पर भारत की अनदेखी करते हुए कोई भी निर्णय कोई देश या विश्व समुदाय नहीं कर सकता है। कोरोना कालखण्ड में लॉकडाउन के समय अनेक देशों का अनुशासन डगमगा गया। लोग सड़कों पर उतर गये, लेकिन भारत में प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोरोना कर्फ्यू से पूरा देश जुड़ता हुआ दिखायी दिया। भारत अकेला देश था, जो सबसे बड़ी और घनी आबादी का देश होने के बावजूद डगमगाया नहीं, बल्कि जहां लॉकडाउन का पालन सभी नागरिकों ने पूरे धैर्य तथा मजबूती के साथ किया। भारत ने आवश्यकता पड़ने पर आमजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन की सुविधा भी उपलब्ध करायी। 200 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोजेज भी निःशुल्क लगायी गईं। इन सबका श्रेय प्रधानमंत्री के यशस्वी नेतृत्व को जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सब आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन से जुड़े हैं। जिस ब्रिटेन ने लगभग 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया था, उसे ही पीछे छोड़कर आज भारत दुनिया की 5वीं अर्थव्यवस्था बना है। इन स्थितियोें में सभी को प्रधानमंत्री के अमृतकाल के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर लगायी गई चित्र प्रदर्शनी के लिए प्रमुख सचिव सूचना, तथा उनकी पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि विद्यार्थियों तथा अलग-अलग तबके के नागरिकों को इस प्रदर्शनी से जोड़ने और प्रधानमंत्री के प्रेरणादायी व्यक्तित्व व कृतित्व से उन्हें परिचित कराने की दिशा में अच्छे प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा कि आज से सेवा पखवाड़ा का कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ है। आज प्रदेश में रक्तदान का एक महाअभियान चल रहा है। कल आरोग्य मेला है, प्रदेश के प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इस मेले का आयोजन होगा। सेवा पखवाड़ा में अलग-अलग तिथि पर अलग-अलग कार्यक्रम होने हैं। 25 सितम्बर को पं0 दीनदयाल उपाध्याय की पावन जयन्ती के कार्यक्रम के साथ यह श्रृंखला 02 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पावन जयन्ती के कार्यक्रम के साथ सम्पन्न होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के 15 दिनों के प्रेरणादायी कार्यक्रमों से जुड़कर प्रत्येक देशवासी राष्ट्र के प्रति सेवा, अनुशासन और समर्पण के भाव से आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त करेगा। प्रदेशवासी प्रधानमंत्री के विकास, सेवा और सुशासन के कार्यक्रमों से नजदीक से जुड़े हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने अपना हर पल, हर क्षण देश की सेवा के लिए समर्पित किया -केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयन्ती तथा प्रधानमंत्री का जन्म दिवस है। प्रधानमंत्री की सदैव मंशा रहती है कि जब भी अवसर मिले, सेवा करती चाहिए। प्रधानमंत्री ने अपना हर पल, हर क्षण देश की सेवा के लिए समर्पित किया है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गरीब तथा आम आदमी के जीवन स्तर में बदलाव आया- ब्रजेश पाठक
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज पूरा देश प्रधानमंत्री का 72वां जन्म दिवस हर्षोल्लास तथा धूमधाम से मना रहा है। आज देश व प्रदेश के नौजवानों के लिए ऐतिहासिक दिन है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यूक्रेन से भारतीय छात्रों एवं अन्य नागरिकों को सकुशल देश में वापस लाया गया। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गरीब तथा आम आदमी के जीवन स्तर में बदलाव आया है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने कुछ व्यक्तियों को ‘मोदी /20’ पुस्तिका की प्रतियां प्रदान की।