सत्ता के लिए मै और हम की लड़ाई-अखिलेश यादव

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पीडीए उत्पीड़न के खिलाफ नई ढोलक की नई गूँज
पीडीए उत्पीड़न के खिलाफ नई ढोलक की नई गूँज

धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद का विरोध करने वाले संविधान, सामाजिक  न्याय, आरक्षण के विरोधी है। जो लोग सियासी नुकसान के डर से संविधान का विरोध नहीं कर पाते है, वह सेकुलर और सोशलिज्म के खिलाफ बोलते है। पीडीए ऐसे लोगों के मंसूबों का पूरा नहीं होने देगा। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सत्ता में पहुंचने के लिए तो संविधान की बात करती है। संविधान को मानने और उस पर चलने की चर्चा करती है लेकिन जब सत्ता में आ जाती है तब संविधान नहीं मानती है। बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर जी के बनाए संविधान के रास्ते पर नहीं चलती है। संविधान विरोधी कार्य करती है। भाजपा के लोग शपथ तो लेते है लेकिन उनके काम करने के तरीके से लगता है शपथ की निष्ठा का पूर्ण अभाव होता है। अखिलेश यादव ने कहा कि इधर हम देख रहे है कि मुख्यमंत्री जी सोशलिस्ट और सेकुलरिज्म के बारे में बहुत बोलते है। सच्चाई तो यह है कि जो सोशलिस्टों के खिलाफ है, वही सेकुलर के खिलाफ है। सत्ता के लिए मै और हम की लड़ाई-अखिलेश यादव

दरअसल ये मै और हम की लड़ाई है। समाज के निर्माण के लिए अपनी वैयक्तिता का विलय करना पड़ता है। जो लोग अपने स्वार्थ सिद्धि में लिप्त रहते है और हर समय अपने बारे में सोचते है वे केवल अपने दंभ और अहंकार में रहते हैं उन्हें समाज से कुछ लेना देना नही रहता है। ये खुदगर्ज लोग समाज और समाज से जुड़े हर विचार और शब्द के खिलाफ रहते है फिर वो शब्द चाहे सामाजिकता का हो या समाजवादी हो। इसीलिए चाहे सदन में हो या सदन के बाहर हो, कोई महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उनके इसी तरह के विचार सुनने को मिलते है। ये समाजवाद के खिलाफ है। ऐसे नकारात्मक लोग अपनी ताकत बनाये रखने के लिए समाज को कमजोर करते रहते हैं। उनकी शक्ति का प्रदर्शन तभी होता है जब समाज कमजोर दिखाई दे। ऐसे लोग मूल रूप से सांप्रदायिक होते है। पंथनिरपेक्ष और सेकुलरिज्म के धुर विरोधी होते हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि पंथ निरपेक्षता और सेकुलरिज्म लोगों को करीब लाती हे। सहनशीलता बनाती है जियो और जीने दो का सिद्धान्त सिखाती है। सबके बीच मेलजोल और सौहार्द बनाती है। देश की गंगा-जमुुनी तहजीब को मजबूत करती है। दिलों को एक-दूसरे से जोड़ती है। सोशलिस्ट और सेकुलरिस्ट होने के लिए बडे़ दिलवाला होना चाहिए। हार्टलेस लोग इसका हमेशा विरोध करते है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द, सकारात्मक राजनीति की बुनियादी बाते हैं, जिसे साम्प्रदायिक राजनीति करने वाले स्वीकार नहीं कर सकते है। क्योंकि उनकी आधार ही कम्युनल है। सांप्रदायिक लोग पीडीए के विरोधी है। पीडीए की एकता, एकजुटता व्यक्तिवादी लोगों के लिए चुनौती बन गया है। पीडीए की ताकत व्यक्तिवादी लोगों के लिए चुनौती बन गया है। पीडीए की ताकत व्यक्तिवादी लोगों की सदियों से चली आ रही सत्ता को हिला रही है। ऐसे निगेटिव सोच के लोग, प्रभुत्ववादी सोच के होते हैं। ये दूसरों का उत्पीड़न करते हैं। प्रभुत्ववादी ओर वर्चस्ववादी लोग गरीबों, पिछड़ों, दलितांे, अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय, अत्याचार करते है। पीडीए की पाजिटिव पालटिक्स निगेटिव लोगों को स्वीकार नही होती है, पीडीए पाजिटिव और विकास की राजनीति करती हैं। पीडीए जनाधिकार का ऐलान है, एकाधिकार के मुकाबले जनाधिकार जीतेगा। पीडीए पॉजिटिव लोगों का नारा है और एनडीए निगेटिव लोगों का समूह।

उत्तर प्रदेश में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। हम लोग जितना सुन रहे है जमीन पर उससे कहीं ज्यादा अन्याय हो रहा है। जो जीरो टालरेन्स की बात रहे थे उनकी सरकार में दलितों, पिछड़ो, अल्पसंख्यकों, महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अन्याय हो रहा है। अन्याय की सारी सीमाएं पार हो चुकी है। सरकार के आंकडे खुद बताते है कि उत्तर प्रदेश में दलितों और महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं पूरे देश में सबसे ज्यादा हो रही है। इटावा में भागवत कथा वाचकों के खिलाफ एफआईआर को लेकर श्री अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार में कुछ भी हो सकता है। इस सरकार में जिसका अपमान होता है, मारा पीटा जाता है उसी का उत्पीड़न होता है, झूठे मुकद्मे लगाये जाते है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग झूठ बोलते है जो लोग शंकराचार्याे से झूठ बोल सकते है, गंगा में स्नान करने के बाद झूठ बोल सकते है, कुम्भ में मरने वालो की संख्या पर झूठ बोल सकते है वह कुछ भी कर सकते है।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा धर्म को धर्म से और जाति को जाति से लड़ाने का काम कर रही है। भाजपा के लोग पूरे प्रदेश में सामाजिक सद्भाव खराब कर रहे हैं। समाजवादी लोग जनता के बीच पहुंचकर दूरियां कम करने का काम कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बिहार में बहुत बुरी तरह से हार रही है। बिहार के लोग समझ गये है कि भाजपा महाराष्ट्र के फार्मूले पर काम कर रही है। समाजवादी पार्टी बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और श्री तेजस्वी यादव के साथ है। उनकी पूरी मदद करेगी और पूरी तरह से आदरणीय लालू यादव जी के साथ खड़ी रहेगी। सत्ता के लिए मै और हम की लड़ाई-अखिलेश यादव