
झांसी। जल जीवन मिशन का कार्य कर रही बीजीसीसी कम्पनी को लापरवाही भारी पड़ सकती है। कम्पनी के लापरवाह रवैये के खिलाफ नमामि गंगे विभाग सख्त कदम उठा सकता है। मंगलवार को बुंदेलखंड पहुंचे नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने इसके संकेत दे दिये। उन्होंने झांसी की मोठ तहसील में बरतरी ग्राम पेयजल योजना का निरीक्षण किया। इस दौरान अन्य एजेंसियों की तुलना में उनको बीजीसीसी कम्पनी का काम काफी सुस्त मिला। मौके पर पहुंचे प्रमुख सचिव ने कम्पनी को निर्देश दिये कि तीन दिन में काम नहीं सुधरा तो टर्मिनेशन के साथ ब्लैक लिस्टिंग के लिए तैयार रहें। उनके साथ जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, सीडीओ झांसी जुनैद अहमद, एडीएम, जल निगम के चीफ इंजीनियर समेत बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे। लापरवाह बीजीसीसी कम्पनी पर गिर सकती है गाज

- प्रमुख सचिव को झांसी में जल जीवन मिशन की योजनाओं के स्थलीय निरीक्षण में सुस्त मिली कम्पनी की रफ्तार।
- बुंदेलखंड में जल जीवन मिशन की योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे प्रमुख सचिव ने कम्पनी प्रबंधन के साथ अफसरों को जमकर फटकारा।
- प्रमुख सचिव ने लापरवाह बीजीसीसी कम्पनी को सुधार के लिए दिया तीन दिन का समय।
- बुंदेलखड में काम कर रही लापरवाह बीजीसीसी कम्पनी पर गिर सकती कार्रवाई की गाज।
- प्रतिदिन 50 गांव की कमिशनिंग का लक्ष्य, सभी गांव में सड़कों की मरम्मत के लिए युद्ध स्तर पर टीमें उतारने के निर्देश।
- सर्किट हाउस में जल निगम अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद झांसी की बरतरी पेयजल योजना का किया निरीक्षण।
प्रमुख सचिव ने बीजीसीसी कम्पनी को एक दिन में 50 गांव की कमिशनिंग करने, सड़कों की मरम्मत के लिए सभी गांव में तत्काल टीम तैनात करने, ओएनएम की टीम बढ़ाने और सभी प्रोजेक्टस पर तत्काल मैन पावर तीन गुना करने का लक्ष्य दिया है। बरतरी में डब्ल्यूटीपी की दशा देखा बिफरे प्रमुख सचिव ने कम्पनी प्रबंधन से सवाल पूछा कि… नियत नहीं या क्षमता नहीं? प्रमुख सचिव के सवालों पर कम्पनी प्रबंधन और जल निगम के अफसर बगले झांकते नजर आए। कम्पनी प्रबंधन ने प्रमुख सचिव नमामि गंगे से एक और मोहलत मांगी है। इससे पहले बरतरी ग्राम पेयजल योजना का लगभग एक घंटे तक प्रमुख सचिव ने गहनता से निरीक्षण किया और बड़ी बारीकी से एक- एक चीज देखी और अधिकारियों से सवाल भी किये। इससे पहले प्रमुख सचिव ने ललितपुर में भी योजनाओं का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने झांसी सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ योजनाओं की समीक्षा की। यहां से वो सीधे बरतरी ग्राम पेयजल योजना का निरीक्षण करने पहुंचे। लापरवाह बीजीसीसी कम्पनी पर गिर सकती है गाज






















