अनुपूरक बजट मात्र दिखावा-आराधना मिश्रा

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अनुपूरक बजट मात्र दिखावा-आराधना मिश्रा
अनुपूरक बजट मात्र दिखावा-आराधना मिश्रा

कांग्रेस ने उठाया बिजली के निजीकरण का मुद्दा, निजीकरण के खिलाफ आंदोलन को कांग्रेस का पूरा समर्थन। प्रियंका गांधी पर नेता सदन मुख्यमंत्री द्वारा निजी टिप्पणी महिलाओं का अपमान है। अनुपूरक बजट मात्र दिखावा, सरकार पहले मुख्य बजट के खर्चे को सदन के पटल पर रखे। निजीकरण प्रदेश के उपभोक्ताओं के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश, सरकार आरक्षण समाप्त करने और निगम की संपत्तियों को कौड़ियों के भाव बेचने की तैयारी कर रही। अनुपूरक बजट मात्र दिखावा-आराधना मिश्रा

लखनऊ। कांग्रेस नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा शीत सत्र के दूसरे दिन बिजली के निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा और इसे प्रदेशवासियों और उपभोक्ताओं के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश करार दिया, अनुपूरक बजट को मात्र दिखावा बताया, साथ में नेता सदन मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ द्वारा प्रियंका गांधी के बैग पर फिलिस्तीन लिखे को लेकर की गई टिप्पणी पर महिलाओं का अपमान बताया।आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है जो प्रदेश वासियों के घर घर से जुड़ा है,मैं मांग करती हूं कि जन जन से जुड़े इस विषय पर सदन में चर्चा हो, सरकार की मंशा लोगों की स्थाई नौकरियां को समाप्त करने और प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने की है जो लोक कल्याणकारी राज्य की मूल भावना के खिलाफ है।

बिजली के निजीकरण से लोगों की सरकारी नौकरियां समाप्त होगी साथ में जो संविधान में आरक्षण का प्रावधान है उस आरक्षण को भी समाप्त करने की तैयारी है ,निजीकरण के बाद प्रदेश के लाखों युवा जो नौकरियों पा सकते थे, और नौकरी मिलने से लाखों परिवार अपने भविष्य को सुरक्षित कर भयमुक्त जीवन जी सकते थे,उनके अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है, बिजली निजीकरण का मुद्दा प्रदेश के घर घर से जुड़ा है, प्रदेश के प्रत्येक उपभोक्ता महंगी बिजली की मार पड़ेगी, जैसे अभी मुंबई में टाटा और अदाणी की बिजली दर 101 से 300 यूनिट तक 11 रुपए 46 पैसे, 301 से 500 यूनिट तक 15.72 रुपए, 501 से अधिक पर 17.81 तक रुपए प्रति यूनिट में मिलती है, जो उत्तर प्रदेश के रेट से दोगुना है , यदि निजीकरण हुआ तो यही महंगाई की मार उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं पर पड़ेगी, निजीकरण से कर्मचारियों के साथ-साथ प्रदेशवासियों & उपभोक्ताओं में भी काफी इस बात को लेकर रोष एवं आक्रोश व्याप्त है।

आराधना मिश्रा मोना ने निजीकरण की आड़ में विद्युत वितरण निगम के संपत्तियों को कौड़ियों के दाम बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि विद्युत वितरण निगम की रिजर्व प्राइस बेहद कम लगभग 1000 करोड़ से 15000 करोड रुपए रखी गई है जबकि विद्युत वितरण निगम में खरबों रुपए की संपत्तियां हैं जिनका वर्तमान में अभी कोई ताजा मूल्यांकन नहीं है। कांग्रेस पार्टी इस निजीकरण के खिलाफ है,मैं मांग करती हूं कि सदन के अंदर पर चर्चा हो सरकार अपने निजीकरण के फैसले को वापस ले , निजीकरण के खिलाफ बिजली विभाग के कर्मचारियों & अधिकारियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है ,हमारा पूरा समर्थन है।

आराधना मिश्रा मोना ने अनुपूरक बजट को कोरा कागज करार दिया और सरकार पर मूल बजट खर्च न कर पाने का आरोप लगाया, नेता विधानमंडल दल कांग्रेस आराधना मिश्रा मोना ने कहा की एक तरफ सरकार, मूल बजट जिसे तमाम विभागों ने आवंटित का 50% भी नहीं खर्च किया है , सरकार उसको लेकर गंभीर नहीं है जिसकी वजह से प्रदेश की विकास व्यवस्था पटरी से उतर गई है वहीं अनुपूरक बजट को विकास का कारण बताकर पेश किया जा रहा है , यदि वाकई सरकार प्रदेश के विकास और प्रदेश के लोगों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को लेकर गंभीर होती तो जो मूल बजट है उसके खर्चे को पटल पर जरूर रखती, हम मांग करते हैं कि अनुपूरक बजट का दिखावा करने के बजाय सरकार ईमानदारी से जो मूल बजट जिसे किस विभाग ने कितना खर्च किया है उसको सदन के पटल पर रखे ताकि प्रदेश के लोग देखें की डबल इंजन का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के विकास उत्तर प्रदेश के युवाओं की नौकरियां, किसानों को MSP और गरीबों की जरूरत, स्वास्थ्य इंतजामों के लिए और प्रदेश में आम आदमी के भयमुक्त और सुरक्षित माहौल देने के लिए कितना गंभीर है।

आराधना मिश्रा मोना ने नेता सदन मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ द्वारा प्रियंका गांधी के हाथ में बैग को  लेकर की गई टिप्पणी को महिलाओं का अपमान बताया और कहा कि नेता सदन से किसी भी महिला के प्रति निजी टिप्पणी की अपेक्षा नहीं की जा सकती कांग्रेस पार्टी हमेशा लोगों के जीवन और लोक कल्याण के लिए खड़ी रही है , गांधी परिवार ने इस देश के लिए बलिदान दिया है, प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में जो हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है उसको लेकर भी संदेश दिया जिस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी नहीं बोलते हैं, व्यक्तिगत टिप्पणी महिलाओं का अपमान है। अनुपूरक बजट मात्र दिखावा-आराधना मिश्रा