
मल्लाही टोला दुर्घटना में मृतक के परिजनों को दी गई आर्थिक सहायता। दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई।
समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ। मल्लाही टोला प्रथम वार्ड स्थित मंजू टंडन ढाल के पास खुले नाले में हुए दर्दनाक हादसे में एक युवक की मृत्यु हो गई। यह घटना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। युवक की असमय मृत्यु से पूरा क्षेत्र शोकाकुल है। महापौर सुषमा खर्कवाल ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि समाज की भी बड़ी क्षति है। नगर निगम लखनऊ पीड़ित परिवार के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।
पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता कोष से ₹5 लाख की राहत राशि का चेक सौंपा गया। यह चेक राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, लखनऊ उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. नीरज बोरा एवं महापौर सुषमा खर्कवाल द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, दैवीय आपदा राहत कोष से ₹4 लाख की राशि शीघ्र ही परिवार के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। साथ ही महापौर खर्कवाल ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मृतक के परिजनों को शीघ्र ही आवास उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन यापन कर सकें।
महापौर ने स्पष्ट किया कि इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की गई है। संबंधित अवर अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, नाले की सफाई कर रही ठेकेदार फर्म के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है और फर्म को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। महापौर ने कहा कि नगर निगम भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कठोर सतर्कता और निरीक्षण व्यवस्था लागू कर रहा है। महापौर ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि नगर निगम लखनऊ, शहरवासियों की सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को पूरे मामले की जवाबदेही सुनिश्चित करने और संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों की भूमिका की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने संबंधित निर्माण एजेंसी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश भी दिया है ताकि लापरवाही के लिए दंडित करना सुनिश्चित हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक प्रणाली की गंभीर चूक है, जिसे तत्काल सुधारा जाना आवश्यक है। प्रदेश सरकार ऐसी घटनाओं को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण पुनरावृत्तियाँ भविष्य में न हों। दोषियों पर सख्त कार्रवाई: महापौर