
वृक्षारोपण के दौरान रोपित एक भी पौधा सूखना नहीं चाहिए। रोपित पौधों की सिंचाई एवं सुरक्षा का हो व्यापक इंतजाम।
राकेश यादव
लखनऊ। अपर्याप्त वर्षा के कारण पौधों की सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। साथ ही रोपण स्थलों की सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया जाये। विभागीय अधिकारी रोपित क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करते रहें।यह बात प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0अरूण कुमार सक्सेना ने 20 जुलाई को रोपित हुए 36.50 करोड़ से अधिक पौधों के स्थिति की समीक्षा करते हुए कही।
वन विभाग के मुख्यालय स्थित पारिजात हाॅल में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मुख्य वन संरक्षक व प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण महाभियान के दौरान रोपित पौधे हर हाल में जीवित रखे जाने चाहिए। यदि कोई पौधा सूखता है तो उसके स्थान पर दूसरे पौधे का रोपण कराया जाये। सड़कों के किनारे जो पौधे रोपित हुए हैं उनकी सुरक्षा और सिंचाई का नियमित प्रबंध होना चाहिए।
वन मंत्री ने कहा कि अपेक्षा के अनुरूप वर्षा कम हो रही है जिसके कारण कोई भी पौधा सूखना नहीं चाहिए इसके लिए नगर निगम के पानी के टैंकरो के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये। क्योंकि हमारा प्रमुख अभियान पेड़ लगाओ के साथ साथ पेड़ बचाओ भी है। उन्होंने कहा कि 19 अगस्त तक वृक्षारोपण का अभियान चलेगा, इस दौरान अधिक से अधिक खाली भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाये। जिस प्रकार अन्य विभागों के सहयोग से एक दिन में 36.50 करोड़ पौधरोपण का कीर्तिमान बनाया गया है, उसी प्रकार इन्ही विभागों के सहयोग से पौधों को सुरक्षित भी रखना सभी की प्रमुख जिम्मेदारी है। उन्होंने बैठक के दौरान प्रत्येक जिले में रोपित पौधे एवं उनकी वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त की एवं आवश्यक निर्देश भी अधिकारियों को दिए।बैठक के दौरान पीसीसीएफ व विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।