सबका साथ,सबका विकास सेफ सिटी परियोजना

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योगी की आक्रामकता पर विपक्ष खामोश क्यों..?
योगी की आक्रामकता पर विपक्ष खामोश क्यों..?

सबका साथ, सबका विकास पर खरी उतर रही है योगी सरकार की सेफ सिटी परियोजना। महिलाओं समेत सभी की सुरक्षा पुख्ता करने को सिटी बसों, ओला-उबर और प्राइवेट वाहनों में लगाए जा रहे सीसीटीवी और पैनिक बटन। बुजुर्गों के लिए बनाए जा रहे डे केयर सेंटर तो दिव्यांगजनों के लिए रैंप बनाने का काम भी जोरों से चल रहा। दृष्टिबाधितों के लिए सरकारी, प्राइवेट भवनों, चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर ब्रेल लिपि की जा रही अंकित। सबका साथ,सबका विकास सेफ सिटी परियोजना

लखनऊ। योगी सरकार सेफ सिटी परियोजना में महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रख रही है ताकि उनकी सुरक्षा और सुविधा देने में कोई कोर कसर न रह जाए। इसी के तहत 17 नगर निगम और गौतमबुद्धनगर में सीनियर सिटीजन के लिए अत्याधुनिक डे केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं जबकि महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए परिवहन विभाग की बसों, ओला और उबर में सीसीटीवी के साथ पैनिक बटन लगाए जाने की तैयारी चल रही है। इतना ही नहीं दिव्यांगजनों के लिए सरकारी और प्राइवेट विभागों में रैंप तो दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल लिपि में जनसूचना अंकित की जा रही है।

21 हजार से अधिक सिटी बसें, ओला-उबर सीसीटीवी और पैनिक बटन से होंगे लैस


सेफ सिटी परियोजना के तहत नगर विकास विभाग की ओर से सीनियर सिटीजन के लिए डे केयर सेंटर की स्थापना की जा रही है। पहले चरण में सभी 17 नगर निगम में अत्याधुनिक डे केयर सेंटर बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। वर्तमान में एक डे केयर सेंटर संचालित है जबकि चार का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। वहीं जल्द ही 12 अन्य डे केयर सेंटर का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा सेफ सिटी परियोजना के तहत 17 नगर निगम और गौतमबुद्धनगर में महिलाओं के साथ बुजुर्गों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कुल 21,155 बसों, ओला, ऊबर में सीसीटीवी कैमरे संग पैनिक बटन लगाने के लिए चिन्हित किया गया है। इनमें परिवहन विभाग की 1235 सिटी बसें, 9840 ओला, 1122 उबर और 8958 अन्य प्राइवेट वाहन शामिल हैं। इनमें से परिवहन विभाग की 700 बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगा दिये गये हैं। साथ ही इन्हे यूपी-112 से इंटीग्रेट भी कर दिया गया है जबकि ओला, उबर और अन्य प्राइवेट वाहन सीसीटीवी और पैनिक बटन लगाने की कार्रवाई तेजी से चल रही है।

135 जेब्रा क्रासिंग पर साइनेज तो 49 स्थानों पर बने रैंप


वहीं लोक निर्माण विभाग की ओर से दृष्टिबाधितों के हितोंं को ध्यान में रखते हुए सरकारी और प्राइवेट भवनों, चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर ब्रेल लिपी में आवश्यक सूचना अंकित की जाएगी। इसके साथ ही दिव्यांगजनों के लिए चौराहों पर बने जेब्रा क्रासिंग पर साइनेज और भवनों में रैंप की स्थापना की जा रही है। लोक निर्माण विभाग की ओर से 17 नगर निगम में 135 जेब्रा क्रासिंग पर साइनेज लगाने के लिए चिन्हित किया गया था, जो पूरा हो चुका है। साथ ही विभाग के नियंत्रित 119 भवनों को दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित बनाया गया है। वहीं गौतमबुद्धनगर में 7 स्थानों पर जेब्रा कासिंग पर साइनेज लगाए गए हैं जबकि 2 भवनों को दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित बनाया गया है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से 17 नगर निगम 54 स्थानों को रैंप बनाने के लिए चिन्हित किया गया है जबकि 49 स्थानों पर रैंप का काम पूरा कर लिया गया है। इसी तरह गौतमबुद्धनगर में एक स्थान को रैंप बनाने के लिए चिन्हित किया गया है, जिसे बनाने की कार्रवाई चल रही है। सबका साथ,सबका विकास सेफ सिटी परियोजना