आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन

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आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन
आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन

केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल एवं मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने तीन दिवसीय इंडियन इंडस्ट्री एंड ट्रेड कॉन्क्लेव के दूसरे दिन  किया प्रतिभाग। कॉन्क्लेव में “पुरातन, वर्तमान और भविष्य पर हुआ चिंतन।” आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन



लखनऊ/आगरा। 
  केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल एवं मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने तीन दिवसीय इंडियन इंडस्ट्री एंड ट्रेड कॉन्क्लेव के दूसरे दिन प्रतिभाग किया। कॉन्क्लेव के दूसरे दिन प्रथम सत्र का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, मुख्य सचिव जिलाधिकारी आगरा नवनीत सिंह चहल तथा अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस.पी.सिंह बघेल ने कहा कि पहले की सरकारों में व्यापारी की मकान, दुकान, परिवार कुछ भी सुरक्षित नहीं था आज प्रदेश सरकार ने गुंडाराज समाप्त कर दिया है। प्रदेश में उद्योग और निवेश का माहौल है, लॉ एंड ऑर्डर का स्वर्ण युग है। व्यापारियों के लिए लाल फीताशाही नहीं, लाल कालीन बिछाई जाती है। उन्होंने जल्द ही आगरा से कोलकाता, गोवाहाटी के लिए हवाई यात्रा की सुविधा होने का उद्योगपतियों को आश्वासन दिया।

आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन


         कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उर्वरा जमीन तैयार हो रही है। नागरिकों का जीवन स्तर ऊपर उठाने को कार्य किए जा रहे हैं। समस्या के स्थान पर समाधान पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उद्योग को आगे बढ़ाने पर विचार करें। तकनीकि से समाधान खोजें। टेक्नोलॉजी की ताकत पहचाने, यह सबसे बड़ा हथियार है। यूपी में इनोवेशन का पूरा वातावरण है। यूपी स्टार्टअप का घर बन रहा है, नवोन्मेष करें। स्मार्ट शहर, उसमें रहने वाले स्मार्ट नागरिकों से बनता है, स्मार्ट सोचें, तभी शहर स्मार्ट बनेगा। उत्तर प्रदेश राम, कृष्ण, नैमिषारण्य, अयोध्या की भूमि है, हमारा पुरातन स्वर्णमय था। वर्तमान की चुनौतिया पर काम कर रहे हैं भविष्य अच्छा होगा।


         उन्होंने कहा कि इस कॉन्क्लेव में देश, प्रदेश के साथ ब्रज क्षेत्र के बारे में चिंतन होगा, बातें होगी और बातों से ही रास्ता निकलेगा। कॉन्क्लेव की थीम “पुरातन, वर्तमान व भविष्य पर चिंतन” विषय बोलते हुए उन्होंने बताया कि भारत का अतीत, उसका पुरातन भव्य, गौरवशाली रहा है हम विश्व की 25 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार रखते थे, फिर गुलामी का एक लंबा वक्त रहा, पुरातन काल में मौर्य, गुप्त, चोल, पांडय आदि साम्राज्यों के समय जावा, सुमित्रा तक, पूर्व से पश्चिम एशिया तक व्यापार पर एकाधिकार किया था। वर्तमान में पिछले 9 वर्ष में स्फूर्ति आई है यद्यपि कोविड ने सब बर्बाद किया, फिर भी हम विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था बने। अमेरिका की लगभग 24 प्रतिशत, चीन की 12- 13, जर्मनी की लगभग 5 प्रतिशत और आज हम 3 प्रतिशत जीडीपी धारण करते हैं।    

   
          उन्होंने कहा कि आगे 25 वर्ष में भारत विकसित बनने बाला है, और इसे आप जैसे उद्योगपति, युवा, स्टार्टअप प्रारंभ करने वाले हम सभी नागरिक मिलकर बनाएंगे। हमारा देश यदि युवाओं का देश है, तो राज्यों में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक युवाओं का देश है और इन युवाओं की लगन और मेहनत से प्रदेश विभिन्न उद्योगों का हब बनने की ओर अग्रसर है।  पंच प्रण के संकल्प पर चलकर 2030 तक भारत को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तथा मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर बनाने का संकल्प लिया है।उन्होंने उपस्थित उद्योगपतियों से आह्वान करते हुए कहा कि इस संकल्प को सिद्ध करना आपका कर्तव्य और जिम्मेदारी है, आगे आएं और अपना योगदान दें। पहले कोई निवेशक उत्तर प्रदेश नहीं आता था। प्रदेश में 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू हो चुके हैं, जिनकी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी अगस्त-सितंबर में होगी। सभी एमओयू को 2 से 3 वर्ष में धरातल पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। 25 से ज्यादा आईटी, टेक्सटाइल, पर्यटन की नीतियों का रिव्यू कर सर्वोत्तम पॉलिसी बनाई गईं हैं।

आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन


          भारत विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था कैसे बना इस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जो स्लोगन दिए गए यथा मेक इन इंडिया,आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत ये सिर्फ शब्द नही वास्तविकता है,आज हमें ये स्लोगन सच होते नजर आते हैं। डिजिटल इंडिया का प्रभाव कोविड़ के समय देख चुके है , कोविड के समय विशेषज्ञों ने कहा था कि भारत में भारी नुकसान होगा, लेकिन हमने सफलतापूर्वक अपने सभी लोगों को वैक्सीन लगाई और तमाम देशों को भी भेजा और कोविड पर विजय प्राप्त की। भारत में 900 किमी मेट्रो चल रही है तथा 1200 किमी पर मेट्रो कार्य प्रगति पर है, पहले रेल के कोच, तकनीकी सभी विदेश से आती थी आज मेक इन इंडिया द्वारा ज्यादातर तकनीकी स्वदेशी है। मेट्रो निर्माण में भी स्वदेशी तकनीकि का प्रयोग किया जा रहा है। यूपी में सर्वाधिक मेट्रो, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, एक्सप्रेस वे, भारत का प्रथम जलमार्ग वनारस से हल्दिया है।


       मुख्य सचिव ने कहा कि 100 स्मार्ट सिटी में हुए कार्यों से व्यवस्था बदली हैं, लोगों की जिंदगी आसान हुई है, हमारा वर्तमान तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मा० प्रधानमंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा था कि ये अमृत काल की प्रथम बेला है,15 अगस्त 2047 तक पंच प्रण के संकल्प पर चलकर अमेरिका, जर्मनी, की तरह,आगे 25 वर्ष में विकसित भारत बनाएंगे। आगरा में संपन्न हुए विगत जी-20 सम्मेलन की चर्चा करते हुए कहा कि आगरा में इतने विकास कार्य हुए जी-20 देशों के मेहमान अभिभूत हुए। उन्होंने हाल ही में वाराणसी में संपन्न जी-20 सम्मेलन का भी उदाहरण देते हुए कहा कि गंगा आरती, सारनाथ, की यात्रा से मेहमान अभिभूत ही नहीं हुए उन्होंने बढ़ते भारत की ताकत व धमक महसूस की। कॉन्क्लेव में 20 से अधिक विभिन्न उद्योगों की यथा एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग एंड कोल्ड चैन, वेयरहाउस, पॉलीमर प्रोसेसिंग, पावर सेक्टर, फाउंड्री एंड इंजीनियरिंग आटोमोबाइल, रियल एस्टेट इन्फ्रास्ट्रक्चर उद्योग,फुटवियर इंडस्ट्री, सर्राफा, गारमेंट एंड टैक्सटाइल इंडस्ट्री, हैंडिक्राफ्ट एंड स्टोनक्राफ्ट, दरी, कारपेट इंडस्ट्री, प्रिंटिंग पब्लिकेशन एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री से जुड़ी समस्या, समाधान और विकास पर चिंतन किया गया। इस अवसर पर विधायक एत्मादपुर धर्मपाल, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राकेश गर्ग, पूरन डाबर, चैंबर अध्यक्ष राजेश गोयल, राकेश चौहान सहित अन्य उद्योगपति उपस्थित रहे। आगरा कॉन्क्लेव में पुरातन,वर्तमान और भविष्य पर चिंतन