दीपावली पर मुस्लिम प्रतिनिधियों की सकारात्मक पहल

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जैन धर्म के सिद्धांतों की पालना करते हुए अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने 50 लाख रुपए मूल्य की दुकान एक रुपया लिए बगैर ही खाली कर दी। चाबी ग्रहण करते हुए दुकान मालिकिन 75 वर्षीय प्रेमवती गुप्ता की आंखों में आंसू आ गए। दीपावली पर मुस्लिम प्रतिनिधियों की सकारात्मक पहल।

एस0 पी0 मित्तल

इसे समाज में अनुकरणीय पहल ही कहा जाएगा कि जैन धर्म के सिद्धांतों की पालना करते हुए अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने 24 अक्टूबर को पड़ाव स्थित ब्ल्यूकेसल धर्मशाला के निकट 50 लाख रुपए मूल्य की दुकान का कब्जा दुकान मालकिन प्रेमवती गुप्ता को सौंपा दिया। विजय जैन इस दुकान में किरायेदार की हैसियत से रह रहे थे। लेकिन दुकान खाली करने की एवज में जैन ने एक रुपया भी नहीं लिया। जैन का आग्रह था कि दुकान की चाबियां मैं दू। क्योंकि यह एक सकारात्मक पहल थी, इसलिए मैंने कीमत दुकान की चाबियां 75 वर्षीय प्रेमवती गुप्ता को सौंपी। मैंने देखा कि चाबी लेते समय प्रेमवती की आंखों में आंसू थे। बुजुर्ग महिला ने मुझे बताया कि उनके दो बेटे हैं, लेकिन दोनों के पास ही रोजगार के लिए अपनी कोई दुकान नहीं है। एक बेटा दीपक पुरानी मंडी में चूडिय़ों का ठेला लगाता है, जबकि दूसरा बेटा किसी दुकान पर काम करता है। परिवार को चलाने के लिए इस दुकान की सख्त जरुरत थी।

प्रेमवती ने विजय जैन का इस बात के लिए आभार जताया कि उन्होंने एक रुपया लिए बगैर ही दुकान का कब्जा सौंप दिया है। प्रेमवती ने विजय जैन के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। जैन ने बताया कि यह दुकान 60 वर्ष पूर्व उनके पिता स्वर्गीय प्रेमचंद जैन ने किराये पर ली थी। तब उनके पिता बारदाने का काम करते थे। लेकिन आज उनके परिवार आर्थिक दृष्टि से समृद्ध है इसलिए उन्होंने एक रुपया लिए बगैर ही दुकान का कब्जा सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि दुकान का कब्जा 24 अक्टूबर को देने के पीछे जैन समाज के सिद्धांतों की पालना करना भी है। भगवान महावीर स्वामी ने कार्तिक माह की तेरस को मन, वचन और कर्मों का त्याग कर दिया था। इसलिए जैन समाज इस दिन को योग निरोध धारण के तौर पर मनाता है। दो दिन बाद अमावस्या पर भगवान महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। चूंकि कार्तिक माह की तेरस के महावीर स्वामी ने सब कुछ त्याग दिया था, इसलिए उनके अनुयायी इस दिन को धन्य तेरस के रूप में मनाते हैं।

विजय जैन ने बताया कि उनका लगातार प्रयास है कि जीवन को जैन धर्म के सिद्धांतों के अनुरूप जीया जाए। इसलिए वे पचास से भी ज्यादा जरूरी चीजों का त्याग कर चुके हैं। इनमें चाय, कॉफी, पेय पदार्थ आदि का सेवन न करना भी शामिल है। सुबह चार बजे उठकर वे पांच घंटे धार्मिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं। उन्हें इस बात की खुशी है कि धन्य तेरस के अवसर पर उन्होंने 75 वर्षीय प्रेमवती गुप्ता के जीवन में खुशी लाने का काम किया। जैन धर्म के सिद्धांतों के अनुसार मोक्ष की तभी प्राप्ति होती है, जब आप अपना जीवन दूसरों के परोपकार के लिए लगाए। इसके लिए स्वयं के जीवन को भी सरल करने की जरुरत होती है, यह तभी संभव है जब आपके मन में किसी प्रकार की इच्छा नहीं रहे। विजय जैन की सकारात्मक पहल के लिए मोबाइल नंबर 9414002529 पर उन्हें बधाई दी जा सकती है।

मुस्लिम समाज की सकारात्मक पहल:-

दीपावली के पावन पर्व के मौके पर 25 अक्टूबर अजमेर के मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने हिंदू भाइयों दीपावली की मुबारकबाद देते हुए दीपावली की खुशियों में शामिल हुए प्रतिनिधियों ने पुलिस महानिरीक्षक रूपेंद्र सिंह पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट, दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी, समाजसेवी भंवर सिंह पलाड़ा, जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा, मेयर ब्रज लता हाड़ा, भारतीय जनता पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष डॉ. प्रीयशील हाड़ा, ब्लॉगर व वरिष्ठ पत्रकार एसपी मित्तल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोलाराम यादव, अजयमेरू प्रेस क्लब के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल सहित विभिन्न समाजों के प्रमुख व जनप्रतिनिधियों अधिकारियों को उनके निवास स्थान पर पहुंच कर मुबारकबाद पेश की सभी ने मुस्लिम समाज की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यही हमारे देश की गंगा जमुनी तहजीब है कि हम एक दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं। अजमेर कि जो पहचान पूरे विश्व में है उसके अनुरूप यहां के सभी वर्ग व धर्म के लोग आचरण करते हैं। मुस्लिम प्रतिनिधियों द्वारा दीपावली पर्व की खुशियों को आपस में साझा करने की जो पहल की जाती है वे सभी के लिए बेहतरीन उदाहरण है, सभी को इसी प्रकार से आचरण कर भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए। मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों में हाजी सरवर सिद्दीकी, अंजुमन सैय्यद जादगान के सदस्य सैय्यद फजले हसन चिश्ती, वरिष्ठ पत्रकार नवाब हिदायतउल्ला, काज़ी मुन्नवर अली, दरगाह शरीफ के गद्दीनशीन सैय्यद गुलज़ार चिश्ती, अब्दुल नईम खान, मोहिब्बाने एहलेबेत के प्रमुख अहसान मिर्जा, इकबाल भाई, सलमान खान, आस्वद खान आदि मौजूद रहे।