6 दिसंबर के मद्देनजर पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया है। मथुरा में अनहोनि की आशंका के बीच धारा 144 लागू कर दी गई है। कृष्ण जन्मभूमि एरिया को रेड अलर्ट घोषित किया गया है।श्री कृष्ण जन्म भूमि के बाहर फोर्स तैनात किया गया है। मथुरा जनपद में 2100 पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवानों को धार्मिक स्थलों के आसपास तैनात किया गया है।छह दिसंबर को लेकर अतिसंवेदनशील श्रीकृष्ण जन्मस्थान और ईदगाह की तरफ जाने वाले वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है। एसपी ट्रैफिक हरेंद्र कुमार ने बताया कि यलो जोन में वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। इन वाहनों को भूतेश्वर होकर गोकुल रेस्टोरेंट की तरफ से वृंदावन निकाला जाएगा। वृंदावन की तरफ से भी वाहन इसी तरह आएंगे। रविवार से लेकर मंगलवार तक ट्रैफिक का यही हाल रहेगा। फोर्स शनिवार की सुबह से तैनात कर दी गई। रविवार को कड़ी सख्ती बरती गई। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के आस-पास के निवासियों को बिना जांच के जाने नहीं दिया गया। आधार कार्ड देखकर ही उन्हें जाने दिया गया। एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह के अनुसार दो सुपर जोन, चार जोन और आठ सेक्टरों में सुरक्षा बांटी गई है। माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
प्रतिबंधित मार्ग
- धौलीप्याऊ तिराहा से स्टेट बैंक चौराहे की तरफ सभी चार पहिया/भारी वाहन।
- टैंक चौराहे से स्टेट बैंक चौराहे की ओर सभी चार पहिया/भारी वाहन।
- कृष्णापुरी तिराहा (सदर बाजार) से सभी भारी वाहन।
- गोकुल बैराज तिराहा से टैंक चौराहे की ओर सभी भारी वाहन।
- गोकुल रेस्टोरेंट से मसानी की ओर सभी भारी वाहन।
- वृंदावन/मसानी से मथुरा शहर की ओर सभी छोटे/भारी वाहन।
- गोवर्धन चौराहे से भूतेश्वर चौराहे की ओर सभी छोटे/भारी वाहन।
बाबरी विध्वंस की वर्षगांठ पर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इस संबंध में सभी जिलों के अफसरों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। प्रशांत कुमार ने बताया कि तीनों धार्मिक नगरी अयोध्या, मथुरा और काशी में विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। यहां अतिरिक्त फोर्स की भी तैनाती की गई है। अधिकारियों को भ्रमणशील रहने को कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारी प्रमुख जिलों में कैंप कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 150 कंपनी पीएसी और 6 कंपनी केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों को लगाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आधा दर्जन संगठनों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की थी। लेकिन पुलिस के अधिकारियों द्वारा बातचीत के बाद सभी संगठनों ने अपनी काल वापस ले ली है। प्रशांत कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार परंपरा से हटकर किसी तरह का कोई आयोजन नहीं करने दिया जाएगा।
6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर कुछ हिंदू संगठनों की ओर से मथुरा में गैर-पारंपरिक कार्यक्रम की अनुमति प्रशासन से मांगी गई थी। हिंदूवादी संगठन अखिल भारतीय हिंदू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास, नारायणी सेना और श्री कृष्ण मुक्ति दल ने शाही ईदगाह मस्जिद में भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने की और जलाभिषेक कार्यक्रम का ऐलान किया था। हालांकि, मथुरा प्रशासन ने इसकी अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है। मगर किसी भी तरह की अनहोनि घटना या धार्मिक तनाव से बचने के लिए प्रशासन ने अपनी तैयारी मुस्तैद कर ली है।
श्री कृष्णजन्म भूमि के बाहर फोर्स तैनात किया गया है। मथुरा जनपद में 3000 पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवानों को धार्मिक स्थलों के आसपास तैनात किया गया है। फोर्स शनिवार की सुबह से तैनात कर दी गई। शाही ईजगाह मस्जिद की तरफ जाने वाली एंट्री प्वाइंट की सुरक्षा की बागडोर सीओ सिटी को सौंपी गई है। इस बाबत सीओ ने बताया कि पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था तैनात की है। ड्रोन कैमरे से गली गली में निगरानी रखी जा रही है। सीओ अभिषेक तिवारी ने कहा, “हमारी कोशिश है कि कोई भी असामाजिक तत्व भड़काऊ हरकत न कर सके।” शनिवार को मॉक ड्रिल कर दंगा निरोधक दस्ता की तैयारी भी देखी गई थी। सुरक्षा के लिहाज से मथुरा के हर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर फोर्स की तैनाती की गई है।