विकास का कोई विकल्प नहीं होता

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मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता है। यही कारण है कि हमने कोरोना काल में भी विकास की गतिविधियों को निरंतर जारी रखा। विकास कार्य ही खुशहाली का आधार है इसलिए कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए विकास कार्य चलते रहना चाहिए।मुख्यमंत्री ने कोरोना में अपनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना में निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा व सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को शुरू किया है। निराश्रित हुई माताओं व बहनों के लिए इसी तर्ज पर अतिशीघ्र योजना लायी जायेगी।

फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में सैनिक स्कूल के साथ-साथ महिला पी0ए0सी0 बटालियन, पुलिस टेªनिंग स्कूल एवं एस0एस0बी0 के लिए भी स्थान दिया गया है । प्रदेश सरकार इसी परिसर में एक स्किल डेवलपमेन्ट का बड़ा केन्द्र भी खोलेगी । मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास खण्डों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के छात्रावास तथा चौरी-चौरा विधान सभाक्षेत्र में मिनी ऑडिटोरियम का शिलान्यास किया केन्द्र में प्रधानमंत्री की सरकार बनने के बादप्रदेश में रुके हुए सभी विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया । लखनऊ के सैनिक स्कूल में ही परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय को भी प्रशिक्षण दिया गया था । कैप्टन मनोज पाण्डेय ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध में भारत को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी । वर्ष 2021-22 में केन्द्र सरकार के बजट में इस बात का प्राविधानकि भारत सरकार देश में 100 नये सैनिक स्कूल खोलने के लिए कार्य करेगी । हर कमिश्नरी मुख्यालय पर एक सैनिक स्कूल की स्थापना करने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जायेगा । उ0प्र0 के नौजवानों को उच्चस्तरीय शिक्षा देने के लिए राज्य स्तर पर निरन्तर प्रयास किया जा रहा है । विकास का कोई विकल्प नहीं होता, इसीलिए सरकार ने कोरोना महामारी से जूझते हुए भी इन सभी गतिविधियों को निरन्तरता प्रदान की । गोरखपुर में एम्स के निर्माण से पूर्वान्चल में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेंगी । विभिन्न जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है, जिन जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां पर पी0पी0पी0 मॉडल पर मेडिकल कालेज बनाये जायेंगे । गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा । विगत साढ़े चार सालों में साढ़े चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है, जिसमें 01 लाख 20 हजार से अधिक युवा बेसिक शिक्षा विभाग में एवं 01 लाखसे अधिक युवा पुलिस विभाग में भर्ती किये गये हैं । कोरोना में निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा वसुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को शुरू की गयी । निराश्रित हुई माताओं व बहनों के लिए इसी तर्ज पर अतिशीघ्र योजना लायी जायेगी ।
मुख्यमंत्री ने 10 काश्तकारों को चेक वितरित किए ।


 लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर के फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में कुल 187.50 करोड़ रुपये लागत की कुल 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसमें 154 करोड़ रुपये की लागत से 50 एकड़ भूमि पर स्थापित होने वाले उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल का शिलान्यास तथा अन्य 15 परियोजनाएं, जिसमें विभिन्न विकास खण्डों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय परिसर में प्रस्तावित छात्रावास एवं चौरी-चौरा विधानसभा क्षेत्र में मिनी ऑडिटोरियम का शिलान्यास शामिल हैं। इस अवसर पर सैनिक स्कूल की संरचना संबंधी वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री जी ने पर्यटन की दृष्टि से चिलुआताल को विकसित करने हेतु 10 काश्तकारों, जिनकी जमीन सौन्दर्यीकरण के लिए ली गयी है, को चेक भी वितरित किए।


    26 वर्षों से यह खाद कारखाना बंद था। इसका कोई पुरसां हाल नहीं था। केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार बनने के बाद प्रदेश में रुके हुए सभी विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया। आज उसी कार्यक्रम की श्रृंखला में खाद कारखाना बन रहा है और अक्टूबर माह के अन्त में इसे जनता को समर्पित किया जाएगा। आज फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में एक सैनिक स्कूल का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल यहां पर होगा, यह बड़ी उपलब्धि होगी। हमारी जो पीढ़ी यहां पर पढ़ेगी, वह अनुशासित पीढ़ी होगी। उसे देश के अन्दर सेना सहित विभिन्न क्षेत्रों में भी उच्च पदों पर सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि देश का पहला सैनिक स्कूल सन् 1960 में लखनऊ में स्थापित हुआ था। लखनऊ के सैनिक स्कूल में ही परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय को भी प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने अपने शौर्य का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध में भारत को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।


वर्ष 2021-22 में केन्द्र सरकार के बजट में भी इस बात का प्राविधान किया गया है कि देश के अन्दर 100 नये सैनिक स्कूल खोलने के लिए भारत सरकार कार्य करेगी। यह भारत के युवाओं को उच्चस्तरीय और आधुनिकतम शिक्षा देने और सैनिक गतिविधियों के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास होगा, जिसके लिए वे प्रधानमंत्री जी के हृदय से आभारी हैं। उन्होंने कहा कि हर कमिश्नरी मुख्यालय पर एक सैनिक स्कूल की स्थापना करने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जायेगा।सैनिक स्कूल में तमाम प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त होंगी। यहां पर एकेडमिक ब्लॉक होगा। प्रशासनिक भवन होगा, छात्रावास, खेल का मैदान होगा। इसके अलावा यहां अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं होंगी, हाईटेक कम्प्यूटर लैब स्थापित की जाएगी। बहुउद्देशीय हॉल होंगे तथा एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ का आवश्यक प्रशिक्षण होगा। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल को बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल, टेनिस कोर्ट, घुड़सवारी, शूटिंग रेन्ज, अत्याधुनिक व्यायामशाला से सुसज्जित करने के साथ-साथ सोलर लाइटिंग सिस्टम के साथ इसको जोड़ने की कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि यह सैनिक स्कूल एक अद्भुत केन्द्र बिन्दु होगा। उत्तर प्रदेश के नौजवानों को उच्चस्तरीय शिक्षा देने के लिए राज्य स्तर पर निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।


विकास का कोई विकल्प नहीं होता और इसीलिए सरकार ने कोरोना महामारी से जूझते हुए भी इन सभी गतिविधियों को निरन्तरता प्रदान की। इस निरन्तरता को आगे बढ़ाने की दिशा में जो प्रयास प्रारम्भ हुए हैं, इसके माध्यम से एक-एक नागरिक के जीवन में खुशहाली लाने और इस क्षेत्र में सर्वांगीण विकास की आधारशिला को आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में सैनिक स्कूल के साथ-साथ महिला पी0ए0सी0 बटालियन, पुलिस टेªनिंग स्कूल एवं एस0एस0बी0 के लिए भी स्थान दिया गया है। साथ ही, प्रदेश सरकार इसी परिसर में एक स्किल डेवलपमेन्ट का बड़ा केन्द्र भी खोलेगी, जिससे युवा प्रशिक्षण प्राप्त करके देश और दुनिया में अच्छा रोजगार पा सकेंगे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एम्स के निर्माण से पूर्वान्चल में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेंगी। विभिन्न जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। जिन जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां पर पी0पी0पी0 मॉडल पर मेडिकल कालेज बनाये जायेंगे। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। नौजवानों का पलायन रुकेगा, युवाओं को रोजगार/नौकरी मिलेगी। इसी उद्देश्य से पूर्वान्चल एकसप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे आदि के किनारों पर औद्योगिक क्लस्टर विकसित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि विगत साढ़े चार सालों में साढ़े चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है, जिसमें 01 लाख 20 हजार से अधिक युवा बेसिक शिक्षा विभाग में एवं 01 लाख से अधिक युवा पुलिस विभाग में भर्ती किये गये हैं।



उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि पूरा उत्तर प्रदेश बदल रहा है। माध्यमिक शिक्षा के इतिहास में पहली बार आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी एवं चुस्त-दुरुस्त बनाया गया है। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को डेªस, जूता, मोजा, स्वेटर, बैग, पुस्तक निःशुल्क देने का कार्य प्रदेश सरकार ने किया है। प्रदेश में नकलविहीन परीक्षाएं सम्पन्न हो रही हैं, इसके लिए सभी विद्यालयों में सी0सी0 टी0वी0 कैमरे लगाये गये हैं। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया गया है।प्रदेश का वातावरण तथा शिक्षा की दशा व दिशा बदली है। कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का सौन्दर्यीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से गोरखपुर ऊंचाइयों पर जा रहा है। गोरखपुर की दशा व दिशा निरन्तर बदल रही है। 154 करोड़ रुपये की लागत से 50 एकड़ भूमि पर सैनिक स्कूल का शिलान्यास हुआ है। यह प्रदेश का पांचवां सैनिक स्कूल होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा मे आमूल-चूल परिवर्तन के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने 215 माध्यमिक विद्यालयों का निर्माण कराया है। साथ ही, 06 विश्वविद्यालय भी बन रहे हैं।