समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर अपने उत्तर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल पर भरोसा जताते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी है। रमाबाई अंबेडकर मैदान में आज से आयोजित होने वाले सपा के नौवें राज्य सम्मेलन में नरेश उत्तम पटेल को लगातार दूसरी बार सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा हुई है। सपा के कद्दावर नेता रामगोपाल यादव ने आज इसका ऐलान करते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल एक ही नामांकन आया है। नरेश उत्तम का प्रस्ताव पर्चा सही पाया गया। इस दौरान राम गोपाल यादव ने अव्यवस्था पर मंच से कार्यकर्ताओं को डांट भी लगाई।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने तिरंगा फहरा कर सपा के सम्मेलन का उद्घाटन किया। अखिलेश यादव ने नरेश उत्तम को बधाई देते हुए कहा कि यह लड़ाई बड़ी है। समाज मे बांटने वाली ताकतों का सत्ता से बाहर करेंगे। 2019 में हमनें बहुजन की ताकत को साथ लिया। जो भी त्याग करना था हमने किया। भाजपा को हराने के लिये। जो लोग सत्ता में है वह चीज का दुरुपयोग करते है।अखिलेश ने कहा कि जब पिछली बार मौका मिला तो जयप्रकाश जी के नाम पर जेपीएनआइसी बनाने का काम पूरा किया। आज भी लखनऊ की सबसे ऊंची बिल्डिंग और उस बिल्डिंग पर हेलीकॉप्टर उतारने का इंतज़ाम अगर किसी ने किया था तो वो सपा की सरकार ने किया। बीते यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अखिलेश ने कहा कि साल 2022 में अगर सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत किसी को मिला था तो वो समाजवादी पार्टी थी। सीटें बढ़ गईं दोगुनी हो गईं।
नरेश उत्तम पटेल फतेहपुर जिले के जहानाबाद क्षेत्र के लाहौरी सराय गांव निवासी एवं कानपुर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र से परास्नातक हैं। वह पहली बार 1989 में जनता दल से विधायक बने। सपा के संस्थापक सदस्य हैं और मुलायम सरकार में मंत्री, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य और जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के सदस्य रहे। जब अखिलेश यादव सपा केप्रदेश अध्यक्ष थे तो वह उपाध्यक्ष केरूप में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। वर्ष 2017 में जब पार्टी में विवाद बढ़ा तो एक जनवरी 2017 को उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अक्तूबर में हुए सम्मेलन में फिर से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। नौवें सम्मेलन में भी उन्हें फिर से मौका दिया गया है। वह करीब 40 वर्ष की राजनीति तीन बार विधायक होने के साथ ही 2006 से विधान परिषद सदस्य हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि सपा की जब जब सरकार बनी तो देश प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम हुआ। नेता जी (मुलायम सिंह यादव) हमसे कहते थे कि तुमने लखनऊ में बहुत काम कर दिखाया। सुप्रीम कोर्ट ने मौजूदा सरकार पर नदी की सफाई को लेकर टिप्पणी की है। इस लखनऊ में लोहिया पार्क, जनेश्वर पार्क , जेपी सेंटर दिया। सपा सरकार में लखनऊ में मेट्रो समेत ढेरो काम कराए। नेताजी के आग्रह पर लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे का निर्माण हमने 36 माह के बजाए 21 माह में तैयार कर दिया। जब उद्घाटन हुआ था तो आपको याद होगा कि देश के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान उसी सड़क पर उतारने का काम समाजवादियों ने किया। अमेरिका ने सड़कें बनाईं तो सड़कों ने अमेरिका को बना दिया। मुझे ख़ुशी है कि नेता जी ने हम लोगों को मौका दिया सरकार चलाने का। देश का सबसे बेहतर एक्सप्रेसवे अगर किसी ने बनाकर खड़ा किया तो वो समाजवादी पार्टी की सरकार है।
इससे पहले स्वागत भाषण में रविदास मेहरोत्रा ने लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब और सांस्कृतिक विरासत एवं अमर शहीदों और वीरांगनाओं की गाथाओं का वर्णन कर लखनऊ को संघर्षों की धरती बताया।वहीं आज सम्मेलन में देशभर से सपा के हजारों प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। मंच पर अखिलेश यादव के अलावा रामगोपाल यादव किरनमय नंदा, स्वामी प्रसाद मौर्य, राम गोविंद चौधरी, रामजी लाल सुमन समेत सपा के दर्जनों बड़े नेता मौजूद रहें। हालांकि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव व आजम खान समेत कई बड़े चेहरे गायब भी रहें, जिनकी कमी विशेषकर पुराने सपाईयों को खासी खली।
सपा के सम्मेलन में देश भर से 50 हज़ार प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। मंच पर अखिलेश यादव के अलावा रामगोपाल यादव किरनमय नंदा, स्वामी प्रसाद मौर्य, राम गोविंद चौधरी, रामजी लाल सुमन आदि मौजूद है। मुलायम और आज़म स्वास्थ्य कारणों से नही हैं।