नुक्कड़ नाटक, क्विज से जाना एड्स की गंभीरता। विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट में हुए विभिन्न कार्यक्रम। छात्र-छात्राओं ने खूब सीखा और सवाल जवाब भी किए।
लखनऊ। विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर यूपी स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी की ओर से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट सभागार में हुई राज्य स्तर की क्विज, रील मेकिंग और नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में प्रदेश के 25 जिलों से आए छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अंत में हर प्रतियोगिता में शीर्ष तीन प्रतियोगियों को पुरस्कार से नवाजा गया।
कार्यक्रम की शुरुआत यूपी स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक रविंद्र कुमार ने छात्रों की हौसलाअफजाई से की। उन्होंने बताया कि एड्स ऐसी जानलेवा बीमारी है जो ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस (एचआईवी) संक्रमण के बाद होती है। एचआईवी संक्रमण के पश्चात शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है। एड्स का पूर्ण रूप से उपचार अभी तक संभव नहीं हो सका है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति में एड्स की पहचान संभावित लक्षणों के दिखने के पश्चात ही हो पाती है।
उन्होंने विश्व एड्स दिवस की इस साल की थीम “लेट कम्युनिटी लीड” पर प्रकाश डाला। कहा कि सरकार किसी भी बीमारी को खत्म करने के लिए काम करती है लेकिन बिना समुदाय के सहयोग के आमतौर पर यह संभव नहीं हो पाता है। लिहाजा एड्स को खत्म करने के लिए हम-आप सब को सहयोग करना है। इसके लिए जागरूकता जरूरी है।
कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं से सवाल-जवाब सत्र भी हुआ। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने रील भी बनाईं। प्रथम पुरस्कार कार्तिके शुक्ला, दूसरा पुरस्कार हिमांशु पुनीर और तीसरा पुरस्कार आयुष आनंद को मिला। क्विज प्रतियोगिता में नागेंद्र प्रताप की टीम अव्वल रही। नुक्कड़ नाटक में आगरा की टीम को प्रथम स्थान, संतकबीरनगर की टीम को दूसरा और कानपुर की टीम को तीसरा स्थान मिला।
सोसायटी के संयुक्त निदेशक रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने इस आयोजन में जयपुरिया के प्राचार्य और अन्य कर्मचारियों के सहयोग की सराहना की। सोसायटी के सहायक निदेशक अनुज दीक्षित ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस मौके पर सोसायटी के संयुक्त निदेशक डॉ एके सिंघल समेत अन्य लोग मौजूद थे।