इंडिया बनाम एनडीए

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एमएसएमई इकाइयों को मिलेगा राष्ट्रीय पहचान
एमएसएमई इकाइयों को मिलेगा राष्ट्रीय पहचान

यह NDA और INDIA की लड़ाई है। नरेंद्र मोदी और इंडिया के बीच लड़ाई है। उनकी विचारधारा और इंडिया के बीच की लड़ाई है। हमने निर्णय लिया है कि हम एक एक्शन प्लान तैयार करेंगे और एक साथ मिलकर देश में हमारी विचारधारा और हम जो करने जा रहे हैं उसके बारे में बोलेंगे। इंडिया बनाम एनडीए

इंडिया बनाम एनडीए का संघर्ष आज देश का केंद्रीय संघर्ष है। इस मुख्य स्वर के साथ आज बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की बैठक संपन्न हुई। विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा। विपक्षी पार्टियों के बीच कोआर्डिनेशन के लिए 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित करने का निर्णय हुआ। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मेजबानी में नया विपक्षी मोर्चा बन गया है। आज बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की बैठक के दौरान गठबंधन के नाम पर मुहर लग गई। अब तक समझा जा रहा था कि विपक्षी गठबंधन का नाम UPA ही रह सकता है। हालांकि दोपहर 3 बजते-बजते साफ हो गया कि एनडीए के सामने अगले चुनाव में ‘INDIA’ लड़ेगा।

जी हां, I से इंडियन, N से नेशनल, D से डेवेलपमेंटल, I से इनक्लूसिव और A से एलायंस होगा। इंडिया नाम रखने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। विपक्षी नेताओं के धड़ाधड़ आ रहे ‘चक दे इंडिया’ वाले ट्वीट से साफ हो गया है कि विपक्ष ने कौन सा दांव चला है। अब चुनाव में बार-बार इंडिया नाम सुना जाएगा, जो राष्ट्रवाद की भावना से ओत-प्रोत होगा। दरअसल, भाजपा की अगुआई वाला एनडीए राष्ट्रवाद की काफी बातें करता है। समझा जा रहा है कि एक नया मूमेंटम पैदा करने और मोदी-शाह की जोड़ी के खिलाफ माहौल पैदा करने के लिए काफी सोच-समझकर यह नाम चुना गया है। सूत्रों ने बताया है कि राहुल गांधी ने विपक्षी मोर्चे का नाम ‘INDIA’ रखने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी दलों ने स्वीकार कर लिया।

विपक्षी नेताओं ने बेंगलुरु में गठबंधन का नाम INDIA रखा…

I – Indian
N – National
D -Democratic
I – Inclusive
A – Alliance

2024 के सियासी संग्राम के लिए कई छोटी-बड़ी पार्टियां साथ आई हैं। आज बड़ा घटनाक्रम हुआ है। 26 विपक्षी दलों ने भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए नया मोर्चा खड़ा किया है। पिछली बार यूपीए बना था और उसमें कांग्रेस को अगुआ बताया गया था। समझा जा रहा है कि इस बार पूरे देश की भावना को समाहित करने की बात कही जाएगी इसीलिए नाम INDIA (indian national development inclusive alliance) रखा गया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को 10 साल तक देश पर शासन करने का मौका मिला। उन्होंने लगभग हर क्षेत्र को पूरी तरह से चौपट कर दिया। उन्होंने लोगों के बीच नफरत पैदा कर दी है, अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, महंगाई चरम पर है, सभी क्षेत्रों में बेरोजगारी है। अब भारत के लोगों के लिए उनसे छुटकारा पाने का समय आ गया है। इसलिए समान विचारधारा वाली सभी पार्टियां एक साथ आ रही हैं। इंडिया बनाम एनडीए